विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :
बिहार में हादसों को रोकने के लिए सभी जिलों में दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने की अनिवार्यता को और सख्त बनाएगा यातायात विभाग
न्यूज़ डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (ए.एल.न्यूज़)। सड़क दुर्घटनाओं में दोपहिया वाहन चालकों की हो रही मौतों को देखते हुए राज्य सरकार ने दोपहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट पहनने की अनिवार्यता को और अधिक प्रभावी बनाने का निर्णय लिया है। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल के निर्देश पर सभी जिलों में एक विशेष अभियान चलाया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य हेलमेट धारण की प्रतिशतता बढ़ाना और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना है। सभी जिलों के जिलाधिकारियों और जिला परिवहन पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में हेलमेट पहनने के प्रति जागरूकता फैलाएं और इसके पालन की सुनिश्चितता के लिए उचित कदम उठाएं। जिलों में विभिन्न गतिविधियों, जैसे हेलमेट जांच अभियान, जन जागरूकता कार्यक्रम और कैंपेन के माध्यम से लोगों को हेलमेट के महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी। परिवहन एवं यातायात पुलिस द्वारा राज्य के सभी जिलों में एक विशेष हेलमेट जांच अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत यातायात पुलिस की टीम सड़कों पर दोपहिया वाहन चालकों की जांच करेगी और बिना हेलमेट पाए जाने पर जुर्माना की जाएगी। यह अभियान सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने के साथ ही लोगों में नियमों का पालन करने की आदत डालने का प्रयास करेगा।bपरिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पिछले वर्ष राज्य में हुई सड़क दुर्घटनाओं में 3203 दोपहिया वाहन चालकों की मौत हुई, जबकि 2247 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इन मौतों में 882 दोपहिया वाहन चालक एवं 507 सवार दुर्घटना के वक्त हेलमेट नहीं पहने थे। इनमें से ज्यादातर मौतों का मुख्य कारण हेलमेट नहीं पहनना पाया गया है। परिवहन सचिव ने बताया कि दोपहिया वाहन चलाते समय चालक एवं सवारी दोनों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य है। इसके बावजूद कई लोग इस नियम का पालन नहीं करते, जिसके कारण उनकी जान जोखिम में पड़ जाती है। ज्यादातर दुर्घटनाओं में पाया गया है कि वाहन चालकों ने हेलमेट नहीं पहना था, जिससे उनकी जान को गंभीर खतरा हुआ। अगर हेलमेट पहना गया होता, तो कई मौतों को टाला जा सकता था।
सड़क दुर्घटना आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली अधिकांश मौतें हेलमेट न पहनने की वजह से होती हैं। बिना हेलमेट के सड़क पर वाहन चलाना सिर पर गंभीर चोट का कारण बनता है, जो जानलेवा हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार हेलमेट पहनने की अनिवार्यता को और भी सख्ती से लागू कर रही है। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने सभी दोपहिया वाहन चालकों से अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें और दोपहिया वाहन चलाते समय हमेशा अच्छी गुणवत्ता वाला हेलमेट पहनें। हेलमेट आपके जीवन की सुरक्षा के लिए है। इसका उपयोग न करना आपकी जान को खतरे में डाल सकता है।