बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :
नगर निगम बोर्ड से स्वीकृत योजनाओं के तहत निर्माणाधीन आरसीसी नालों चौड़ाई पहले से भी कम कर देने की जानकारी पर भड़कीं महापौर
अनेक वार्डों में निर्धारित आठ घंटे की जगह चार-पांच घंटे में ही सफाई कार्य की खानापूरी की शिकायत पर सफाई निरीक्षकों को सख्त निर्देश
न्यूज़ डेस्क, ए.एल.न्यूज़
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। महापौर गरिमा देवी सिकारिया की अध्यक्षता में शुक्रवार को देर शाम तक चली सशक्त स्थायी समिति की बैठक में नगर निगम के अनेक वार्डों में लचर साफ व्यवस्था को महापौर ने सफाई निरीक्षकों लापरवाही करार दिया।

इसके साथ महापौर ने कहा कि दिनोदिन बढ़ती आबादी के अनुसार नागरिक सुविधाओं में ज़रूरत के हिसाब से विस्तार जरूरी है। इसके विपरीत बुडको की योजना के तहत कराएं जा रहे नालों के निर्माण पर महापौर श्रीमती सिकारिया के साथ अन्य सदस्यों के द्वारा भी गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए आपत्ति जताई गई। इस क्रम में बुडको के अभियंता ने बताया कि आठ फिट का कच्चा नाला है, लेकिन पक्का आरसीसी नालों का प्राक्कलन ही चार फिट का बना है। तब महापौर के इस प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए बुडको को पत्र लिखकर व्यापक जनहित में प्राक्कलन में सुधार के लिए अनुरोध का प्रस्ताव पारित किया गया। महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि ऐसा नहीं होने पर नगर निगम क्षेत्र की बढ़ती आबादी को परेशानी का साथ नाले की सरकारी जमीन का भी अतिक्रमण की पूरी आशंका है। इसके साथ ही नगर निगम क्षेत्र के अनेक वार्डों निर्धारित आठ घंटे की जगह चा-पांच घंटे में ही सफाई कार्य की खानापूरी की शिकायत मिलने पर महापौर के द्वारा सफाई निरीक्षकों को फटकार लगाई गई। इस स्थिति में सुधार के लिए यह निर्णय लिया गया कि पूरे नगर निगम क्षेत्र के सफाईकर्मियों के लिए प्रतिदिन पूर्वाह्न 10 बजे से मात्र आधे घंटे अर्थात 10:30 तक के समय को लंच आवर माना जाएगा। इसके अलावा किसी भी सफाईकर्मी के गायब पाए जाने पर मानदेय राशि में से कटौती के साथ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ प्राथमिकता के आधार पर खराब लाइटों को ठीक करने और अन्य जरूरी स्थानों पर प्रकाश व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए नए लाइटों को आकस्मिकता के मद लगाने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके पूर्व सर्वप्रथम गत बैठक को स्वीकृति प्रदान की गई। वही ऑडिट रिपोर्ट की आपत्तियों का त्वरित निराकरण के अलावा ठंड के बढ़ते प्रकोप से गरीबों के बचाव के लिए अलाव जलाने और कम्बल वितरण करने पर भी चर्चा की गई।








