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Post: प्रखंड क्षेत्र के हर एक आंगनबाड़ी केंद्र पर एल्बेंडाजोल टैबलेट खिलाया गया

प्रखंड क्षेत्र के हर एक आंगनबाड़ी केंद्र पर एल्बेंडाजोल टैबलेट खिलाया गया

जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

दवा खाने से वंचित बच्चों को मॉपअप के तहत ग्यारह सितंबर को दवा खिलाई जाएगी

इस संबंध में एएनएम रंजु कुमारी, ने कहा कि एल्बेंडाजोल दवा एक सुरक्षित दवा है

न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल 

संतोष कुमार

– अमिट लेख

सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। जिले के त्रिवेणीगंज प्रखंड में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर प्रखण्ड के सभी विद्यालयों व आंगनबाड़ी केन्द्रों में एक वर्ष से उन्नीस वर्ष तक के आयु के छात्र-छात्राओं को एल्बेंडाजोल टैबलेट खिलाई गई। दवा खाने से वंचित बच्चों को मॉपअप के तहत ग्यारह सितंबर को दवा खिलाई जाएगी। शहर के,उच्च विद्यालय समेत कई विद्यालयों में बच्चों ने दवा खाई। इस संबंध में एएनएम रंजु कुमारी, ने कहा कि एल्बेंडाजोल दवा एक सुरक्षित दवा है। इस दवा का कोई भी साइड-इफेक्ट नहीं है। एल्बेंडाजोल दवा पेट में कीड़ों को खत्म करने के लिए दी जाती है। हेल्थ मैनेजर अदीब अहमद ने बताया कि पेट में अधिक कीड़े होने की स्थिति में यह दवा देने पर बच्चे को हल्के से चक्कर जैसा लग सकते हैं या उल्टी हो सकती है। ऐसी स्थिति से बच्चों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। ऐसी स्थिति में बच्चे को थोड़े समय के लिए खुली हवा में लिटा दें व पानी का सेवन कराएं। इसके बाद पांच सात मिनट में ही बच्चा अपने सामान्य अवस्था में आ जाता है। वहीं डॉक्टर बी एन पासवान ने कहा कि एल्बेंडाजोल दवा अनिवार्य रूप से बच्चों को दी जानी है। पेट में होने वाले कीड़े या कृमि से बच्चे के शरीर में खुराक नहीं लगती और बच्चों का शारीरिक व मानसिक रूप से विकास सही से नहीं हो पाता और वह कमजोर होने लगता है। बच्चे के शरीर को विभिन्न प्रकार की बीमारियां होने लगती है। डॉक्‍टरों का कहना है कि एल्बेंडाजोल दवा का अभी तक कोई भी साइड-इफेक्ट जानकारी में नहीं आया है। इस दौरान ए एन एम, रंजू कुमारी, व सेविका आशा देवी, रंजू कुमारी, अंजू कुमारी, नासिया जरिन, अस्मिता कुमारी, संजुला कुमारी, बीबी समना खातून, रुबी खातून, डेजी कुमारी, मोबिना खातून, यह सब सेविका मुख्य रूप से एल्बेंडाजोल टैबलेट खिलाने के लिए सक्रिय थे।

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