Tag: दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति की बैठक सम्पन्न हुयी।

  • जेई/एईएस (मस्तिष्क ज्वर-चमकी बुखार) संक्रमण की रोकथाम हेतु सभी व्यवस्थाएं रखें अपडेट : जिलाधिकारी

    जेई/एईएस (मस्तिष्क ज्वर-चमकी बुखार) संक्रमण की रोकथाम हेतु सभी व्यवस्थाएं रखें अपडेट : जिलाधिकारी

    बेतिया से उप संपादक का चश्मा :

    अस्पतालों में वार्ड एवं बेड सहित दवाईयों की उपलब्धता करें सुनिश्चित

    प्रत्येक बच्चा अनमोल है, एक-एक बच्चे का विशेष ख्याल रखना है

    जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जेई/एईएस की रोकथाम हेतु जिला टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न

    “चमकी को धमकी“ के तीन मुख्य बातें का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने का निदेश

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चंपारण 

    मोहन सिंह

    –  अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। एईएस/जेई संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने एवं इसके कुशल प्रबंधन को लेकर आज जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक समाहरणालय सभागार में सम्पन्न हुयी। जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि जेई/एईएस (मस्तिष्क ज्वर-चमकी बुखार) की रोकथाम हेतु सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखें। मेडिकल कॉलेज सहित जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को अलर्ट रखें।

    फोटो : मोहन सिंह

    अस्पतालों में वार्ड, बेड एवं दवा की पर्याप्त व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी को अलर्ट मोड में रखा जाय ताकि किसी भी विषम परिस्थिति में बच्चों की जान बचाई जा सके। इसके साथ ही कम्युनिकेशन प्लान का बेहतर तरीके से इंप्लेमेंटेशन कराना सुनिश्चित करें।उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चा अनमोल है, एक-एक बच्चे का विशेष ख्याल रखना है। प्रभावित बच्चा ससमय अस्पताल पहुंच जाय और उसे समुचित चिकित्सा उपलब्ध हो, इसे हर हाल में सुनिश्चित करें। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही, कोताही एवं शिथिलता कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। लापरवाही, कोताही बरतने वाले डॉक्टरों एवं कर्मियों को चिन्हित करते हुए उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि सभी पीएचसी में जेई/एईएस से बचाव हेतु सभी आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया करें। आवश्यक दवाओं के साथ-साथ पैरासिटामोल, ओआरएस, विटामिन ए सहित ग्लूकोज भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायें। साथ ही पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस की व्यवस्था, डॉक्टर, नर्सेंज की उपस्थिति आदि की समुचित व्यवस्था सभी स्वास्थ्य संस्थानों में रहनी चाहिए। सिविल सर्जन स्वयं सभी कार्यों का नियमित अनुश्रवण एवं निरीक्षण करते रहेंगे। किसी भी प्रकार की लापरवाही, कोताही एवं शिथिलता कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि जेई/एईएस एक गंभीर बीमारी है, जो अत्यधिक गर्मी एवं नमी के मौसम में फैलती है। मस्तिष्क ज्वर की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि जेई/एईएस के संभावित संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने एवं इसके कुशल प्रबंधन के लिए लोक स्वास्थ्य अभियंतत्रण संगठन, आइसीडीएस, जीविका, पंचायती राज विभाग, खाद्य एवं उपभोक्ता विभाग, परिवहन विभाग, शिक्षा, पशुपालन विभाग, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग आदि को समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा पदाधिकारी शिक्षकों को जेई/एईएस संक्रमण एवं उसके रोकथाम के लिए विद्यालयों के बच्चों एवं उनके अभिभावकों को इसके प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि जीविका दीदियों के माध्यम से जेई/एईएस संक्रमण एवं रोकथाम के संबंध में प्रचार-प्रसार में सहभागिता सुनिश्चित की जाय। उन्होंने निदेश दिया कि आंगनबाड़ी सेविकाओं-सहायिकाओं के द्वारा जेई/एईएस संक्रमण एवं रोकथाम के संबंध में सामुदायिक चेतना का प्रचार-प्रसार कराया जाय तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ओआरएस, सीरप एवं पारासिटामोल आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय। सिविल सर्जन को निदेश दिया गया कि जेई/एईएस की रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन सहित चमकी को धमकी से संबंधित जानकारी का व्यापक स्तर पर बुकलेट, पम्फलेट, दीवाल लेखन, नुक्कड़ नाटक, फ्लेक्स, चौपाल आदि के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाय। बच्चों के अभिभावकों को बताएं कि कोई भी बच्चा रात में भूखा नहीं सोए, इस बीमारी के कुछ भी लक्षण दिखे तो जल्द से जल्द अस्पताल जाएं ताकि उनका समय पर ईलाज हो सके। जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि मस्तिष्क ज्वर की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी “चमकी को धमकी” के तीन मुख्य बातें यथा-(1) खिलाओ- बच्चों को रात में सोने से पहले भरपेट खाना जरूर खिलाएं (2) जगाओ-रात के बीच में एवं सुबह उठते ही देखें कि कहीं बच्चा बेहोश या उसे चमकी तो नहीं एवं (3) अस्पताल ले जाओ-बेहोशी या चमकी दिखते ही आशा को सूचित कर तुरंत 102 एम्बुलेंस या उपलब्ध वाहन से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं का व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस की समुचित व्यवस्था कराना सुनिश्चित किया जाय। साथ ही गांव-पंचायतों से पीड़ित बच्चों को स्वास्थ्य केन्द्र पर लाने हेतु वाहनों की टैगिंग अविलंब सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि हर हाल में पीड़ित बच्चों को स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया जाना है, इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही, कोताही, शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि अभिभावक अपने-अपने बच्चों को रात में बिना खाना खिलाएं नहीं साने दें। अगर कोई बच्चा शाम के समय में खाना खाया है और सो गया है तो उसे भी रात में जगाकर अवश्य खाना खिलाएं। इसके साथ ही बच्चों को रात में सोते समय अनिवार्य रूप से मीठा सामग्री यथा-गुड़, शक्कर, चीनी आदि खिलाएं। उन्होंने कहा कि चमकी बुखार अधिकांशतः रात के 02 बजे से 04 बजे के बीच अक्रामक रूप लेता है, इस समय सभी अभिभावकों को सचेत रहने की आवश्यकता है। अगर चमकी के साथ तेज बुखार हो तो तुरंत क्षेत्र के एएनएम, आशा कार्यकर्ता अथवा आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को सूचित करें। इनके माध्यम से आवश्यक दवाएं तथा प्राथमिक उपचार की जायेगी तथा नजदीकी पीएचसी में ले जाकर समुचित उपचार किया जायेगा।

