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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के दौरान चप्पल खोलने को लेकर तीखी टिप्पणी की गई थी
संतोष सुमन ने कहा कि ऐसा कोई भी बात नहीं थी और अमित शाह ने ऐसा बिल्कुल नहीं कहा था कि आप लोग दलित है, इसलिए चप्पल खोल कर आए
✍️ अमित कुमार, स्टेट हैड
– अमिट लेख
पटना, (विशेष)। पूर्व मंत्री संतोष सुमन ने महागठबंधन के नेताओं को उस बयान के लिए आड़े हाथों लिया है। जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के दौरान चप्पल खोलने को लेकर तीखी टिप्पणी की गई थी। संतोष सुमन ने कहा कि ऐसा कोई भी बात नहीं थी और अमित शाह ने ऐसा बिल्कुल नहीं कहा था कि आप लोग दलित है, इसलिए चप्पल खोल कर आए। लेकिन इसे विवाद बना दिया गया, उन्होंने कहा कि मेरे पिता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को अमित शाह ने अपने बगल वाले सोफे पर बैठाया। इसमें कहां दलित अपमान की बात आ रही है। जबकि महागठबंधन के लोग उसे दलित अपमान का विवाद बताया। उन्होंने उल्टे महागठबंधन के नेताओं और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर दलितों और कमजोर वर्ग को अपमानित करने का आरोप लगाया। बताते चलें कि पिछले दिनों जब एनडीए में शामिल होने के लिए जीतन राम मांझी और संतोष सुमन दिल्ली गए थे, उस दौरान अमित शाह के सरकारी आवास पर मुलाकात की थी। इस दौरान मुलाकात के लिए अंदर जाने से पहले बाहर में दोनों नेताओं के चप्पल खुलवाने के मामले को दलित अपमान बताकर महागठबंधन के नेताओं ने तीखी टिप्पणी की थी।