



बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :
उर्वरकों की बिक्री में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता : जिला पदाधिकारी
उर्वरकों की बिक्री पर जीरो टॉलरेंस नीति, अनियमितता पर होगी कठोर कार्रवाई
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। जिले में किसानों को उर्वरकों की निर्बाध और पारदर्शी आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा खाद की उपलब्धता में किसी भी तरह की समस्या किसानों को नहीं हो, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाये गये हैं। जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि उर्वरकों की बिक्री में किसी भी तरह की कालाबाजारी, जमाखोरी या मनमाने मूल्य वसूली को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उर्वरकों की बिक्री में गड़बड़ी, कालाबाजारी या कृत्रिम संकट पैदा करने की कोशिश करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चाहे वो उर्वरक विक्रेता हों या फिर सरकारी पदाधिकारी एवं कर्मी, किसी को बख्शा नहीं जायेगी। ऐसा करने वालों के विरूद्ध लगातार कार्रवाई भी की जा रही है ताकि किसानों को सुगमतापूर्वक उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। इसी कड़ी में मैनाटांड़ प्रखंड अंतर्गत मे0 गौरीशंकर खाद भंडार, झझरी, मैनाटांड़ द्वारा उर्वरक विक्रय में अनियमितता बरतने को लेकर प्रतिष्ठान के प्रोपराईटर हरेन्द्र राम, पिता-गौरीशंकर राम के विरूद्ध इनरवा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। विदित हो कि 17 अगस्त को जिला प्रशासन को मैनाटांड़ को झझरी गांव में नहर चौक पर लगभग 200 किसानों के द्वारा सड़क जाम करते हुए टायर जलाने की सूचना प्राप्त हुयी। जिला पदाधिकारी, धर्मेन्द्र कुमार द्वारा उक्त घटना को अत्यंत गंभीरता से लिया गया और संबंधित अधिकारी तत्क्षण घटनास्थल पर जाकर परिस्थिति का जायजा लेने और दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त के आलोक में अंचलाधिकारी, प्रशिक्षु प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं नोडल कृषि समन्वयक-सह-उर्वरक निरीक्षक संयुक्त रूप से घटनास्थल पर पहुंचे। यहां पर एकत्रित किसानों द्वारा बताया गया कि मे0 गौरीशंकर खाद भंडार, झझरी द्वारा 16 अगस्त को निर्धारित मूल्य से अधिक दाम लेकर देर रात 08.00 बजे तक खाद का वितरण किया गया है। तत्पश्चात प्रशिक्षु प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं नोडल कृषि समन्वयक-सह-उर्वरक निरीक्षक संयुक्त रूप से मे0 गौरीशंकर खाद भंडार का निरीक्षण किया गया और भंडार पंजी तथा वितरण पंजी की जांच की गयी। जांच में पाया गया कि 09 अगस्त को थोक विक्रेता कमला कृषि केन्द्र, बेतिया के द्वारा 100 बोरा यूरिया प्राप्त हुआ है। वितरण पंजी में वितरण का दिनांक तथा मेमो संख्या दर्ज नहीं है। इसके साथ ही उर्वरक विक्रेता मे0 गौरीशंकर खाद भंडार द्वारा दुकान का कोई बोर्ड एवं मूल्य तालिका भी नहीं लगाया गया है। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि खाद विक्रेता द्वारा कालाबाजारी एवं मुनाफाखोरी की नियत से ऐसा कृत्य किया गया है। उक्त के मद्देनजर नोडल कृषि समन्वयक-सह-उर्वरक निरीक्षक, मैनाटांड़ द्वारा मे0 गौरीशंकर खाद भंडार, झझरी, प्रोपराईटर-हरेन्द्र राम, पिता-गौरीशंकर राम के विरूद्ध इनरवा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। जिला पदाधिकारी, धर्मेन्द्र कुमार ने इस संदर्भ में कहा है कि किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने में किसी भी प्रकार की लापरवाही, कालाबाजारी या जमाखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उर्वरकों की बिक्री में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जो भी व्यक्ति या संस्था किसानों के हितों से खिलवाड़ करेगा, उसके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।