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Post: IAS बनने के लिए कितने घंटे पढ़ना जरूरी है? जानिए संस्कृति IAS Coaching के ए.के. अरुण सर से

IAS बनने के लिए कितने घंटे पढ़ना जरूरी है? जानिए संस्कृति IAS Coaching के ए.के. अरुण सर से

IAS Coaching

UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा देखा जाए तो अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तुलना में बेहद कठिन मानी जाती है। चूँकि आयोग उम्मीदवार से ज्यादा अपेक्षाएं रखता है। IAS Coaching ले रहे UPSC परीक्षा की तैयारी करने वाले प्रत्येक विद्यार्थी के मन में प्रश्न उठता है कि एक दिन में औसत कितने घंटे पढ़ें। हालाँकि प्रत्येक अभ्यर्थी के द्वारा पढाई को दिए जाने वाले अभ्यर्थियों की क्षमता अलग-अलग होती है।

IAS Coaching
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छात्रों के मन में ढेरों विचार होते हैं की किस तरिके से पढाई की जाए। हम कौनसी अध्ययन सामग्री पढ़ें, किस तकनीक का उपयोग करें , क्या योजनाए बनाएं और किस टॉपिक को कितना समय दें; ये प्रश्न किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की रणनीति का हिस्सा होते हैं। और संस्कृति IAS Coaching सेंटर जैसे संसथान आपको UPSC की तैयारी करने में उचित मार्गदर्शन देते हैं। आपके इन सभी प्रश्नों का एक अच्छा जवाब है ‘स्मार्ट स्टडी’ करें। UPSC की तैयारी में पढ़ने की कोई सीमा नहीं होती है। संस्थान आपको रे देता है को आप अपने पाठयक्रम में उल्लिखित विषयों को पढ़ें, विगत वर्षों के प्रश्नों से विषयों की गंभीरता को समझें, स्टैण्डर्ड बुक्स को प्राथमिकता दें। अंत में एक प्रश्न बचता है कि ‘कितनी देर पढ़ें’ हालाँकि यह आत्मनिष्ठ प्रश्न है।

ज्यादा घंटे पढ़ने का मतलब सफलता नहीं – एके अरुण सर (संस्कृति IAS Coaching सेंटर)

संस्कृति IAS Coaching सेंटर के एके अरुण सर बताते हैं कि उन्होंने अपने अध्यापन के सफर में ऐसा कई बार देखा है कि बहुत पढ़ने वाले अभ्यर्थी, जिन्होंने अपना अधिकतम समय पढ़ाई को दिया (औसत 14 घंटे) दुर्भाग्य से वे सफल ही नहीं हुए। उनका मानना है कि मात्र अधिक पढ़ें से कोई सफलता हासिल नहीं कर सकते। एके अरुण सर का कहना है कि ऐसे भी अनेक अभ्यर्थियों को प्रत्यक्ष रूप से देखा है , जो अध्ययन में कम समय देकर भी सफल हो गए। ऐसे में अध्ययन, समय एवं सफलता के मध्य सम्बन्ध की व्याख्या कैसे की जाए। यद्यपि मोटे तौर पर कुछ सुझाव हैं, जो आपके समय प्रबंधन को सुनिश्चित करेंगे। हालाँकि उनके अनुसार आप इन चीजों पर ध्यान दे सकते हैं :

• दैनिक दिनचर्या के कार्यों को भी महत्त्व देते हुए अध्ययन के लिये समय निर्धारित करें।
• कम से कम 8 घंटे पढ़ाई का लक्ष्य रखें।
• अध्ययन के निर्धारित समय को कई हिस्सों में बाँट लें। (जैसे- 2-2 घंटे की चार शिफ्ट्स एवं हर दो शिफ्ट्स के बीच कुछ समयांतराल रखें)
• इन शिफ्ट्स को प्रकृति के अनुसार भी वर्गीकृति कर सकते हैं (जैसे- 4 घंटे नया पढ़ने के लिए, 1 घंटा रिवीजन, 1 घंटा उत्तर लेखन,1 घंटा प्रारंभिक परीक्षा अभ्यास प्रश्न, 1 घंटा सम-सामयिक अद्यतन के लिए); अपनी सुविधानुसार संशोधित भी कर सकते हैं।
• अध्ययन समय पूर्ति केन्द्रित न होकर अधिगम(Learning) केन्द्रित हो।
• अध्ययन के बाद मूल्यांकन अवश्य करें कि इस निश्चित समय में कितना सीखा।
• अपनी समय सारणी को लचीला रखें, जिसमे समय में फेर-बदल की गुंजाइश बनी रहे।
• परीक्षा के नजदीक आने पर अध्ययन के समय को और बढ़ा लें
• अध्ययन में नियमितता जरुरी है।
• समय सारणी में कुछ वक्त अपने स्वास्थ्य एवं मनोरंजन के लिए भी निकालें।
• सप्ताह के किसी दिन में आधा दिन पढाई से हटकर स्वयं के लिए निकालें।
• किसी कारणवश समय-सारणी का उल्लंघन हो जाता है, तो हताश मत हों निरंतर सुधारोन्मुखी रहें, आदि।

समय साधन है, सफलता साध्य है आप अपनी पढ़ाई को इतना समय दें कि कम से कम समय में परीक्षा पास कर सकें। बशर्ते स्वास्थ्य को नजर अंदाज किए बिना। संस्कृति IAS Coaching के अगर इन चीजों पर अगर आप ध्यान देंगे तो आपके UPSC की परीक्षा पार करने की सम्भावना बढ़ जाएगी। बता दें कि संस्कृति IAS हिंदी माध्यम में UPSC की तैयारी के लिए प्रयागराज और दिल्ली के मुख़र्जी नगर में सबसे बेहतर मन जाता है।

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