बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :
नीतीश की प्रगति यात्रा नही छलावा यात्रा है, वादा पुरा करने मे विफलता को लेकर जनता से माफी मांगें : सुनील कुमार राव
नीतीश के दो लाख देने की घोषणा को मोदी के 15 लाख देने के जुमला जैसे नही बनने देगा माले:सुरेंद्र चधरी
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, ए.एल.न्यूज़)। 23 दिसंबर 24 को भाकपा माले और अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा ने नौतन प्रखण्ड सह अंचल कार्यालय पर एक विशाल प्रदर्शन आयोजित किया।
सैकड़ों गरीब महिला पुरुष महागरीब परिवारों के लोगों ने भाग लेकर अपनी मांगो पर जोर दिया। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा का ढ़ोग कर रहे है।कही विकास नही दिखता। अपने किए घोषणा को लागू नही कर रहे है।
95 लाख महागरीब परिवारों को लघुउद्यमी योजना के तहत 2 लाख रुपए देने, 5 डिसमिल जमीन एवं पक्का मकान दिए जाने, भूमि सर्वे पर रोक लगाने,स्मार्ट बिजली मीटर की बाध्यता समाप्त कर सभी के लिए 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने , मनरेगा मे दो सौ दिन काम 600 रुपया मजदूरी देने,बेतिया राज की जमीन पर बसे लोगो को उजाडने पर रोक लगाने, विधवा, विकलांग, वृद्ध को 4000 रुपया मासिक देने की की घोषणा हवा हवाइ साबित हो रही है। इसलिए नीतीश की प्रतति यात्रा छलावा है। भाकपा माले का मानना है की चंपारण से शुरु नीतीश की यात्रा उनकी सत्ता से विदायी यात्रा है। बीस वर्षो तक उन्होने जनता को छला है इसलिए वे जनता से माफी मांगे।प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) नेता सुरेंन्द्र चौधरी ने कहा की भाजपा जद यू सरकार के अंचल अधिकारी गरीबों के आय प्रमाण पत्र बनाने में आना कानी कर रहे हैं। हम नीतीश कुमार की इस घोषणा को नरेंद्र मोदी के 15 लाख वाला जुमला नहीं बनने देंगे. गरीबों को मोदी- नीतीश के जुमले नहीं ज़मीन, आवास, रोजगार व सम्मानजनक जीवन का अपना हक चाहिए जिन्हें वे लेकर ही दम लेंगे। माले नेता रवींद्र राम ने कहा कहा कि भाजपा जदयू की डबल इंजन की सरकार जनता की बुनियादी सुविधा शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार जमीन आवास पानी, बिजली, उपलब्ध कराने में विफल रही है, सिर्फ चुनाव जीतने के लिए झूठा वादा कर जनता को ठगने की काम कर रही है, जबरन खुन चुसने वाला स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। यह नहीं चलेगा। 200 यूनीट बिजली दिल्ली जैसे मुफ्त देना होगा। माले नेता पलट मिया ने कहा सरकारी जमीनों को वितरित करने की मांग करते हुए कहा की नीतीश मोदी सरकार में गरीबों को पांच पांच डिस्मील जमीन देने की बात अब धोखा लगने लगा है। यह नहीं चलेगा। माले नेता सुरेश शर्मा ने कहा कानून व्यवस्था चरमरा गई है। महंगाई दर बढ़कर आसमान छू रही है, लेकिन मोदी सरकार संविधान लोकतंत्र फर हमला कर कमजोर कर रही संघीय ढांचे पर खतरा बढ़ रहा। इसलिए आन्दोलन तेज करने की जरूरत है। प्रदर्शन के अंत में यह संकल्प लिया गया कि अगर सरकार जल्द से जल्द इन मांगों को पूरा नहीं करती है, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा और सरकार को सड़क से लेकर सदन तक घेरा जाएगा। मौत पर रवींद्र राम, सिगासन ठाकुर, रवींद्र राम, गुलाबी देवी,लालू मांझी,ललिता देवी,अनिता देवी,सहीमा खातून आदि मौजूद थे।