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Post: बारिश बन सकती है आफत, गंगा और गंडक नदी उफान पर

बारिश बन सकती है आफत, गंगा और गंडक नदी उफान पर

पटना समेत कई जिलों में भारी बारिश की संभावना

मौसम विभाग ने वज्रपात की भी जताई आशंका

किसानों से बारिश में खेतों में नहीं जाने की अपील

कई नदियों का बढ़ा जलस्तर, प्रशासन अलर्ट मोड पर

पूर्वी चम्पारण व पश्चिम चम्पारण के सभी नदिया उफान में 

✍️ दिवाकर पाण्डेय, जिला न्यूज़ ब्यूरो

-अमिट लेख
मोतिहारी। उतर बिहार में मौसम का मिजाज बदल चुका है। मिजाज इस कदर बदला है कि अब आसामान से सिर्फ पानी की नहीं बल्कि आफत की बारिश होने वाली है। कई जिलों में अगलो 4 दिनों तक जमकर बारिश होने वाली है इस दौरान वज्रपात होने की भी प्रबल संभावना है। ऐसे में मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि जबतक बहुत ज्यादा जरूरी ना हो तबतक अपने घरों से बाहर ना निकलें।

वही किसानों से बारिश के दौरान खेतों में काम ना करने की अपील भी मौसम विभाग द्वारा गई है। वहीं, दूसरी तरफ बगहा में गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। गंडक बैराज से सवा लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके अलावा बगहा समेत कई जिलों में 24 घंटे में भारी बारिश का अलर्ट भी मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया है।

इंडो-नेपाल बॉर्डर पर बैराज के सभी 36 फाटक खोल दिए गए है। अभियंताओं को बांधों के सघन निगरानी के आदेश दिए गए है। गंडक बैराज नियंत्रण कक्ष से 4 शिफ्ट में मॉनीटरिंग हो रही है। शास्त्रीनगर वार्ड नंबर- 15 में नदी के पानी का दबाव बढ़ा है। प्रशासन की पोल भी खुलती नजर आ रही है। गंडक नदी तट पर खेती वाली जमीन पर कटान की शुरुआत अभी से ही हो गई है। लगातार हो रही बारिश अगर आफत लेकर आई है तो किसानों के लिए खुशी भी लेकर आई है। खबर बगहा के रामनगर से है जहाँ प्रखंड के कई पंचायतों में देर रात से रुक रुक कर झमाझम बारिश हो रही है। खेतों में किसान जोर शोर से धान की रोपाई के कार्य करते नजर आ रहे है। ये बारिश धान रोपन के साथ साथ गन्ना के लिए भी काफी लाभदायक है। इस बाबत किसानों का कहना है। कड़क धुप में मोटरपंप के सहारे किसी तरह से खेती का काम किया जा रहा था लेकिन उचित मात्रा में मिट्टी में नमी नहीं आ रही थी। ये बारिश खुशी की सौगात लेकर आई है।

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