समाहरणालय स्थित लहटन चौधरी सभागार में सांसद दिलेश्वर कामैत की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी
जितेन्द्र कुमार
– अमिट लेख
सुपौल, (जिला ब्यूरो)। समाहरणालय स्थित लहटन चौधरी सभागार में सांसद दिलेश्वर कामैत की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी। बैठक में माननीय द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत वितरण की भी समीक्षा की गयी। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जानकारी दी गयी कि बाढ़ वर्ष 2023 की पूर्व तैयारी कर ली गयी थी।
परन्तु अचानक 14.08.2023 को कोशी नदी में अत्यधिक वाटर डिस्चार्ज 4,62,300 क्यूसेक व पुनः 25.08.2023 के में रात्रि 10.00PM में कोसी बराज से 4,14,060 क्यूसेक पानी छोड़ने की सूचना पुनः प्राप्त हुई। समाचार प्राप्त होते ही प्रशासन द्वारा त्वरित रूप से भ्रमण एवं निरीक्षण तथा सहाय्य कार्य में तीव्रता लायी गयी।
आमजनों के सहायतार्थ जिला में आपातकालीन संचालन केन्द्र (कंट्रोल रूप ) 24X7 संचालित किया गया । कोसी बराज से 4,14,060 क्यूसेक पानी बराज से छोड़ने से कोसी नदी के जलस्तर में एकाएक वृद्धि होने के कारण जिला के 5 (पाँच) बाढ़ प्रभावित अंचल क्रमशः सुपौल, किशनपुर, सरायगढ़–भपटियाही, निर्मली एवं मरौना के 27 ग्राम पंचायत के 88 गाँव अंतर्गत कुल 306 वार्ड में कोसी का पानी आ जाने से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
जिला प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया एवं सभी पदाधिकारियों को सहाय्य कार्य त्वरित रूप से प्रारंभ करने का निदेश दिया गया। बाढ़ प्रभावित सभी अंचल के अंचल अधिकारी एवं अन्य पदाधिकारियों के द्वारा स्थल निरीक्षण कर पूर्व निबंधित नावों में से कुल 220 नाव (निजी – 209, सरकारी नाव – 11 ) का परिचालन आवागमन एवं पानी से घिरे हुए आमजनों को सुरक्षित ऊँचे स्थानों पर लाने का काम त्वरित गति से किया गया।
साथ ही समाहरणालय परिसर में सूखा राशन पैकेट त्वरित रूप से तैयार कराया गया एवं सभी अंचलों के बाढ़ से प्रभावित आमजनों के बीच सूखा राशन वितरण कराया जाना प्रारम्भ किया गया। सूखा राशन का वितरण अबतक कुल 16295 पैकेट का वितरण किया गया जो क्रमशः अंचल सुपौल- 6597, किशनपुर–4852, सरायगढ़-भपटियाही – 3154, निर्मली- 742 एवं मरौना – 950 व्यक्तियों के बीच वितरण किया गया। बाढ़ से अनुमानतः 61000 लोग प्रभावित हैं।
प्रभावित लोगों के सुविधा के लिए तीन अंचल क्रमशः सुपौल-05, किशनपुर–20, एवं सरायगढ़ – भपटियाही में 02 कुल – 27 सामुदायिक रसोई केन्द्र संचालित है, जिसमें अबतक कुल – 40, 179 व्यक्तियों को भोजन कराया गया है। इसके अलावे मानव जनहित में जिले के पाँचों प्रभावित अंचलों में 17 स्वास्थ्य केन्द्र क्रमशः सुपौल में – 02, किशनपुर–07, सरायगढ़ – 02, निर्मली – 02 एवं मरौना – 04 भी चलाये जा रहे हैं। जहाँ प्रभावित व्यक्तियों का आवश्यतानुसार उपचार किया जा रहा है। पशुपालन विभाग द्वारा कुल – 02 क्रमशः सुपौल एवं किशनपुर में पशु शिविर संचालन किया गया है एवं अबतक 10 क्वींटल चारा का वितरण किया जा चुका है।
आज दिनांक 28.08.2023 को 03 बजे अपराह्न में समाचार प्राप्त होने तक कुल 2,25,400 क्यूसेक पानी कोसी बराज से निकासी हो रही है। क्षेत्रभ्रमण करने के उपरान्त देखा जा रहा है कि पानी काफी घट रहा है। कुल स्थिति सामान्य है। अब गाँव पंचायत के आमजनों के घर दरवाजे से पानी घट रहा है। जन जीवन सामान्य होने की स्थिति में है। परिस्थिति के अनुकूल सहाय्य कार्य किया जाता रहेगा इसके लिए प्रशासन पूर्ण रूप तैयार है। इसके अतिरिक्त आज दिनांक 28.08.2023 को 12.30 बजे अपराह्न में समाहरणालय, सुपौल में स्थित लहटन चौधरी, सभागार भवन में आयोजित दिशा की बैठक के उपरांत जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में माननीय विधायकों/पार्षदों के द्वारा जिला आपदा प्रबंधन, सुपौल के माध्यम से स्थानीय प्राकृतिक आपदा अंतर्गत अनुग्रह अनुदान की राशि मो०- चार-चार लाख रूपये की दर से विभिन्न अंचलों क्रमशः सुपौल – 01, प्रतागपंज–02, राघोपुर–01, बसंतपुर – 01 एवं त्रिवेणीगंज-01 के मृतकों के आश्रितों में से कुल चार उपस्थित लाभुकों को चेक वितरित किया गया।