जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :
कहा खाने-पीने से लेकर नहाने तक में हो रही समस्या
न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल
संतोष कुमार
– अमिट लेख
सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। सदर प्रखंड के सुखपुर स्थित जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र की छात्राओं ने मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित सिविल सर्जन कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्राओं ने बताया कि छात्रावास में शुरुआत से ही पेयजल की समस्या है। इसको लेकर कई बार प्राचार्य सहित सिविल सर्जन और जिलाधिकारी के समक्ष शिकायत दर्ज कराई गई। लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका है। वही बीते कई दिनों से छात्रावास के पानी का पाइपलाइन जाम है। जबकि बिजली का लो वोल्टेज की वजह से मोटर भी नहीं चलता है। इस वजह से अब नल से पानी आना बंद हो गया है। नतीजा है कि नहाने के लिए भी चापाकल से बाल्टी में पानी भर कर बाथरूम तक ले जाना पड़ता है। छात्राओं ने बताया कि इसमें सबसे ज्यादा परेशानी ऊपर के तल पर रहने वाली छात्राओं को हो रही है। कई बार तो छात्राएं सीढ़ियों से फिसल कर गिर भी गई हैं। लेकिन शिकायत पर प्राचार्य द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसकी वजह से छात्राओं को आज सिविल सर्जन के समक्ष समस्याएं रखनी पड़ी।
आयरन युक्त पानी से हो रहा छात्राओं को चर्म रोग :
विरोध प्रदर्शन में शामिल छात्राओं ने बताया कि सामान्य स्थिति में भी छात्रावास में आयरन युक्त पानी ही मिलता है। जिसकी वजह से छात्राओं को चर्म रोग की समस्या आम है। इसके अतिरिक्त आंत और किडनी में स्टोन, मेंस से जुड़ी समस्या आदि भी छात्राओं में देखी जा रही है।
लो वोल्टेज बिजली सप्लाई से पढ़ने में भी परेशानी :
छात्राओं का आरोप है कि बीते करीब एक सप्ताह से छात्रावास में बिजली के लो वोल्टेज की समस्या है। इसके कारण बल्ब से पढ़ने लायक रोशनी भी नहीं मिल पाती है। वही पंखा नहीं चलने से छात्राएं बीमार पड़ रही हैं। छात्राओं का कहना है कि खुद बीमार रह कर पढ़ाई और मरीजों की देखभाल मुश्किल है।
प्राचार्य बोली : अस्थाई है छात्राओं की समस्या :
इधर, जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र की प्राचार्य शिखा कुमारी का कहना है कि छात्राओं की समस्या अस्थाई हैं। जल्द ही उनका समाधान कर लिया जाएगा। वही सिविल सर्जन डॉ ललन कुमार ठाकुर ने बताया कि छात्राओं के एक प्रतिनिधिमंडल से बात कर समस्याओं की जानकारी ली गई है। प्राचार्य को पानी की समस्या का दो दिनों में निराकरण कराने का निर्देश दिया गया है। वही बिजली विभाग से भी संपर्क किया जा रहा है। अन्य समस्याओं को भी जल्द दूर कर लिया जाएगा।