    मस्तिष्क ज्वर के लक्षण :

    ● सरदर्द, तेज बुखार आना जो 5-7 दिनों से ज्यादा का ना हो
    ● अर्द्ध चेतना एवं मरीज में पहचानने की क्षमता नहीं होना/भ्रम की स्थिति में होना/बच्चे का बेहोश हो जाना।
    ● शरीर में चमकी होना अथवा हाथ पैर में थरथराहट होना।
    ● पूरे शरीर या किसी खास अंग में लकवा मारना या हाथ पैर का अकड़ जाना।
    ● बच्चे का शारीरिक एवं मानसिक संतुलन ठीक नहीं होना।
    ● उपरोक्त लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखने पर अविलंब अपने गांव की आशा/एएनएम दीदी से संपर्क कर अपने सबसे निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर चिकित्सीय परामर्श लें। इसके उपरांत ही सदर अस्पताल/मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बच्चों को ईलाज हेतु ले जायें।

    सामान्य उपचार एवं सावधानियां :

    ● अपने बच्चों को तेज धूप से बचाएं। घर से बाहर जाने पर सर पर टोपी या गीला गमछा रखें।
    ● अपने बच्चों को दिन में दो बार स्नान कराएं।
    रात में बच्चों को भरपेट खाना खिलाकर ही सुलाएं।
    ● गर्मी के दिनों में बच्चों को ओआरएस अथवा नमक-चीनी एवं नींबू पानी से शरबत बनाकर पिलायें।
    ● रात में सोते समय घर की खिड़कियां एवं रौशनदान को खोल दें, ताकि हवा का आवागमन होता रहे।

    ध्यान देने वाली बातें :
    क्या करेंः-
    ● तेज बुखार होने पर पूरे शरीर को ताजे पानी से पोछें एवं पंखा से हवा करें ताकि बुखार 100 डिग्री से कम हो सके।
    ● पारासिटामोल की गोली/सीरप मरीज को चिकित्सीय सलाह पर दें।
    ● यदि बच्चा बेहोश नहीं है तब साफ एवं पीने योग्य पानी में ओआरएस का घोल बनाकर पिलायें।
    बेहोशी/मिर्गी की अवस्था में बच्चे को छायादार एवं हवादार स्थान पर लिटाएं।
    ● चमकी आने पर, मरीज को बाएं या दाएं करवट में लिटाकर ले जाएं।
    ● बच्चे के शरीर से कपड़े हटा लें एवं गर्दन सीधा रखें।
    अगर मुंह से लार या झाग निकल रहा हो तो साफ कपड़े से पोछें, जिससे कि सांस लेने में कोई दिक्कत ना हो।
    ● तेज रोशनी से बचाने के लिए मरीज की अंखों को पट्टी या कपड़े से ढंकें।

    क्या ना करेंः-

    ● बच्चे को कम्बल या गर्म कपड़ों में न लपेंटे।
    ● बच्चे की नाक बंद नहीं करें।
    ● बेहोशी/मिर्गी की अवस्था में बच्चे के मुंह से कुछ भी न दें।
    ● बच्चे का गर्दन झुका हुआ नहीं रखें।
    ● चूंकि यह दैविक प्रकोप नहीं है बल्कि अत्यधिक गर्मी एवं नमी के कारण होने वाली बीमारी है अतः बच्चे के ईलाज में ओझा गुणी में समय नष्ट न करें।
    ● मरीज के बिस्तर पर ना बैठें तथा मरीज को बिना वजह तंग न करें।
    ● ध्यान रहे कि मरीज के पास शोर न हो और शांत वातावरण बनायें रखें।

    इस गर्मी हम मिल के देंगे चमकी को धमकी : ये 3 धमकियां याद रखें।

    ● खिलायें-बच्चे को रात में सोने से पहले भरपेट खाना जरूर खिलाएं। यदि संभव हो तो कुछ मीठा भी खिलायें।
    ● जगायें-रात के बीच में एवं सुबह उठते ही देखें कि कहीं बच्चा बेहोश या उसे चमकी तो नहीं।
    ● अस्पताल ले जायें-बेहोशी या चमकी दिखते ही आशा को सूचित कर तुरंत निःशुल्क 102 एंबुलेंस या उपलब्ध वाहन से नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र जायें।

    इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, सुमित कुमार, अपर समाहर्ता, विभागीय जांच-सह-जिला आपूर्ति पदाधिकारी, कुमार रविन्द्र, सिविल सर्जन, डॉ0, एसीएमओ डॉ0 रमेश चन्द्रा, जिला परिवहन पदाधिकारी, ललन प्रसाद, वरीय उप समाहर्ता-सह-जिला सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी, श्रीमती रोचना माद्री, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सुजीत कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, मनीष कुमार सिंह, डीपीओ, आइसीडीएस, श्रीमती कविता रानी, डीपीएम, जीविका, आरके निखिल सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थ्ति रहे।

  • मकर संक्रांति एवं बसंत पंचमी महोत्सव का होगा आयोजन

    मकर संक्रांति एवं बसंत पंचमी महोत्सव का होगा आयोजन

    बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा : 

    वाल्मीकि, नंदनगढ़ एवं गोपाल सिंह नेपाली महोत्सव के आयोजन हेतु भी किया गया विचार-विमर्श

    जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न

    बेहतर तरीके से महोत्सवों का आयोजन करने का निर्देश

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। मकर संक्रांति महोत्सव एवं बसंत पंचमी महोत्सव के आयोजन के पूर्व की तैयारी के निमित आज समाहरणालय सभागार में जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुयी। इसके साथ ही वाल्मीकि, नंदनगढ़ एवं गोपाल सिंह नेपाली महोत्सव के आयोजन हेतु भी विचार-विमर्श किया गया। जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने कहा कि संबधित अधिकारी सभी महोत्सवों का आयोजन बेहतर तरीके से कराना सुनिश्चित करें। इस हेतु स्थल एवं तिथि का निर्धारण करते हुए तैयारी प्रारंभ करें। उन्होंने निर्देश दिया कि महोत्सव के आयोजन हेतु स्थानीय स्तर पर विभिन्न कोषांगों का गठन कर लें तथा संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर लें। उन्होंने निर्देश दिया कि महोत्सव के आयोजन में स्थानीय कलाकारों, छात्र-छात्राओं को प्राथमिकता दें। स्थानीय कलाकारों एवं छात्र-छात्राओं की सहभागिता जरूरी है। कार्यक्रम के समापन पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कलाकारों एवं छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत/सम्मानित भी करना सुनिश्चित करेंगे। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण प्रमंडल बेतिया को निर्देश दिया कि महोत्सव के अवसर पर बनाये जाने वाले मंच का अच्छे तरीके से जांच-पड़ताल करना सुनिश्चित करेंगे। कार्यक्रम स्थल पर दर्शकों, वीआईपी, मीडिया प्रतिनिधियों के बैठने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। आयोजन स्थल पर पेयजल, शौचालय सहित अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेंगे। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, सुमित कुमार, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्ता, विभागीय जांच, कुमार रविन्द्र, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, रामानुज प्रसाद सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम, बेतिया, विनोद कुमार सिंह, निदेशक, डीआरडीए, अरूण प्रकाश, अनुमंडल पदाधिकारी, बगहा, गौरव कुमार अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया, विनोद कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, रजनीकांत प्रवीण, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी, राकेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

  • महाराजा स्टेडियम में मनाया जायेगा गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह

    महाराजा स्टेडियम में मनाया जायेगा गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह

    बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा : 

    विभिन्न विभागों द्वारा निकाली जायेगी आकर्षक झांकी

    गणतंत्र दिवस को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी बैठक

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। गणतंत्र दिवस समारोह को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के उदेश्य से आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न हुयी।

    फोटो : मोहन सिंह

    जिलाधिकारी ने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य समारोह का आयोजन स्थानीय महाराजा स्टेडियम में कराया जाना है। गणतंत्र दिवस समारोह को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु सभी संबंधित विभागों एवं कार्यालयों को अपने-अपने कार्यों का निष्पादन ससमय कराना होगा। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपनी-अपनी जिम्मेवारियों को अच्छे से निवर्हन करें। उन्होंने कहा कि झण्डोत्तोलन के पूर्व यह सुनिश्चित हो लिया जाय कि झण्डा सही तरीके से बंधा हो तथा झंडे का रंग अपने स्थान पर हो। महाराजा स्टेडियम अवस्थित मंच को सुसज्जित करने, आगत सज्जनों की बैठने की व्यवस्था, ध्वनि विस्तारक यंत्र अधिष्ठापन, बैरिकेडिंग, साफ-सफाई सहित परेड का पूर्वाभ्यास, शहर के मार्गों की समुचित साफ-सफाई, चौक-चौराहों पर अधिष्ठापित गोलंबरों की साफ-सफाई, रंग-रोगन आदि कार्य सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं/कार्यक्रमों से संबंधित संक्षिप्त, आकर्षक एवं बेहतरीन झांकी निकालने की व्यवस्था की जाय। इस हेतु जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, सर्व शिक्षा अभियान, जिला कृषि कार्यालय, स्वास्थ्य विभाग, उत्पाद विभाग, जीविका परियोजना, आईसीडीएस, कल्याण आदि विभाग/कार्यालय थीम का चयन कर उसकी तैयारी प्रारंभ करें।उन्होंने निर्देश दिया कि मुख्य समारोह स्थल के मंच की सुदृढ़ व्यवस्था सुनिश्चित करें। समारोह स्थल पर एंबुलेंस सहित चिकित्सक दल एवं पारा मेडिकल स्टॉफ, अग्निशामक दस्ता पूरी तरह से मुस्तैद रहेंगे। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की भी पुख्ता व्यवस्था की जाय। समीक्षा के क्रम में बताया गया कि झण्डोत्तोलन हेतु समय का निर्धारण कर दिया गया है। 09.00 बजे पूर्वाह्न महाराजा स्टेडियम, बेतिया, 10.30 बजे पूर्वाह्न समाहरणालय प्रांगण, 10.35 बजे पूर्वाह्न विकास भवन परिसर, 10.40 बजे पूर्वाह्न पुलिस अधीक्षक, बेतिया के कार्यालय परिसर, 10.50 बजे पूर्वाह्न अनुमंडल कार्यालय, 11.00 बजे पूर्वाह्न गृह रक्षा वाहिणी कार्यालय परिसर, 11.10 बजे पूर्वाह्न पुलिस केन्द्र, बेतिया, 11.40 बजे पूर्वाह्न महादलित टोला में झण्डोत्तोलन सम्पन्न कराया जाना है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिला कल्याण पदाधिकारी सहित सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने-अपने प्रखंड के महादलित टोलों में झण्डोत्तोलन की तैयारी करेंगे तथा सफलतापूर्वक सम्पन्न करायेंगे। महादलित टोलों में झण्डोत्तोलन के लिए वरिष्ठ व्यक्तियों का चयन कर लेंगे। इस कार्य में महिलाओं को प्रथम प्राथमिकता दी जाय। साथ ही महादलित टोलों को समुचित साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। इस अवसर पर अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अनिल कुमार सिन्हा, निदेशक, डीआरडीए, अरूण प्रकाश, अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया सदर, विनोद कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, अमरेन्द्र कुमार, वरीय उप समाहर्ता, श्रीमती रोचना माद्री, श्रीमती बेबी कुमारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सुजीत कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कार्यपालक अभियंता उपस्थित थे।

