



बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :
माले विधायक बोले तुषार गांधी को बोलने से रोकना-अपमानित करना लोकतंत्र की हत्या
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अब गांधीवादी विचारधारा को कुचलने की कोशिश में जुट गए हैं। विधायक ने कहा है कि एक तरफ भाजपा-आरएसएस राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने श्रद्धांजलि का दिखावा करते हैं, वहीं दूसरी तरफ उनके प्रपौत्र तुषार गांधी को पूर्वी चम्पारण के तुरकौलिया में आगमन पर भाजपाई द्वारा बोलने से रोक लोकतंत्र की हत्या किया है, अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोडा़ है। आगे कहा की “आरएसएस के इशारे पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार अब महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी को नीचा दिखाने पर उतर आई है। चंपारण, जहां गांधीजी ने किसानों के शोषण के खिलाफ ऐतिहासिक संघर्ष कर इसे विश्व पटल पर लाए, उसी धरती पर तुषार गांधी को एक सामुदायिक भवन से बाहर निकाल दिया गया।” यह सिर्फ तुषार गांधी का अपमान नहीं हुआ है, आज पुरा बिहार शर्मसार हुआ है, भाजपाईयों द्वारा लोकतंत्र की हत्या का उदाहरण दूसरा और क्या हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) के नेता, जो गांधी की मूर्ति के सामने नतमस्तक होने का नाटक करते हैं, गांधीवादियों की सभा तक बर्दाश्त नहीं कर पा रहे। भाजपा- जदयू सरकार के इशारे पर तुषार गांधी के खिलाफ अपमानजनक और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि तुषार गांधी ने जनादेश की चोरी रोकने के लिए परिवर्तन यात्रा शुरू की है, लेकिन चुनावी अनियमितताओं में लिप्त भाजपा-जदयू सरकार हताश होकर लोकतंत्र को नष्ट करने पर तुल गई है। आगे कहा कि महात्मा गांधी के अहिंसक आंदोलन ने 135 साल पुरानी शोषण की व्यवस्था को खत्म किया था, और अब 20 साल से चली आ रही इस दमनकारी सरकार का अंत भी करीब है। “भाजपा और आरएसएस के इस व्यवहार के खिलाफ भाकपा माले संघर्ष जारी रखेगी। अपमान के बावजूद हम अहिंसक तरीके से लड़ते रहेंगे और वोटबंदी को कभी सफल नहीं होने देंगे।”