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Post: पश्चिम चम्पारण संयुक्त मजदूर किसान कन्वेंशन बेतिया में सफलता पूर्वक सम्पन्न

पश्चिम चम्पारण संयुक्त मजदूर किसान कन्वेंशन बेतिया में सफलता पूर्वक सम्पन्न

संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियन की संयुक्त कन्वेंशन आज रिक्शा मजदूर सभा भवन में किया गया

न्यूज़ डेस्क, पश्चिम चंपारण

–  अमिट लेख

बेतिया, (मोहन सिंह)। संयुक्त किसान मोर्चा और केंद्रीय ट्रेड यूनियन की संयुक्त कन्वेंशन आज रिक्शा मजदूर सभा भवन में किया गया। इस कन्वेंशन का संचालन का. विनोद कुमार नरूला, सीटू, राधामोहन यादव किसान सभा, नागेंद्र प्रसाद एआईकेएमकेएस, मानती राम एआईकेएमएस तथा आलमगीर लोक संघर्ष समिति के पांच सदस्यीय अध्यक्ष मंडली द्वारा किया गया।

फोटो : अमिट लेख

कन्वेंशन के पृष्ठभूमि को रखते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के पश्चिम चंपारण जिला संयोजक प्रभुराज नारायण राव ने बताया कि 13 महीने तक संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा दिल्ली के बॉर्डर और देश भर में चलाए गए आंदोलन ने देश और दुनिया को एक नई दिशा दिया। इस बीच 750 किसान शहीद भी हुए। लेकिन किसान विरोधी तीनों काले कृषि कानूनो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वापस लेना पड़ा था।

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उस आंदोलन को देश के मजदूर वर्ग का भी समर्थन प्राप्त था। उन्होंने कहा कि 24 अगस्त को नई दिल्ली ताल कटोरा स्टेडियम में मजदूर किसानों का संयुक्त सम्मेलन जिसमें 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों सहित 200 किसान संगठनों ने भाग लिया था। उस सम्मेलन में आजादी के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में किसान और ट्रेड यूनियन के मजदूर शामिल हुए थे। जो मोदी सरकार की किसान , मजदूर विरोधी तथा जन विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट संघर्ष करने का सर्वसम्मति से प्रस्ताव लिया था। सम्मेलन प्रस्ताव लिया कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का लड़का आशीष मिश्र द्वारा पांच किसानों को गाड़ी से रौंद कर हत्या कर दी गई थी। उसके याद में 3 अक्टूबर को देशव्यापी काला दिवस मनाया जायगा और 3 अक्टूबर को देश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन तथा प्रधानमंत्री का पुतला जलाया जाएगा।

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3 अक्टूबर तथा 26 से 28 नवंबर को देश के सभी राज्यों के राजभवनो पर तीन दिवसीय महापड़ाव को सफल बनाने के लिए यह पश्चिमी चंपारण जिला स्तरीय किसानों और मजदूरों का कन्वेंशन किया जा रहा है। कन्वेंशन को संबोधित करते हुए एटक के राज्य नेता ओम प्रकाश क्रान्ति ने कहा कि सभी संविदा कर्मी एवं स्कीम वर्कर्स की सेवा स्थाई किया जाए। सभी मजदूरों को 26 हजार रुपए प्रति माह न्यूनतम मजदूरी दिया जाय। योजना मजदूरों के मानदेय राशी में बढ़ोतरी किया जाय। सम्मेलन को बिहार राज्य किसान सभा के राज्य कार्यकारिणी के सदस्य चांदसी प्रसाद यादव ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग के अनुशंसाओं के आधार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाय तथा उसे कानून संगत बनाया जाय। लोक संघर्ष समिति के ने कहा कि देश भर के करोड़ों किसानों , खेत मजदूरों तथा मेहनतकश जनता का आह्वान किया कि वे एकजुट संयुक्त कारवाइयों में आगे बढ़ कर अपनी भूमिका अदा करें।कन्वेंशन को सीटू के जिला सचिव शंकर कुमार राव, किसान सभा बलिराम भवन के जिला नेता जयंत कुमार द्विवेदी, किसान सभा रिक्शा मजदूर सभा भवन के जिला अध्यक्ष रामा यादव, सचिव हरेंद्र प्रसाद, एआईकेएमएस के एस सुरेंद्र प्रसाद, एआईकेएमएस के मानती राम, बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला सचिव प्रभुनाथ गुप्ता, खेत मजदूर सभा के सुबोध मुखिया, ईंख उत्पादक संघ के जिला अध्यक्ष लालबाबू यादव, सीटू के राज्य कमिटी सदस्य नीरज बरनवाल, सुशील श्रीवास्तव, चंद्रिका साह, संजय राव, ज्वाला कांत दुबे, योगेंद्र शर्मा, जयलाल दास आदि ने संबोधित किया।

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