



इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाने के दौरान उसने रास्ते में तोड़ा दम
झाड़-फूंक के चक्कर में महिला की चली गई जान
पुलिस ने शव का सदर अस्पताल में कराया पोस्टमार्टम
गड़हनी थाना क्षेत्र के रत्नाढ़ गांव में बुधवार की सुबह घटी घटना
न्यूज़ डेस्क, भोजपुर ब्यूरो
अरुण कुमार ओझा, अनुमंडल ब्यूरो
– अमिट लेख
आरा/भोजपुर। भोजपुर जिले के गड़हनी थाना क्षेत्र के रत्नाढ़ गांव में बुधवार की सुबह सर्प दंश से एक महिला की मौत हो गई। इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाने के दौरान उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। झाड़-फूंक के चक्कर में ही महिला की जान चली गई। घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी मची रही। जानकारी के अनुसार मृतका गड़हनी थाना क्षेत्र के रत्नाढ़ गांव निवासी ओम प्रकाश सिंह की 40 वर्षीया पत्नी सोनमती देवी है। इधर मृतका की बड़ी बेटी खुशबू कुमारी ने बताया कि बुधवार की सुबह घर के बगल में दीवार पर थापे गोइठा को निकल रही थी। उसी दौरान उसे किसी विषैले जन्तु ने काट लिया। इसके बाद वह घर में आई और इसकी जानकारी अपनी बेटियों को दी। तभी उसकी हालत काफी गंभीर हो गई। जिसके बाद परिजन द्वारा उसे इलाज के लिए अस्पताल ना ले जाकर झाड़-फूंक करने को लेकर बक्सर के ठाकुरबाड़ी स्थित कंज्या बाबा के पास ले गए। जहां घंटो झाड़-फूंक करने के बाद भी जब उसकी हालत में कोई सुधार न हुआ तो उक्त बाबा द्वारा उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल भेज दिया गया। जिसके बाद परिजन उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल ले आए। जहां चिकित्सक ने देखा उसे मृत घोषित कर दिया। इसके पश्चात परिजनो ने इसकी सूचना सदर अस्पताल में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारी को दी। सूचना पाकर पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और शव का पोस्टमार्टम करवाया। बता दे की झाड़-फूंक के चक्कर में दो महीने के अंदर लगभग दो दर्जनों से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन इसके बावजूद लोग अपने इस अंधविश्वास की आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं और विषैला जंतु एवं सांप के काटने के बाद उन्हें इलाज के लिए ना ले जाकर झारखंड के चक्कर में पड़ जा रहे हैं। जिसके कारण महिला,पुरुष बच्चे एवं बच्चियों मिलाकर लगभग दो दर्जन से अधिक लोगो की मौत हो चुकी है। बताया जाता है कि मृतका को पांच पुत्री खुशबू कुमारी, प्रीति कुमारी,सीमा कुमारी,अंजली कुमारी,विनती कुमारी व दो पुत्र रूद्र कुमार एवं अमित कुमार है। घटना के बाद मृतका के घर में कोहराम मच गया है। इस घटना के बाद मृतका के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा है।