



अरेराज से अनुमंडल संवाददाता की रिपोर्ट :
उन्होंने इस उपलब्धि को ईश्वर की अनुकंपा, पारिवारिक सहयोग, और उनकी धर्मपत्नी के कठोर परिश्रम का सुफल बताया
न्यूज़ डेस्क, जिला पूर्वी चम्पारण
ऋषभ मिश्रा
– अमिट लेख
अरेराज, (ए.एल.न्यूज़)। गर्व का क्षण: डॉ. त्रिपाठी की धर्मपत्नी को मिला मगध विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि – स्वर्णिम शब्दों में डॉ. श्रीपति त्रिपाठी की भावपूर्ण अभिव्यक्ति समाजसेवा और ज्योतिष के क्षेत्र में प्रख्यात डॉ. श्रीपति त्रिपाठी के लिए 11 अप्रैल 2025 का दिन एक अनमोल स्मृति बन गया, जब उनकी धर्मपत्नी को मगध विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। यह क्षण केवल एक शैक्षिक उपलब्धि नहीं, बल्कि नारीशक्ति, समर्पण और पारिवारिक एकता का ज्वलंत उदाहरण बन गया। दीक्षांत समारोह में जब उन्हें यह उपाधि प्रदान की गई, तब डॉ. त्रिपाठी की आंखों में गर्व और भावनाओं की झलक साफ़ देखी जा सकती थी। उन्होंने इस उपलब्धि को ईश्वर की अनुकंपा, पारिवारिक सहयोग, और उनकी धर्मपत्नी के कठोर परिश्रम का सुफल बताया। डॉ. त्रिपाठी ने भावुक होकर कहा – “मेरा सौभाग्य है कि आज मैं अपने जीवन की अर्धांगिनी को हृदय से बधाई दे रहा हूँ। यह उपलब्धि उनके समर्पण और शिक्षा के प्रति अथक निष्ठा का प्रतीक है। यह पल मेरे जीवन के उन अमूल्य क्षणों में से एक है, जो सदैव स्मरणीय रहेगा।” उन्होंने आगे कहा – “उनका यह शैक्षिक उत्थान न केवल हमारे परिवार को गौरव प्रदान करता है, बल्कि समाज की प्रत्येक बेटी और बहू के लिए प्रेरणास्त्रोत भी है।” डॉ. त्रिपाठी ने अपने वक्तव्य में सभी शुभचिंतकों, मार्गदर्शकों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया और समाज को संदेश दिया कि स्त्रियों की शिक्षा ही सशक्त समाज की नींव है। समापन में उन्होंने प्रभु श्री हनुमान से प्रार्थना करते हुए कहा – “मैं अपने जीवन की साथी के उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामना करता हूँ। प्रभु उन्हें सदैव शक्ति, स्फूर्ति और सद्बुद्धि प्रदान करें। आप सभी का स्नेह, आशीर्वाद और शुभकामनाएँ हमें निरंतर मिलती रहें – यही मेरी विनम्र प्रार्थना है।”डॉ श्रीपति त्रिपाठी।