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Post: आशा कार्यकर्ता का धरण सातवे दिन जारी

आशा कार्यकर्ता का धरण सातवे दिन जारी

बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ के आह्वान पर सभी आशा कार्यकर्ता अपने 9 सूत्री मांगों को लेकर 7 वें दिन भी सीएचसी के मेन गेट पर ताला जड़कर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठीं हैं

श्रीनारायण सिंह

–  अमिट लेख

तुरकौलिया, (संवाददाता)। बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ के आह्वान पर सभी आशा कार्यकर्ता अपने 9 सूत्री मांगों को लेकर 7 वें दिन भी सीएचसी के मेन गेट पर ताला जड़कर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठीं हैं। हड़ताल के शुरुआती दिनों में पहले इमरजेंसी और ओपीडी खुला रहता था। लेकिन इधर दो तीन दिनों से आशा कार्यकर्ता फेसिलेटरों ने धरना के दौरान इसे भी बाधित कर दिया है। टीकाकरण, ओपीडी, बच्चों को पड़ने वाले आरआई वैक्सीन सहित बाकी सभी कार्य बाधित हो गया है। आशा कार्यकर्ताओं का कहना था कि स्वास्थ्य संबंधित सभी कार्यों मे हमलोगों की भागेदारी रहती है। हम सभी आशा कार्यकर्ता फेसिलेट सभी कार्यक्रमों व योजनाओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा भी लेतीं हैं। जबकि अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए मंगलवार को 7 दिन हो चुका है। लेकिन आजतक सरकार हम लोगों के मांगों पर विचार नही कर रही है। सरकार का कोई भी आलाधिकारी भी संघ से बात करने को तैयार नही है। मुख्यमंत्री या मंत्री तो दूर की बात है। जबकि दुसरे राज्यों में सरकार द्वारा आशा कार्यकर्ताओं को सभी सुविधाएं दी जातीं हैं। साथ ही मानदेय राशि भी मिलता है। लेकिन यहां हमलोगों को सरकार कोई भी सुविधा देने को तैयार नजर नही आती है। फिलहाल पारितोषिक राशि के नाम एक हजार मिलता है। जबकि मानदेय राशि 10 हजार देने की मांग की जा रही है। साथ ही आशाओं के भुगतान में व्यापक भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी की जाती है। इसपर भी रोक लगाने की मांग की जा रही है। जबतक मांग पुरी नही की जाएगी तबतक हड़ताल जारी रहेगा। पिछले दफे भी हड़ताल किया गया था तो सरकार ने मानदेय देने का वादा किया था। जहां सरकार की बात को मानकर हड़ताल समाप्त कर दिया गया था। सरकार के आश्वासन पर हमलोगों को भरोसा था कि अब मानदेय मिलेगा। जिससे हमलोगों के परिवार का भरण-पोषण ठीक से होगा। लेकिन सरकार ने आजतक मानदेय लागू नही किया। नीतीश सरकार अपने वादे से मुकर गई है। इस बार अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू किया गया है। जबतक सरकार मांग नहीं मानेगी तबतक हड़ताल जारी रहेगा। इधर सीएचसी चिकित्सा प्रभारी डा0 अरुण गुप्ता ने बताया कि हड़ताल के कारण इमरजेंसी व ओपीडी भी बाधित हो गया है। आजकल सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ओपीडी व इमरजेंसी भी बंद रह रहा है। साथ ही अस्पताल का सभी दैनिक कार्य भी बाधित रह रहा है। जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। इलाज भी ठीक से नही हो रहा है। हड़ताल में यशोदा देवी, मेरातुन नेशा, मीरा देवी, कुमांतिं देवी,रंभा देवी, शशिकला देवी, रीता कुमारी, प्रेमशीला देवी, ममता देवी, रुपा देवी, अनुराधा देवी, कृष्णा देवी, शबनम खातून, वीणा देवी, घना देवी, अंजू देवी, मीरा देवी, विंदू देवी सहित दर्जनों आशा कार्यकर्ता फेसिलेटर शामिल हैं।

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