  • किसानों का अधिकाधिक ऑनलाइन निबंधन कराएं सुनिश्चित : जिलाधिकारी

    किसानों का अधिकाधिक ऑनलाइन निबंधन कराएं सुनिश्चित : जिलाधिकारी

    बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :

    ऑनलाइन निबंधन हेतु कराएं व्यापक प्रचार-प्रसार

    जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक सम्पन्न

    पैक्स से मिल और मिल से गोदाम तक अनाज ले जाने वाले सभी वाहनों को जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम से लैस कराने का निर्देश

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। धान अधिप्राप्ति को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी।

    फोटो : मोहन सिंह

    जिला टास्क फोर्स की बैठक में कई निर्णय लिये गये। साथ ही जिलाधिकारी द्वारा पूर्ण पारदर्शी तरीके से धान अधिप्राप्ति कार्य को सम्पन्न कराने को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि विभागीय दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करते हुए पूर्ण पारदर्शी तरीके से धान अधिप्राप्ति की पूरी प्रक्रिया को सम्पन्न कराएं। डिफाल्टर मिलो, पैक्स, व्यापार समितियों को सूची से बाहर करें। किसी भी परिस्थिति में डिफाल्टर मिलो, पैक्स, व्यापार समितियां जो विभागीय मापदंड को पूरा नहीं कर रही है, डिफाल्टर है, मार्गदर्शिका का अनुपालन नहीं कर रही है, को धान अधिप्राप्ति कार्य में संलग्न नहीं करना है। बैठक में अपर समाहर्ता, विभागीय जांच-सह-जिला आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सरकार द्वारा धान अधिप्राप्ति हेतु एमएसपी निर्धारित किया गया है। साधारण धान हेतु 2300 तथा ग्रेड धान हेतु 2320 रूपये निर्धारित है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि किसानों का अधिकाधिक ऑनलाइन निबंधन कराना सुनिश्चित कराएं। ज्यादा से ज्यादा किसानों का ऑनलाइन निबंधन कराने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। उन्होंने निर्देश दिया कि धान अधिप्राप्ति में संलग्न मिलों का भौतिक सत्यापन अनिवार्य रूप से कराएं। जांच के क्रम में मिल की मिलिंग हेतु लाईसेंस, मिलिंग क्षमता, विद्युत कनेक्शन, विधुत मीटर, खपत विद्युत की मात्रा एवं कुछ अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं की जांच आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिया कि पैक्स से मिल और मिल से गोदाम तक अनाज ले जाने वाले सभी वाहनों में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगा हुआ होना चाहिए। सभी पैक्स में अनाज बेचने वाले किसानों के लिए बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण अनिवार्य रूप से होना चाहिए। सभी संबंधित अधिकारी उक्त कार्यों का सतत अनुश्रवण करेंगे। साथ ही ज्यादा से ज्यादा किसान बंधु अपना निबंधन करा सके, इसे सुनिश्चित कराएंगे। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, सुमित कुमार, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्ता, विभागीय जांच-सह-जिला आपूर्ति पदाधिकारी, कुमार रविन्द्र, वरीय उप समाहर्ता-सह-जिला सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी, श्रीमती रोचना माद्री, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सुजीत कुमार, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला प्रबंधक, एसएफसी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

  • कैम्प मोड में लंबित म्यूटेशन सहित अन्य राजस्व कार्यों को कराएं निष्पादित : जिलाधिकारी

    कैम्प मोड में लंबित म्यूटेशन सहित अन्य राजस्व कार्यों को कराएं निष्पादित : जिलाधिकारी

    बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह का चश्मा :

    एक सप्ताह के अंदर अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर होगी कार्रवाई

    अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता लगातार करेंगे मॉनिटरिंग

    लंबित मामले रहने पर अनुमंडल पदाधिकारी एवं डीसीएलआर भी होंगे जिम्मेवार

    लापरवाही एवं कोताही बरतने वाले राजस्व कर्मचारी सहित अन्य कर्मियों के विरूद्ध निलंबन की होगी कार्रवाई

    सुधार नहीं होने की स्थिति में की जायेगी बर्खास्तगी की कार्रवाई

    जिलाधिकारी की अध्यक्षता में राजस्व कार्यों की महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक सम्पन्न

    दाखिल-खारिज (म्यूटेशन) सहित अन्य राजस्व कार्य परिमार्जन, अभियान बसेरा-2, आधार सीडिंग, ई-मापी आदि के लंबित मामलों को अविलंब निष्पादित कराने का निर्देश

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। राजस्व कार्यों यथा-दाखिल खारिज, परिमार्जन, अभियान बसेरा-2, आधार सीडिंग, ई-मापी अंतर्गत लंबित मामलों का त्वरित गति से निष्पादन कराने तथा प्राप्त हो रहे आवेदनों का ससमय निष्पादन कराने को लेकर जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में सम्पन्न हुयी। दाखिल-खारिज (म्यूटेशन) की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया कि कैम्प मोड में एक सप्ताह के अंदर लंबित मामलों का निष्पादन कराना सुनिश्चित करें। अंचलाधिकारी चनपटिया एवं मझौलिया अत्यंत ही गंभीरता एवं पूरी मुस्तैदी के साथ लंबित दाखिल-खारिज के मामलों को निष्पादन कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि दाखिल-खारिज (म्यूटेशन) सहित अन्य राजस्व कार्य परिमार्जन, अभियान बसेरा-2, आधार सीडिंग, ई-मापी आदि से संबंधित लंबित मामलों को भी प्राथमिकता के आधार पर अविलंब तीव्र गति से निष्पादित कराना सुनिश्चित करें। राजस्व कार्यों के निष्पादन में गड़बड़ी, लापरवाही, शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों के विरूद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता को निर्देश दिया कि राजस्व कार्यों का सतत अनुश्रवण करेंगे। साथ ही लंबित मामलों का निष्पादन त्वरित गति से कराना सुनिश्चित करेंगे। लंबित मामले रहने पर अनुमंडल पदाधिकारी एवं भूमि सुधार उप समाहर्ता जिम्मेवार होंगे। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि अनुमंडल पदाधिकारी एवं भूमि सुधार उप समाहर्ता राजस्व कार्यों के निष्पादन को अत्यंत ही गंभीरता से लें। साथ ही इस कार्य में अभिरूचि नहीं लेने वाले तथा लापरवाही एवं कोताही बरतने वाले राजस्व कर्मचारी सहित अन्य कर्मियों के विरूद्ध प्रतिवेदित करें। ऐसे राजस्व कर्मचारी, कर्मियों के विरूद्ध निलंबन की कार्रवाई करने के साथ ही सुधार नहीं होने की स्थिति में बर्खास्तगी की भी कार्रवाई की जायेगी। इस अवसर पर अपर समाहर्ता, विभागीय जांच, कुमार रविन्द्र, अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया, विनोद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, नरकटियागंज, सूर्य प्रकाश गुप्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, बगहा, गौरव कुमार सहित भिम सुधार उप समाहर्ता, बेतिया एवं नरकटियागंज, सभी अंचलाधिकारी आदि उपस्थित थे।

