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Post: झाड़फूंक इलाज और प्रलोभन के नाम पर धर्मांतरण का खेल बदस्तूर जारी

झाड़फूंक इलाज और प्रलोभन के नाम पर धर्मांतरण का खेल बदस्तूर जारी

जिला ब्यूरो नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट :

समाजिक कार्यकर्ता विरोध पर उतरे पुलिस जांच में जुटी

न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला

नसीम खान “क्या”

– अमिट लेख

बगहा, (ए.एल.न्यूज़)। बगहा में झाड़ फूँक के नाम पर जाति बदलने क़ो लेकर बवाल मचा है, सूचना पर पहुंची पुलिस नें आरोपियों क़ो भगाकर हंगामा शांत करवाया है।

फोटो : नसीम खान “क्या”

लेकिन जिस तरह लोग आपस में भीड़क़र एक दूसरे से उलझते नज़र आये उसने सिस्टम पर सवाल खड़े क़र दिया है। दरअसल दवा इलाज़ के नाम पर प्रलोभन देकर धर्मान्तरण का आरोप है, बताया जा रहा है की शहर के चौरसिया गली में कैंप लगाकर भोले भाले ग़रीब लोगों का इलाज़ किया जा रहा है। लिहाजा स्थानीय ग्रामीणों औऱ सामाजिक कार्यकर्ताओं नें इसका विरोध करते हुए हंगामा किया है,सूचना पर पहुंची पुलिस घटना कि छानबीन में जुटी है। बतादें कि चिउटाहां स्थित रत्नपुरवा ईसाई मिशनरी से आये कुछ एजेंट औऱ पास्टर पर धर्मान्तरण का आरोप लगा है। ताज़ा मामला पटखौली थाना क्षेत्र के मलकौली वार्ड नं 2 का बताया गया है। धनहा,भीतहा औऱ वाल्मीकिनगर के लक्ष्मीपुर के बाद बगहा शहर में धर्मान्तरण की साज़िश कि पुलिस प्रशासन जाँच में जुटी है अभी अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से परेहज़ क़र रहें है। अब सवाल यह है कि शहर के पॉस इलाके में इस तरह कैंप लगानें कि इज़ाज़त या कोई प्रशासनिक अनुमति दीं गईं थी या नहीं क्योंकि जो महिलाएं या बीमार लोग उस कैंप में अपना दवा इलाज़ करवा रहें थे उनके ओर से कोई विरोध या आरोप नहीं लगाया गया है बावजूद इसके कुछ सामाजिक कार्यकर्त्ता इसे धर्मान्तरण का नाम दें रहें तत्काल इस पर रोक लगाने व कार्रवाई कि मांग क़र रहें हैं। वहीं संचालक ललन राम जो बयान दें रहें हैं वह चौकाने वाला है मिशनरी से जुड़े इस शख्स का कहना है कि जो लोग मंदिर या भगवान कि शरण में थे उनकी परेशानी दूर नहीं हुई लिहाजा उनकी बीमारी औऱ परेशानी प्रभु ईशु दूर करेंगें। इधर सामाजिक कार्यकर्त्ता निप्पू पाठक का कहना है कि गंभीर औऱ असाध्य रोगों का इलाज़ अस्पताल में होगा कि ऐसे कैंप लगाकर झाड़ फूँक से ठीक होगा।क्योंकि केंद्र सरकार आयुष्मान कार्ड बनाकर 5 लाख तक के दवा इलाज़ का खर्च उठा रही है वहीं बिहार सरकार भी 2 लाख तक के इलाज़ की योजना चला रही है। बहरहाल मामला गंभीर है क्योंकि दवा इलाज़ क़ो लेकर बात बहला फुसलाकर व प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करवाने से जुड़ा है लिहाजा समय रहते इसकी जाँच बेहद ज़रूरी है ।

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