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119वीं नारायणी की महा आरती संपन्न

सावन अधिक मास पूर्णिमा के पावन अवसर पर स्वरांजलि सेवा संस्थान तथा थारू कला संस्कृति एवं प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में 119 वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया

✍️ नन्दलाल पटेल

– अमिट लेख

वाल्मीकिनगर, (संवाददाता)। भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित बेलवा घाट परिसर में सावन अधिक मास पूर्णिमा के पावन अवसर पर स्वरांजलि सेवा संस्थान तथा थारू कला संस्कृति एवं प्रशिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में 119 वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि होम लाल प्रसाद, विशिष्ट अतिथि निर्देशक राहुल के श्रीवास्तव, कृष्णा मोहन प्रसाद ,यश प्रकाश, कुमारी संगीता, यूट्यूबर लक्ष्मी थारू, स्वरांजलि सेवा संस्थान के कोषाध्यक्ष शिव चंद्र शर्मा ,सचिव अखिलानंद, आचार्य पंडित उदयभानु चतुर्वेदी, थरुहट की गायिका नीतू कुमारी, गायक ललन बिहारी व्यास, वन कर्मी अनमोल कुमार, राजकुमार राउत, थारू संग्रहालय हर्नाटांड़ के कैमरामैन शुभम नीरज, चंदू खतइत, एवम् बाल कृष्ण प्रभु जी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया।

महाआरती द्वारा विश्व शांति की कामना की गई । इस्कॉन हरे कृष्णा आश्रम के भक्त चंदू खतइत एवम बाल कृष्णा प्रभु के नेतृत्व में भजन कीर्तन की मनभावन प्रस्तुति की गई। संबोधन के क्रम में मुख्य अतिथि होम लाल प्रसाद ने कहा कि स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा 14 नवंबर 2012 से घूम घूम कर लावारिस दिव्यांग जनों एवं जरूरतमंदों को हर दिन सुबह शाम निशुल्क भोजन दिया जाता है । ऐसे लोगों की सेवा ही सच्ची ईश्वर की भक्ति है। निर्देशक राहुल के. श्रीवास्तव ने कहा कि वाल्मीकि नगर के आसपास के प्रतिभाशाली कलाकारों को लगातार हम सभी गीत संगीत और अभिनय का प्रशिक्षण देकर स्वावलंबी बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आचार्य पंडित उदय भानु चतुर्वेदी ने कहा कि सावन अधिक मास की इस महाआरती का विशेष महत्व है।

अधिक मास पूर्णिमा की महाआरती में पीपल के वृक्ष की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार अधिक मास होने के चलते आठ सोमवार व्रत किए जाएंगे। गंगा मैया की जय, नारायणी गंडकी माता की जय , वाल्मीकि धाम की जय, त्रिवेणी धाम की जय, शंकर भगवान की जय जयकार से कार्यक्रम स्थल गुंजायमान होता रहा। वशिष्ठ डेयरी उद्योग नेपाल के सौजन्य से आगत अतिथि गण सम्मानित किए गए। वहीं पवन भट्टराई एवं कुमारी संगीता के सौजन्य से महाप्रसाद की व्यवस्था की गई।

घंटों भजन कीर्तन में श्रोता गन झूमते रहे। नाम संकीर्तन भी किया गया । इस मौके पर गायक राजा, प्रिंस कुमार, यश प्रकाश, चंद्र भानु प्रसाद, यूट्यूबर लक्ष्मी थारू, युवा छात्र नेता दिग्विजय कुमार, हिरमती देवी, गायक नंद कुमार महतो, हिरवंति देवी, ब्यूटीशियन ज्योति कुमारी, सीताराम शर्मा, गायक ललन बिहारी व्यास, स्वरांजलि सेवा संस्थान के सचिव अखिलानंद, कोषाध्यक्ष शिव चंद्र शर्मा, कैमरामैन शुभम नीरज, मधु देवी, आदि की भूमिका सराहनीय रही। आचार्य पंडित उदयभानु चतुर्वेदी ने कथा पूजा एवं हवन द्वारा विश्व शांति की कामना की। बताते चलें कि गंडक नदी के संगम तट पर 6 नवंबर 2014 से हर महीने की पूर्णिमा तिथि एवं विशेष अवसर पर नारायणी गंडकी महा आरती की जाती है । पर्यावरण संरक्षण संवर्धन एवं प्राकृतिक धरोहरों की रक्षा के साथ-साथ नवोदित प्रतिभाशाली व्यक्तित्व को प्लेट फार्म उपलब्ध कराना इसका मुख्य उद्देश्य है। महिला एवं पुरुषों की उपस्थिति से कार्यक्रम काफी सफल रहा। संचालन होम लाल प्रसाद ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन शिव चंद्र शर्मा एवं निर्देशक राहुल के श्रीवास्तव ने किया। हनुमान चालीसा एवं सुंदरकांड का पाठ भी किया गया। महाआरती के पश्चात प्रसाद वितरण करके कार्यक्रम को विराम दिया गया। सभी भक्तों ने समवेत स्वर में शांति मंत्र का पाठ किया।

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