  • सभी विभाग अगले एक वर्ष की रूपरेखा तैयार करें : जिलाधिकारी

    सभी विभाग अगले एक वर्ष की रूपरेखा तैयार करें : जिलाधिकारी

    बेतिया से हमारे उप संपादक मोहन सिंह की रिपोर्ट : 

    सभी विभाग जन कल्याण के मद्देनज़र आगामी वर्ष का एजेंडा बनाये: जिलाधिकारी

    ऑनगोइंग स्कीम को पूरा करने की दिशा में काम करना है, टाइमलाइन भी तय करना है, बेतिया एयरपोर्ट को विकसित करना है

    प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बचे लाभुकों का आवास निर्माण होना है

    प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान के लिए खोज अभियान

    संपादकीय डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में सरकार की प्राथमिकताओं से संबंधित महत्वपूर्ण बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में सम्पन्न हुयी। जिलाधिकारी ने नये अधिकारियों का स्वागत करते हुए बैठक की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा सभी विभागों को आगामी एक साल के लिए एजेंडा तय करना है। इस दिशा में कैसे काम करना है।

    फोटो : मोहन सिंह

    साथ ही टाइमलाइन भी तय करना है। अगली बैठक में आज के बैठक से हुए प्रोग्रेस का रिपोर्ट भी प्रस्तुत करना है। उन्होंने कहा कि अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं कार्यान्वयन तीनों दिशा में कार्य करना है। कितनी स्कीम ऑनगोइंग है, कहां दिक्कत हो रही है, उसे पूरा करने की दिशा में काम करना है। जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता सहित अन्य संबंधित अधिकारियों से कहा कि वाल्मीकिनगर एयरपोर्ट का विस्तार करने हेतु सरकार से दिशा-निर्देश प्राप्त हुआ है। इसके साथ ही बेतिया एयरपोर्ट को भी विकसित करने की दिशा में कार्य करना है। उन्होंने निर्देश दिया कि वाल्मीकिनगर एयरपोर्ट के विस्तार को लेकर जमीन अधिग्रहण आदि कार्य हेतु अग्रतर कार्रवाई करें। आरओबी, बगहा के निर्माण को लेकर उन्होंने निर्देश दिया कि जल्द से जल्द गुणवतापूर्ण कार्य करते हुए बगहा आरओबी का निर्माण कराना सुनिश्चित करें।जिलाधिकारी ने डीपीएम जीविका को निर्देश दिया कि जिले के सभी गांवों में जीविका दीदियों के माध्यम से महिलाओं की आम सभा (महिला संवाद) आयोजित कराएं। उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बचे लाभुकों का आवास निर्माण कार्य पूर्ण कराने की दिशा में ठोस कार्रवाई करें। इसके साथ ही ग्रामीण विकास विभाग की अन्य योजनाओं की गहन समीक्षा एवं निरीक्षण करें। उन्होंने जिला कल्याण पदाधिकारी को निर्देश दिया कि महादलित टोलें में विकास मित्र के नेतृत्व में आमसभा का आयोजन करें। सामुदायिक भवन निर्माण की दिशा में समन्वय स्थापित कर तेजी के साथ कार्य करें। उन्होंने निर्देश दिया कि जिला खेल पदाधिकारी खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक पंचायत में स्पोर्ट्स क्लब का गठन करना सुनिश्चित करें। पंचायत में खेल का मैदान चिन्हित करने के साथ ही प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान के लिए खोज अभियान संचालित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि अपराध नियंत्रण को लेकर जीरो टोलरेंस की नीति हर हाल में अपनानी है। किसी भी सूरत में अपराधकर्मियों को बख्शा नहीं जाय, उनके विरूद्ध विधिसम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि भूमि विवाद के निपटारे के लिए थानास्तर पर नियमित बैठक एवं उच्चस्तर से इसका लगातार अनुश्रवण किया जाय। अधीक्षक, मद्य निषेध को निर्देश दिया कि निजी एवं सरकारी ताड़ का पेड़ का नियंत्रण करें। इसके साथ ही नीरा का क्रय/बिक्री पर भी नियंत्रण करें। सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत शेष बचे हुए परिवारों को लाभान्वित करने की दिशा में कारगर कार्रवाई करें। कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग को निर्देश दिया कि क्षतिग्रस्त सड़क, पुल-पुलियों की मरम्मति गुणवता के साथ कराएं। संपर्क पथ के अभाव में कोई भी टोला नहीं रहें, इस पर कार्य करें। सड़कों का निरंतर निरीक्षण एवं रखरखाव सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल से जुडे सभी कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया कि कटाव, जलस्तर आदि पर पैनी नजर बनाकर रखें। फ्लड फाइटिंग के लिए प्राथमिकता सूची तैयार कर विभाग को सूचित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि हर खेत तक सिंचाई का पानी सरकार की प्राथमिकता है। इसके क्रियान्वयन की दिशा में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई प्रमंडल इस दिशा में तत्पर होंगे कार्य करेंगे। एलपीसी निर्गत करने हेतु सीओ, राजस्व अधिकारी से समन्वय स्थापित कर तेजी के साथ कार्य करेंगे ताकि किसानों को सहूलियत हो सके। उन्होंने निर्देश दिया कि अधिकारी क्षेत्र भ्रमण के दौरान पेट्रोल पंपों का भी निरीक्षण करेंगे। पेट्रोल पंप पर आमजनों की सुविधा के मद्देनजर अधिष्ठापित आधारभूत व्यवस्थाओं का लाभ उन्हें सुगमता से मिल रहा है अथवा नहीं इसकी जांच करेंगे। यह भी देखेंगे कि पेट्रोल पंप मालिक अथवा उनके कर्मी आमजनों को किसी सुविधा का उपभोग करने को लेकर परेशान तो नहीं करते हैं। इस बैठक में जिलाधिकारी ने अन्य कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, सुमित कुमार, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्ता, विभागीय जांच, कुमार रविन्द्र, अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अनिल कुमार सिन्हा, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, रामानुज प्रसाद सिंह, बंदोबस्त पदाधिकारी, प्रमोद कुमार, नगर आयुक्त, नगर निगम, बेतिया, शंभु कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, बगहा, गौरव कुमार सहित सभी जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। साथ ही मुफस्सिल अंतर्गत सभी वरीय अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।

