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Post: प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के निजी नर्सिंग होम में एपीएचसी से रेफर प्रसूता की मौत

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के निजी नर्सिंग होम में एपीएचसी से रेफर प्रसूता की मौत

जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

सरकारी एंबुलेंस ने रास्ते में ही निजी एम्बुलेंस पर
प्रसूता को चढ़ाकर अवैध नर्सिंग होम में पहुंचा

अवैध निजी नर्सिंग होम पर परिजनों ने मचाया बवाल

घटना की सूचना मिलते ही पहुंचे पुलिस ने परिजनों को समझा बूझाकर कराया शांत

न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल 

संतोष कुमार

– अमिट लेख

सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। जिले के सदर प्रखंड क्षेत्र के लौकहा एपीएचसी से रेफर एक प्रसूता की मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के अवैध नर्सिंग होम में ईलाज के दौरान मौत हो गई।

फोटो : संतोष कुमार

जिसके बाद मृतका के परिजनों ने जमकर बवाल मचाया। हालांकि सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा बुझा कर हंगामा शांत कराया। वही कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि सदर प्रखंड अंतर्गत गढ़ बरुआरी पंचायत के वार्ड नंबर बारह निवासी शंकर कुमार की बीस वर्षीय सीता देवी को सोमवार की शाम करीब पांच बजे प्रसव पीड़ा के बाद लौकहा एपीएचसी में भर्ती कराया गया। यहां मंगलवार की सुबह करीब पांच बजे उसने बच्चे को जन्म दिया। लेकिन बुखार रहने की वजह से वहां ड्यूटी पर तैनात एएनएम ने सदर अस्पताल के लिए भेज दिया।

छाया : अमिट लेख

मृतका का ससुर दुखा तांती ने बताया कि एपीएचसी से सरकारी एंबुलेंस मिल गई थी। लेकिन रास्ते में ही परिजनों को जबरन एक निजी एंबुलेंस में चढ़ा दिया गया। यह निजी एंबुलेंस उन्हें जिला मुख्यालय स्थित एक निजी क्लीनिक ले आई। यहां कुछ घंटों के बाद मरीज को जबरन दोबारा किसी निजी एंबुलेंस में सवार किया जा रहा था। परिजनों को देखने तक से रोका गया। लेकिन जब एंबुलेंस में प्रसूता का शरीर छू कर देखा तो वह ठंडा पड़ चुका था। इसके बाद परिजन हंगामा करने लगे। वही सूचना पर पहुंची पुलिस द्वारा परिजनों को समझा बुझा कर शांत किया गया। आपको बता दें कि क्लीनिक पर डॉ. अभिषेक कुमार बच्चन के नाम का बोर्ड लगा हुआ है।जो सदर प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी हैं। मिली जानकारी के अनुसार उनका यह क्लीनिक पंजीकृत भी नहीं है। बहरहाल घटना के बाद क्लीनिक के कर्मी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। वही इस बाबत सदर प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के मोबाइल पर और डॉ अभिषेक कुमार बच्चन के निजी मोबाइल नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन समाचार प्रेषण तक दोनों मोबाइल बंद है। वही इस बाबत सिविल सर्जन डॉ ललन ठाकुर ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

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