



बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :
नगर निगम में लाखों के डीजल घोटाले में पार्षद रोहित सिकारिया सहित 27 पार्षदों ने मुख्यमंत्री से की जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग
पश्चिम चंपारण के स्थानीय सांसद के फेसबुक पोस्ट में महापौर व उनके पति को घोटाले का सूत्रधार बताने पर थम नहीं रहा बवाल
सांसद के बयान वापस नहीं लेने पर महापौर ने दी है मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। पश्चिम चंपारण के स्थानीय सांसद डॉ. संजय जायसवाल के द्वारा अपने फेसबुक पोस्ट में महापौर व उनके पति को नगर निगम में डीजल घोटाले का सूत्रधार बताने पर बवाल थम नहीं रहा है।

नगर निगम में लाखों के डीजल घोटाला के इस मामले में महापौर के नगर पार्षद पति और नगर पार्षद रोहित कुमार सिकारिया सहित कुल 27 नगर निगम पार्षदगण ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अन्य को सामूहिक आवेदन देकर सांसद डॉ. संजय जायसवाल द्वारा अपने फेसबुक पोस्ट के द्वारा लगाए गए आरोपों की उच्चस्तरी जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

यहां उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व में ही सांसद डॉ. जायसवाल के द्वारा अपने उक्त बयान को वापस नहीं लेने पर महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने भी सांसद के विरुद्ध अपनी और पति की मानहानि को लेकर एक मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी पहले ही जारी किया है। बताते चले कि महापौर गरिमा देवी सिकारिया के एक पत्र का हवाला देकर सांसद संजय जायसवाल के परिवार के छावनी स्थित पेट्रोल पंप से लाखों के डीज़ल घोटाले का आरोप लगाया था। जिसके बाद सांसद द्वारा लिखा एक फेसबुक पोस्ट वायरल हुआ है। जिसमें उनके द्वारा बेतिया नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया तथा उनके पति एवं नगर निगम के पार्षद रोहित कुमार सिकारिया पर डीजल चोरी का इल्जाम लगाया गया है। जबकि पार्षदगण एवं निगम बोर्ड के बहुमत द्वारा बहुत पहले इस विषय पर गहन विमर्श के उपरान्त यह आरोप नगर निगम के तत्कालीन नगर आयुक्त तथा सम्बन्धित पेट्रोल पम्प के विरूद्ध सत्य पाकर राज्य सरकार से इस विषय पर जांच तथा दोषी पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की जा चुकी है। नगर निगम की एक कर्मठ महिला तथा ईमानदार महापौर और उनके पति के विरुद्ध स्थानीय सांसद द्वारा लगाए गए निराधार और असत्य आरोप को निगम के हम पार्षद सिरे से खारिज करते हैं। तथा राज्य सरकार से पूर्व में बोर्ड द्वारा पारित प्रस्ताव के आलोक में सम्पूर्ण पेट्रोल पम्प मामले की जांच एक निष्पक्ष जांच एजेंसी से कराने की मांग करते हैं। स्थानीय सांसद महोदय द्वारा एक ईमानदार महिला महापौर के विरूद्ध झूठा आरोप लगाकर उन्हें समाज में बदनाम तथा महिला समाज को अपमानित करने का जो प्रयास किया गया है, उसकी हम घोर निन्दा करते हैं। नगर पार्षद गण ने यह भी लिखा है कि स्थानीय सांसद महोदय के द्वारा अपने राजनैतिक प्रभाव और पद का दुरूपयोग कर के सच्चाई और भ्रष्टाचार को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इसकी उच्च स्तरीय जांच के साथ तत्कालीन नगर आयुक्त श्री शंभू कुमार और अन्य दोषियों के विरुद्ध विधि सम्मत कड़ी और न्यायोचित कार्रवाई की मांग की है। नगर निगम के 27 माननीय पार्षद गण द्वारा विभाग सचिव को भेजे गए पत्र की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विभागीय मंत्री जीवेश मिश्रा, विभाग के मुख्य सचिव, संयुक्त सचिव के साथ ही स्थानीय जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार, महापौर गरिमा देवी सिकारिया, नगर आयुक्त लक्ष्मण तिवारी को भी भेजते हुए सांसद जायसवाल के अनर्गल आरोपों की उच्च स्तरीय जांच और संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।