  • “हिट एंड रन” मामले में पूरी संवेदनशीलता के साथ घायलों की बचाएं जान : जिलाधिकारी

    “हिट एंड रन” मामले में पूरी संवेदनशीलता के साथ घायलों की बचाएं जान : जिलाधिकारी

    बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह की रिपोर्ट :

    पीड़ितों को सरकारी लाभ से लाभान्वित करने हेतु ससमय करें अग्रतर कार्रवाई

    सड़क सुरक्षा नियमों का कराएं वृहत प्रचार-प्रसार

    जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति सहित हिट एंड रन के मामलों की समीक्षा हेतु जिलास्तरीय समिति की बैठक सम्पन्न

    वाहन चालकों से सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से अनुपालन कराने का निर्देश

    खतरनाक ड्राइविंग, ट्रिपल राइडिंग, बिना हेलमेट के बाइक चालन, बिना सीट बेल्ट के वाहन चालन के प्रति रोको-टोको अभियान चलाने का निर्देश

    संपादकीय डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। सड़क सुरक्षा के उपायों पर विचार, क्रियान्वयन तथा अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर निर्णय लेने के उद्देश्य से बीते दिवस जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में कार्यालय प्रकोष्ठ में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न हुई।

    फोटो : मोहन सिंह

    इसके साथ ही हिट एंड रन के मामलों की समीक्षा हेतु जिलास्तरीय समिति की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि हिट एंड रन मामले में घायल व्यक्ति का समुचित ईलाज तुरंत हो, इसे सुनिश्चित किया जाय। घायलों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास करना है। हिट एंड रन मामले में डॉक्टर एवं पुलिस अधिकारी पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। जिलाधिकारी ने कहा कि एक-एक जान महत्वपूर्ण है, इसलिये विशेष ध्यान देकर घायलों का समुचित इलाज करना है।

    हिट एवं रन मामले में घायल के लिए 50000.00 रुपये तथा मृत्यु के लिए 200000.00 रुपये मुआवजा देने का सरकारी प्रावधान है। उन्होंने निर्देश दिया कि हिट एंड रन योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाय, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सकें। अभी भी काफी संख्या में आवेदन प्राप्त होना लंबित है, जो दर्शाता है कि लोगो को इस योजना की विशेष जानकारी नहीं है। उन्होंने अधीक्षक, जी एम सी एच को निर्देशित किया गया कि स्पष्ट एवं त्वरित पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार किया जाय। साथ ही पुलिस अधिकारी को निर्देश दिया गया कि सुलभता से समय पर प्राथमिकी दर्ज किया जाय। आवश्यकतानुसार आवेदन जमा कराने में दावेदारों को उचित मार्गदर्शन दिया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करते हुए इसकी रोकथाम का प्रॉपर उपाय किया जाय। अवैध वाहन पड़ाव को चिन्हित करते हुए आवश्यक कार्रवाई करें।जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क दुर्घटना पर रोकथाम लगाने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को सार्थक प्रयास करना होगा। वाहन चालकों को समय-समय पर ट्रेनिंग देना होगा। जिला परिवहन पदाधिकारी इसे सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि खतरनाक ड्राइविंग, ट्रिपल राइडिंग, बिना हेलमेट के बाइक चालन, बिना सीट बेल्ट के वाहन चालन के प्रति रोको-टोको अभियान चलाया जाय। हेलमेट एवं सीट बेल्ट के प्रति विशेष अभियान चलाया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि ब्लैक स्पॉट/एक्सिडेंटल एरिया को चिन्हित करते हुए सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित किया जाय। रोड सेफ्टी ऑडिट (आरएएस) नियमित किया जाय। इसके साथ ही समुचित तरीके से सैनेजेज लगाया जाय। दुर्घटना प्रवण स्थलों पर रम्बल स्ट्रिप्स का अधिष्ठापन कराया जाय।उन्होंने निर्देश दिया कि सड़क सुरक्षा नियमों का वृहत प्रचार-प्रसार कराया जाय। रात्रि दुर्घटना रोकने के लिए स्ट्रीट लाइट, कैट्स आई/स्टड्स का अधिष्ठापन कराया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि सड़क के किनारे पेड़ पर रिफ्लेक्टिव टेप्स का अधिष्ठापन कराया जाय। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों से सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाय। साथ ही मानक के अनुरूप वाहन की गति को सीमित कर संचालन कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि ओवरलोडेड वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई की जाय। बढ़ते सड़क दुर्घटना को देखते हुए व्यावसायिक वाहन चालकों के आंख जाँच हेतु शिविर का आयोजन किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि सड़क के किनारे वाहनों के अनावश्यक पड़ाव के विरुद्ध कार्रवाई की जाय और जुर्माना भी वसूल किया जाय। इसके साथ ही संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन कराना सुनिश्चित किया जाय। समिति की बैठक में सदस्यों द्वारा सड़क सुरक्षा तथा हिट एण्ड रन मामले में अपने-अपने सुझाव दिए गए। इस अवसर पर अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अनिल कुमार सिन्हा, जिला परिवहन पदाधिकारी, ललन प्रसाद सहित समिति के सदस्य उपस्थित थे।

