आनंद मोहन के साथ-साथ 26 अन्य लोगो की रिहाई को लेके कहा कि हम अपराधी आतंकी, उग्रवादी, को, किसी भी हालत में समर्थन नहीं करते हैं
✍️ अमित कुमार, स्टेट हैड
– अमिट लेख
पटना डायरी। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने आनंद मोहन के साथ-साथ 26 अन्य लोगो की रिहाई को लेके कहा कि हम अपराधी आतंकी, उग्रवादी को, किसी भी हालत में समर्थन नहीं करते हैं।
वही, आनंद मोहन को लालू प्रसाद यादव ने एफआईआर फड़वा कर दुबारा एफआईआर करवाने का काम किया था। लालू जी, से पूछना चाहिए कि आखिर लालू जी ने आनंद मोहन को क्यों फसाया था। बिहार की सरकार अजीबो-गरीब सरकार है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले गांव-गांव में 10 हज़ार शराब के दुकान खुलवाकर बाद में बिहार में शराबबंदी किया। नीतीश कुमार का हमेशा नाटक रहता है। वह पहले फंसाते हैं और फिर बचाते भी हैं उनसे ही पूछनी चाहिए। वहीं लालू प्रसाद यादव के बिहार आगमन को लेकर भी कहा कि महागठबंधन के डायरेक्टर बिहार आ रहे हैं। यह अच्छी बात है उनके एक्टर बिहार में लगातार काम कर रहे थे और लालू प्रसाद यादव सुपर पावर की तरह मानिट्रिंग करते है। अगर वह बिहार आ ही जाते हैं तो क्या कबाड़ लेंगे। सरकार मरे हुए व्यक्ति को भी छोड़ने का काम कर रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह पता ही नहीं रहता है कि किस को रिहा किया जा रहा है और फ़ाइल पर साईंन करते है। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मेमोरी लॉस मुख्यमंत्री है और बिहार की जनता को तय करना है कि मेमोरी लॉस मुख्यमंत्री चाहिए या भाजपा की डबल इंजन की सरकार वाला मुख्यमंत्री चाहिए। तेजस्वी यादव पर भी हमला बोलते हुए कहा कि तेजस्वी यादव बीजेपी के विजयी रथ को रोकने का दावा कर रहे हैं। लेकिन उनको यह पता होना चाहिए कि आने वाले लोकसभा चुनाव में महागठबंधन का खाता खोलना भी मुश्किल हो जाएगा।