



मौसमी नहर मजदूरों को सालो भर काम एवं बकाये मजदूरी भुगतान के लिए गुरुवार को जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद से मिलकर एक आवेदन दिया
✍️ मिथिलेश कुमार झा, विशेष संवाददाता
– अमिट लेख
वीरपुर, (सुपौल)। कोसी मुख्य नहर में सिंचाई के लिए समुचित मात्रा में जलापूर्ति, नहरों के रख रखाव एवं सुरक्षा निगरानी के लिए। मौसमी नहर मजदूरों को सालो भर काम एवं बकाये मजदूरी भुगतान के लिए गुरुवार को जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद से मिलकर एक आवेदन दिया और अपने स्तर से पहल करने की मांग की गई। मौसमी मजदूरों की मांग है, कि प्रत्येक साल खरीफ फसल के दौरान 120 दिन एवं रबी फसल सिंचाई के लिए 90 दिन मौसमी मजदूरों को काम मजदूरों को गेट संचालन, रख रखाव एवं जल स्त्राव के माप के लिए दिया जाता है। बर्ष के शेष दिन हम मजदूरों को कोई कार्य नही रहने के कारण परिवार चलाना कठिन होता हैं। ऐसी स्थिति में मौसमी मजदूरों को पूरे बर्ष नहरों के रख रखाव के लिए रखा जाना जरूरी है। जिससे किसानों को समुचित मात्रा में जलापूर्ति हो सके। मौसमी मजदूरों का कहना है कि उनका 2000 खरीफ फसल का आंशिक भुगतान किया गया है। जबकि रबी फसल 20/21 का भुगतान लम्बित है। जिसके कारण उनको परिवार चलाना कठिन हो गया है। ऐसी स्थिति में उनकी मांग है कि नहरों के रखरखाव एवं निगरानी के लिए इन लोगो को सालो भर काम पर रखा जाय और उनके लम्बित मजदूरी भुगतान अविलम्ब किया जाय। मांग पत्र पर अश्वनी कुमार कर्ण, चितरंजन पांडे, चन्द्रानंद ठाकुर, नागेंद्र झा, भरत कुमार पासवान, सिंघेश्वर सिंह, धीरज कुमार पासवान, सन्तोष बिराजी, बच्चन मंडल, योगेंद्र शर्मा, आदि के नाम शामिल है।