  • संभावित बाढ़, सुखाड़ से बचाव हेतु ससमय कर लें सभी तैयारियां : जिलाधिकारी

    संभावित बाढ़, सुखाड़ से बचाव हेतु ससमय कर लें सभी तैयारियां : जिलाधिकारी

    उप-संपादक मोहन सिंह की कलम से :

    हीट वेब, अगलगी की घटनाओं की रोकथाम को लेकर एहतियातन सभी प्रकार की करें कारगर कार्रवाई

    जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न

    हीट वेब एवं अगलगी की घटनाओं से बचाव हेतु क्या करें-क्या नहीं करें, का व्यापक प्रचार-प्रसार कराने का निर्देश

    न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण

    मोहन सिंह

    – अमिट लेख

    बेतिया, (विशेष खबर)। संभावित बाढ़, सुखाड़ से बचाव हेतु पूर्व तैयारी के साथ ही हीट वेब, अगलगी की घटनाओं की रोकथाम के निमित जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में बैठक सम्पन्न हुयी।

    अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, पश्चिम चम्पारण द्वारा संभावित बाढ़ से निपटने हेतु की गयी तैयारियों से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि नेपाल में बहुत कम समय में बहुत अधिक मात्रा में वर्षापात, गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज से काफी अधिक मात्रा में वाटर डिस्चार्ज, बादल की शिफ्टिंग, जल प्रवाह का मार्ग अवरूद्ध होने के कारण जिले में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों में वर्षा मापक यंत्र अधिष्ठापित है और पूरी तरह क्रियाशील है। वर्षा मापक यंत्र की मरम्मति एवं अन्य कार्यों की देखभाल जिला सांख्यिकी कार्यालय द्वारा नियमित रूप से की जा रही है। उन्होंने बताया कि आपदा से निपटने हेतु जिलास्तर पर आपातकालीन संचालन केन्द्र एवं नियंत्रण कक्ष कार्यरत है। इसका दूरभाष संख्या-06254-247002, फैक्स संख्या-06254-247003 एवं ई-मेल आईडी disastermgmtbettiah@gmail.com, deoc-bettiah@gov.in है। जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने निर्देश दिया कि संभावित बाढ़, सुखाड़ से बचाव हेतु की जाने वाली सभी तैयारियां ससमय पूर्ण करा ली जाय। इसके साथ ही हीट वेब, अगलगी की घटनाओं की रोकथाम को लेकर एहतियातन सभी प्रकार की कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि संभावित बाढ़, सुखाड़, हीट वेब, अगलगी से निपटने हेतु निर्धारित एसओपी सभी संबंधित अधिकारियों को उपलब्ध करा दिया जाय। सभी अंचलाधिकारी प्रारंभिक तैयारी सुनिश्चित करेंगे। नाव, नाविकों के नाम एवं मोबाईल नंबर सहित अधिकारियों के नाम एवं मोबाईल नंबर आदि को संकलित कर संबंधित पदाधिकारियों को उपलब्ध कराया जाय ताकि आपदा की स्थिति में समन्वय स्थापित कर त्वरित गति से कार्रवाई की जा सके। जिलाधिकारी ने सभी कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया कि अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत तटबंधों की निगरानी कराएंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि हीट वेब एवं अगलगी की घटनाओं से बचाव हेतु क्या करें-क्या नहीं करें, का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाय ताकि आमजन सजग एवं सतर्क रहेंगे। अग्निशमन पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन अपने-अपने संसाधनों एवं मानव बल को चुस्त-दुरूस्त रखेंगे तथा आवश्यक कार्रवाई करेंगे। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्रीमती प्रतिभा रानी, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, रामानुज प्रसाद सिंह, वरीय उप समाहर्ता, विपिन कुमार यादव, कमलाकांत त्रिवेदी, एसडीएम, बगहा, डॉ0 अनुपमा सिंह, एसडीएम, नरकटियागंज, सूर्य प्रकाश गुप्ता सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

  • बगहा शहर को सड़क जाम की समस्या से शीघ्र मिलेगी मुक्ति

    बगहा शहर को सड़क जाम की समस्या से शीघ्र मिलेगी मुक्ति

    वैकल्पिक मार्ग तलाशने हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न

    जिलाधिकारी द्वारा हरनाटांड़ जाने वाले पथ से तिरहुत कैनाल होते हुए गोईती तक जाने वाले रूट का किया गया निरीक्षण

    अन्य वैकल्पिक मार्ग के चयन पर भी हुआ विचार-विमर्श

    एक सप्ताह के अंदर विभिन्न वैकल्पिक मार्गों का भौतिक सत्यापन कर रूट चयनित करने का निर्देश

    सह संपादक

    – अमिट लेख

    बेतिया, (मोहन सिंह)। बगहा शहर को सड़क जाम से निजात दिलाने हेतु आज जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में एसडीएम, बगहा के कार्यालय प्रकोष्ठ में महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जाम से निजात हेतु विभिन्न वैकल्पिक मार्गों पर विचार-विमर्श हुआ। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्माणाधीन आरओबी के कारण शहर में अक्सर सड़क जाम की स्थिति बनी रहती है।

    गन्ना ढुलाई के सीजन में सड़क जाम की समस्या और विकट होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। जिला प्रशासन एवं अनुमंडल प्रशासन ने सड़क जाम की समस्या से बगहावासियों को निजात दिलाने के लिए कार्रवाई प्रारंभ कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह कार्य अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने निर्देश दिया कि वैकल्पिक मार्ग का चयन करने हेतु प्रस्तावित स्थलों का एक सप्ताह के अंदर भौतिक सत्यापन करते हुए अंतिम रूप से चयनित करें ताकि अग्रतर कार्रवाई की जा सके।

