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Post: तटबंधों की सुरक्षा बेहद जरूरी, लगातार कराएं पेट्रोलिंग : जिलाधिकारी

तटबंधों की सुरक्षा बेहद जरूरी, लगातार कराएं पेट्रोलिंग : जिलाधिकारी

संभावित बाढ़ एवं कटाव से निपटने हेतु हमेशा तैयार रहें अधिकारी एवं अभियंता

संवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में सुरक्षात्मक सामग्री का करें भंडारण

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न

बेतिया मोहन सिंह। जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने कहा कि संभावित बाढ़, कटाव से निपटने हेतु जिला प्रशासन की पूरी टीम अलर्ट रहे।

सभी संबंधित अधिकारी समन्वय स्थापित कर संभावित बाढ़ एवं कटाव से जानमाल की क्षति नहीं होने पाएं, इस हेतु प्रयासरत रहें। उन्होंने कहा कि संभावित बाढ़ आपदा से निपटने हेतु जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक बिन्दुओं की गहन समीक्षा तथा तटबंधों का निरीक्षण लगातार की जा रही है तथा तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन भलिभांति करें, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि बाढ़ से निपटने हेतु तैयारी बेहद महत्वपूर्ण कार्य है। संभावित बाढ़ एवं कटाव से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहें। जान-माल की सुरक्षा करना हम सभी का दायित्व है। इस कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जलस्तर बढ़ने की स्थिति में नदी किनारे रहने वाले व्यक्तियों अथवा निचले इलाकों में रहने वाले व्यक्तियों को ससमय सुरक्षित स्थलों पर चले जाने को कहें तथा इसे सुनिश्चित कराएं। जनजागरूकता कार्यक्रम चलाया जाय। ओवरलोडेड नावों का परिचालन नहीं होने दें। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में कम्युनिकेशन गैप नहीं होना चाहिए। कम्युनिकेशन प्लान अपडेट रखें। बाढ़ अथवा कटाव की स्थिति में तुरंत सूचना वरीय अधिकारियों को दें तथा कारगर सुरक्षात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि संबंधित कार्यपालक अभियंता अपने अधीनस्थ अभियंताओं के साथ लगातार तटबंधों की निगरानी तथा निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण के क्रम में किसी जगह पर तटबंध की मरम्मति की आवश्यकता हो तो तुरंत सुरक्षात्मक कार्य सुनिश्चित करेंगे। गुणवत्तापूर्ण सुरक्षात्मक कार्य होना चाहिए। किसी भी स्तर पर गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। अन्यथा जांचोपरांत संबंधित संवेदक एवं अभियंता के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप ससमय कारगर कार्रवाई सुनिश्चित करें, सजग रहें। उन्होंने निर्देश दिया कि संवेदनशील अथवा अतिसंवेदनशील स्थलों पर बाढ़ सुरक्षात्मक सामग्री का पर्याप्त मात्रा में भंडारण आवश्यक है। यह ध्यान रखें कि सामग्री का भंडारण नजदीक हो ताकि विषम परिस्थिति में त्वरित गति से कार्रवाई की जा सके। इसके साथ ही मैन पॉवर की पर्याप्त उपलब्ध भी सुनिश्चित की जाय। फ्लड फाईटिंग वर्क में शामिल सभी संसाधन अपडेट रखें। उन्होंने निर्देश दिया कि जिन स्थलों पर फ्लड फाईटिंग वर्क कराया जायेगा वहां सीओ, आरओ गहनता से जांच करेंगे। एसडीएम लगातार अनुश्रवण एवं समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही संभावित बाढ़ एवं कटाव से निपटने हेतु भंडार किये गये सामग्रियों का भी भौतिक सत्यापन संबंधित सीओ, आरओ करेंगे तथा प्रतिवेदन एसडीओ तथा आपदा शाखा को उपलब्ध करायेंगे। रेनफॉल से संबंधित रिपोर्ट प्रतिदिन उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाय। साथ ही वर्षा मापक यंत्रों का रख-रखाव भी सुनिश्चित किया जाय। बाढ़ आश्रय स्थल की कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाय। बाढ़ आश्रय स्थल तक पहुंचने के लिए संपर्क पथ की बेहतर व्यवस्था करें। समीक्षा के क्रम में सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि मेडिकल टीम का गठन कर लिया गया है। कंट्रोल रूम की स्थापना कर ली गयी है। गंभीर रोगों एवं गर्भवती महिलाओं की सूची अद्यतन कर ली गयी है। स्वास्थ्य संस्थानों में एएसभीएस, एआरभी, हैलोजन, ब्लीचिंग पाउडर प्रचूर मात्रा में उपलब्ध है तथा आवश्यकतानुसार मांग के अनुरूप उपलब्ध कराने हेतु पर्याप्त मात्रा में जिला भंडार कक्ष में सुरक्षित है। जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पशु चारा एवं दवा की व्यवस्था कर ली गयी है। प्रखंडों के पशु अस्पतालों को पर्याप्त मात्रा में पशु चारा एवं दवा उपलब्ध करा दिया गया है। कार्यपालक अभियंता, गंडक बराज द्वारा बताया गया कि अभी गंडक बराज से 73 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। जलस्तर की निगरानी की जा रही है। गंडक बराज के सभी फाटकों की नियमित रूप से जांच करायी जा रही है। सभी फाटक पूरी तरह फंक्शनल है। आपदा सम्पूर्ति पोर्टल अपडेशन कार्य की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सम्पूर्ति पोर्टल पर अपडेशन कार्य ससमय होते रहना चाहिए। प्रभावितों का आधार सीडिंग कार्य दो दिनों के अंदर शत-प्रतिशत पूर्ण करा लिया जाय ताकि उन परिवारों को लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने निर्देश दिया कि आपदा से जुड़े सभी लंबित विपत्रों का भुगतान त्वरित गति से कराना सुनिश्चित किया जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग तथा ग्रामीण कार्य विभाग क्षेत्रान्तर्गत वेंटों की सफाई समुचित तरीके से करा लेंगे ताकि जलनिकासी में बाधा नहीं पहुंचे। संभावित बाढ़ एवं कटाव के कारण अगर कोई सड़क क्षतिग्रस्त होता है तो त्वरित गति से उसकी मरम्मति कराना सुनिश्चित करेंगे। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्ता, जिला लोक शिकायत निवारण, अनिल राय, जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, विपिन कुमार यादव, एसडीएम, बेतिया सदर, विनोद कुमार, एसडीएम, नरकटियागंज, धनंजय कुमार सहित सभी अंचलाधिकारी, कार्यपालक अभियंता आदि उपस्थित रहे।

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