जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :
न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल
संतोष कुमार
– अमिट लेख
सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। जिले के त्रिवेणीगंज प्रखंड मुख्यालय के बेहद करीब नगर परिषद क्षेत्र के एनएच 327 ई डपरखा से सीमावर्ती मधेपुरा जिले के गढ़ा रामपुर तक एमबीसी नहर होकर जाने वाली सड़क निर्माण का शिलान्यास के लगभग डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी निर्माण शुरू नहीं हो सका। इस सड़क पर निर्माण सामग्री का भी कोई अता- पता नहीं है। सड़क का शिलान्यास तो काफी तामझाम के साथ किया गया। लेकिन उसके बाद इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। नतीजा,डेढ़ साल होने को आए, लेकिन सड़क का लाभ क्षेत्र के लोगों को नहीं मिल पाया। अभी भी लोग जर्जर सड़क से आवागमन करने को विवश है। अब लोगों में आक्रोश है। स्थानीय लोग कहते हैं कि बस जनता का मुंह बंद बरने के लिए शिलान्यास का दिखावा किया गया। अगर सड़क निर्माण की सच में नीयत होती ती अब सड़क बन चुकी होती। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना से निर्माण होने वाले यह सड़क स्थानीय स्तर पर काफी महत्वपूर्ण है। यह सड़क सुपौल जिला को सीमावर्ती जिला मधेपुरा से भी जोड़ती है। सड़क पर साधारण बारिश जलजमाव की स्थिति बन जाती है। मुख्य मंत्री ग्राम सम्पर्क योजना में स्वीकृत निर्माण के लिए कार्य एजेंसी ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल, त्रिवेणीगज को बनाया गया है। 4.295 किलोमीटर दूरी तक बनने वाली उक्त सड़क का शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कर कमलों द्वारा वीडियो कॉन्सफ्रेसिंग के माध्यम से क्षेत्रीय विधायक बीणा भारती, विधान पार्षद डॉ. अजय कुमार सिंह के उपस्थिति में चौदह जून 2023 की किया था। स्थानीय लोगों ने जब सड़क के शिलान्यास की बात सुनी तो फूले नहीं समा रहे थे। शिलान्यास स्थल पर आयोजित समारोह में मौजूद विधायक बीणा भारती ने अपने संबोधन में लोगों से कहा था कि जल्द सड़क बनाने का काम शुरू हो जाएगा। लेकिन सड़क बनना शुरू नहीं हुआ। बारिश का पानी लगाने से सड़क खतरनाक रूप ले चुकी है। सड़क पर घुटना भर पानी लगता है। जिसमें लोग प्रतिदिन गिरकर जख्मी हो रहे हैं। विधायक का दावा सच नहीं हो सका। आज भी नहर की सड़क की बदहाली वैसी ही बनी हुई है। बारिश के बाद सड़क काफी खतरनाक बन चुकी है। इस 4 किलोमीटर को दूरी तय करते समय लोगों की धड़कने बढ़ जाती है। अबतक कई लोग दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं। इस सड़क में मध्य विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय के अलावा कई निजी स्कूल भी हैं। छात्रों की कितनी परेशानी होती होगी।इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। लोगों में सरकार, विधायक व सांसद के प्रति कफी निराशा है। कीचड़ और गड्ढे में स्कूल बस गुजरते देख लोग खतरे की आशंका व्यक्त करते है। सड़क से प्रतिदिन गुजरते है हजारों लोग के लिए यह सड़क काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। दूरी की दृष्टि से सुविधाजनक रहने के कारण प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांव एवं सीमावती जिले के दर्जनों गांव के लोगों को मुख्यालय आने-जाने वाले को इधर से नजदीक पड़ता है। जिससे ज्यादातर लोग इसी रास्ते से होकर आवागमन करते हैं। परंतु यहां से गुजरते लोग जनप्रतिनिधि से लेकर जिला प्रशासन तक को कोसते राहते हैं। स्थानीय लोगों ने शीघ्र सड़क निर्माण की मांग की है। ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल त्रिवेणीगंज के जेई सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि सिंचाई विभाग की ओर एनओसी निर्गत नहीं किया गया।इसलिए अभी कार्य प्रारंभ नही हुआ है।