बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह की रिपोर्ट :
पीड़ितों को सरकारी लाभ से लाभान्वित करने हेतु ससमय करें अग्रतर कार्रवाई
सड़क सुरक्षा नियमों का कराएं वृहत प्रचार-प्रसार
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति सहित हिट एंड रन के मामलों की समीक्षा हेतु जिलास्तरीय समिति की बैठक सम्पन्न
वाहन चालकों से सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से अनुपालन कराने का निर्देश
खतरनाक ड्राइविंग, ट्रिपल राइडिंग, बिना हेलमेट के बाइक चालन, बिना सीट बेल्ट के वाहन चालन के प्रति रोको-टोको अभियान चलाने का निर्देश
संपादकीय डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। सड़क सुरक्षा के उपायों पर विचार, क्रियान्वयन तथा अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर निर्णय लेने के उद्देश्य से बीते दिवस जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में कार्यालय प्रकोष्ठ में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न हुई।
इसके साथ ही हिट एंड रन के मामलों की समीक्षा हेतु जिलास्तरीय समिति की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि हिट एंड रन मामले में घायल व्यक्ति का समुचित ईलाज तुरंत हो, इसे सुनिश्चित किया जाय। घायलों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास करना है। हिट एंड रन मामले में डॉक्टर एवं पुलिस अधिकारी पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। जिलाधिकारी ने कहा कि एक-एक जान महत्वपूर्ण है, इसलिये विशेष ध्यान देकर घायलों का समुचित इलाज करना है।
हिट एवं रन मामले में घायल के लिए 50000.00 रुपये तथा मृत्यु के लिए 200000.00 रुपये मुआवजा देने का सरकारी प्रावधान है। उन्होंने निर्देश दिया कि हिट एंड रन योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाय, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सकें। अभी भी काफी संख्या में आवेदन प्राप्त होना लंबित है, जो दर्शाता है कि लोगो को इस योजना की विशेष जानकारी नहीं है। उन्होंने अधीक्षक, जी एम सी एच को निर्देशित किया गया कि स्पष्ट एवं त्वरित पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार किया जाय। साथ ही पुलिस अधिकारी को निर्देश दिया गया कि सुलभता से समय पर प्राथमिकी दर्ज किया जाय। आवश्यकतानुसार आवेदन जमा कराने में दावेदारों को उचित मार्गदर्शन दिया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करते हुए इसकी रोकथाम का प्रॉपर उपाय किया जाय। अवैध वाहन पड़ाव को चिन्हित करते हुए आवश्यक कार्रवाई करें।जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क दुर्घटना पर रोकथाम लगाने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को सार्थक प्रयास करना होगा। वाहन चालकों को समय-समय पर ट्रेनिंग देना होगा। जिला परिवहन पदाधिकारी इसे सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि खतरनाक ड्राइविंग, ट्रिपल राइडिंग, बिना हेलमेट के बाइक चालन, बिना सीट बेल्ट के वाहन चालन के प्रति रोको-टोको अभियान चलाया जाय। हेलमेट एवं सीट बेल्ट के प्रति विशेष अभियान चलाया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि ब्लैक स्पॉट/एक्सिडेंटल एरिया को चिन्हित करते हुए सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित किया जाय। रोड सेफ्टी ऑडिट (आरएएस) नियमित किया जाय। इसके साथ ही समुचित तरीके से सैनेजेज लगाया जाय। दुर्घटना प्रवण स्थलों पर रम्बल स्ट्रिप्स का अधिष्ठापन कराया जाय।उन्होंने निर्देश दिया कि सड़क सुरक्षा नियमों का वृहत प्रचार-प्रसार कराया जाय। रात्रि दुर्घटना रोकने के लिए स्ट्रीट लाइट, कैट्स आई/स्टड्स का अधिष्ठापन कराया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि सड़क के किनारे पेड़ पर रिफ्लेक्टिव टेप्स का अधिष्ठापन कराया जाय। उन्होंने कहा कि वाहन चालकों से सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाय। साथ ही मानक के अनुरूप वाहन की गति को सीमित कर संचालन कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि ओवरलोडेड वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई की जाय। बढ़ते सड़क दुर्घटना को देखते हुए व्यावसायिक वाहन चालकों के आंख जाँच हेतु शिविर का आयोजन किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि सड़क के किनारे वाहनों के अनावश्यक पड़ाव के विरुद्ध कार्रवाई की जाय और जुर्माना भी वसूल किया जाय। इसके साथ ही संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन कराना सुनिश्चित किया जाय। समिति की बैठक में सदस्यों द्वारा सड़क सुरक्षा तथा हिट एण्ड रन मामले में अपने-अपने सुझाव दिए गए। इस अवसर पर अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अनिल कुमार सिन्हा, जिला परिवहन पदाधिकारी, ललन प्रसाद सहित समिति के सदस्य उपस्थित थे।