बिहार राज्य आशा संघ एटक पं चम्पारण की ओर से 16 सूत्री मांगों को लेकर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के समक्ष विशाल प्रदर्शन किया गया
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। बिहार राज्य आशा संघ एटक पं. चम्पारण की ओर से 16 सूत्री मांगों को लेकर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के समक्ष विशाल प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन में आशा, फैसलिटेटर, ममता, कुरियर, संविदा के ए एन एम शामिल रही। प्रदर्शन कारी बेतिया बलिराम भवन से जुलूस के रूप में निकल कर बेतिया के विभिन्न मार्गो से होते हुए। सिविल सर्जन कार्यालय पहुचा जहाँ प्रभारी सी एस एवं आशा डीसीएम को मांग पत्र सौपते हुए 28 जुलाई से हड़ताल में जाने की घोषणा की गई।
आशा, फैसलिटेटर, ममता, कुरियर, संविदा के ए एन एम की सेवा स्थायी करने, सेवा निवृत्ति के बाद एक मुश्त 10 लाख रूपये का भुगतान करने, सेवा अवधि में मृत्यु होने पर अनुकम्पा का लाभ देने, सेवा निवृत्ति की उम्र 65 बर्ष करने, कमिशन के बदले मानदेय देने, मृत आशा के परिजनों को 4 लाख की जगह 10 लाख का भुगतान करने, आशा के ड्रेस का पैसा 1150 से बढाकर 2000 हजार करने, कोरोना काल के प्रोत्साहन राशि का भुगतान करने, आशा ए एन एम फैसलिटेटर को को मूल्यांकन के नाम पर प्रताड़ित करने पर रोक लगाने आदि का मांग कर रहे थे। प्रदर्शन का नेतृत्व बिहार प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष ओम प्रकाश क्रांति, साधना देवी, बेनू देवी, पुष्पा देवी, सरोज, रंजना, शबनम खातून, रंजिता देवी, सरोज, राधामोहन यादव, केदार चौधरी, बब्लू दूबे, परशुराम ठाकुर, देवेन्द्र नाथ, कुमुद, आदि ने किया। आशा सरकार से आर पार की लड़ाई लडने के मुड में है। राज्य कार्यकारी अध्यक्ष ओम प्रकाश क्रांति ने आशा से अनुशासन में रह कर अपने हक के लिए आंदोलन करने का आह्वान किया।