    जिलाधिकारी द्वारा प्रस्तावित वैकल्पिक मार्ग के तौर पर प्रस्तावित हरनाटांड़ जाने वाले पथ से तिरहुत कैनाल होते हुए गोईती तक जाने वाले रूट का निरीक्षण किया गया। उन्होंने बीडीओ, सीओ तथा संबंधित कार्यपालक अभियंता को अविलंब भौतिक सत्यापन कर अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, बगहा, किरण कुमार गोरख जाधव, उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, एसडीएम, बगहा, डॉ0 अनुपमा सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

  • शहरी क्षेत्रों में नियमित रूप से प्याऊ करें संचालित : जिलाधिकारी

    शहरी क्षेत्रों में नियमित रूप से प्याऊ करें संचालित : जिलाधिकारी

    खराब चापाकल एवं बाधित नल-जल योजना को तुरंत करें फंक्शनल : जिलाधिकारी

    निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप पारदर्शी तरीके से दाखिल-खारिज मामले को निष्पादित कराने का निर्देश

    जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सोमवारीय बैठक सम्पन्न

    जिले में क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों की अद्यतन स्थिति की हुई समीक्षा

    अनुपस्थित रहने को लेकर बैरिया एवं मझौलिया के बीपीआरओ को शोकॉज तथा अलगे आदेश तक वेतन अवरूद्ध रखने का निर्देश

    ✍️ सह- संपादक

    – अमिट लेख

    बेतिया, (मोहन सिंह)। जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में सोमवारीय बैठक सम्पन्न हुयी। जिलाधिकारी द्वारा जिले में क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों की कार्य प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गयी।

    पीएचईडी विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि भीषण गर्मी के बावजूद जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सार्वजनिक चापाकल के खराब होने की सूचना प्राप्त हो रही है। खराब चापाकल को जल्द से जल्द ठीक कराते हुए फंक्शनल कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी की कार्य प्रगति अपेक्षाकृत कम है, इसमें सुधार लाने की आवश्यकता है। सुधार नहीं होने की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जायेगी।जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के सभी नल-जल योजनाओं फंक्शनल होने चाहिए। इस हेतु संबंधित प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं बीपीआरओ अलर्ट रहें। नल-जल योजना अंतर्गत जलापूर्ति बाधित होने की सूचना पर त्वरित गति से कार्रवाई करें और जलापूर्ति बहाल करें। उन्होंने कहा कि लाभुकों को हर हाल में नल-जल योजनान्तर्गत जलापूर्ति होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि जबतक पीएचईडी विभाग को नल-जल योजना हैंडओवर नहीं हो जाता है, तबतक सुचारू जलापूर्ति की पूरी जिम्मेदारी बीपीआरओ की है। किसी भी तरह की लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण अवरूद्ध जलापूर्ति योजना को कुछ बीडीओ एवं बीपीआरओ द्वारा त्वरित गति से ठीक कराते हुए जलापूर्ति बहाल की गयी है, जो प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रान्तर्गत सभी अवरूद्ध जलापूर्ति को प्राथमिकता के आधार पर सुचारू कराना सुनिश्चित किया जाय। बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि बीपीआरओ, बैरिया एवं मझौलिया को शोकॉज करें तथा अगले आदेश तक वेतन अवरूद्ध करें। जिलाधिकारी द्वारा नगर निगम, आयुक्त सहित जिले के सभी कार्यपालक पदाधिकारी, नगर निकाय को निर्देश दिया गया कि शहरी क्षेत्रों में नल-जल योजना को अविलंब शत-प्रतिशत पूर्ण कराते हुए जलापूर्ति सुनिश्चित किया जाय। साथ ही गर्मी के मद्देनजर सार्वजनिक एवं महत्वपूर्ण स्थलों पर प्याऊ की नियमित व्यवस्था कराना सुनिश्चित किया जाय। प्याऊ संचालन से संबंधित अद्यतन प्रतिवेदन फोटोग्राफ सहित प्रतिदिन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। दाखिल-खारिज की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि विगत माह के दौरान निर्देश के उपरांत कुछ अंचलाधिकारियों द्वारा बेहतर कार्य किया गया है वहीं कुछ अधिकारियों द्वारा निराशाजनक प्रदर्शन किया गया है, जो अत्यंत ही खेद का विषय है। उन्होंने सख्त हिदायत दिया कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप दाखिल-खारिज के मामलों को निष्पादित कराना सुनिश्चित करें। दाखिल-खारिज का कार्य पूर्णतः विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप होना चाहिए। किसी भी स्तर पर गड़बड़ी की शिकायत प्राप्त नहीं होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि संबंधित डीसीएलआर दाखिल खारिज कार्य का अनुश्रवण करेंगे। साथ ही अपर समाहर्ता, पश्चिम चम्पारण नियमित रूप से कार्य प्रगति की समीक्षा करेंगे तथा लक्ष्य के अनुरूप दाखिल-खारिज के मामलों को निष्पादित कराना सुनिश्चित करेंगे। समीक्षा के क्रम में बताया गया कि इस वर्ष विगत सप्ताह तक कुल-1815 जनवितरण प्रणाली दुकानों का निरीक्षण किया गया है। निरीक्षण उपरांत 392 दुकानदारों से कारणपृच्छा करते हुए 03 दुकानों के अनुज्ञप्ति को निलंबित किया गया है तथा 04 अनुज्ञप्ति को रद्द किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा सभी एसडीएम को निर्देश दिया गया कि वे नियमित रूप से जविप्र दुकानों द्वारा किये जा रहे खाद्यान्न उठा एवं वितरण का अनुश्रवण तथा समीक्षा करेंगे। जांच प्रतिवेदन में गंभीर मामले सामने आने पर त्वरित गति से नियमानुकूल कार्रवाई करेंगे।सोमवारीय बैठक में जिलाधिकारी द्वारा डीआरसीसी द्वारा किये जा रहे कार्यों, जिला उद्योग केन्द्र द्वारा किये जा रहे कार्यों, आवास योजना, सीडब्ल्यूजेसी, एमजेसी, राष्ट्रीय तथा बिहार मानवाधिकार आयोग सहित अन्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गयी। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अनिल राय सहित सभी जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे तथा सभी एसडीएम, बीडीओ, सीओ आदि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।