न्यूज़ और डब्ल्यूटीआई के प्रोजेक्ट मैनेजर ने दिए कई टिप्स
न्यूज़ डेस्क, बगहा ब्यूरो
नसीम खान ‘क्या’
– अमिट लेख
बगहा, (जिला ब्यूरो)। बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाईगर रिज़र्व में वन्य जीवों की सुरक्षा व संरक्षण को लेकर क़वायद तेज़ कर दी गई है। इसके लिए एसएसबी के साथ साथ ज़िला पुलिस का भी सहारा लिया जा रहा है इसी कड़ी में प्रति वर्ष की भांति इस साल भी मानसून सत्र पूरा होने के बाद वीटीआर में इन दिनों वन्य प्राणी सप्ताह के तहत कार्यशाला आयोजित कर कर्मियों व अधिकारियों को वन्य जीवों के शिकार व तस्करी मामलों में पकड़ बनाने के लिए जरूरी टिप्स दिए जा रहे हैं ताकि वन तस्करों व शिकारियों की पहचान कर पकड़ने में मदद मिले।
दरअसल इंडो नेपाल सीमा पर स्थित वीटीआर में कछुओ को संरक्षण एक में रखा गया है टाइगर के बराबर की कटेगरी में अब कछुआ भी आ गए हैं। वैसे तो वीटीआर को देश के टाईगर रिज़र्व में शीर्ष 5 वां स्थान प्राप्त है और यहां बाघों के बढ़ते कुनबा को लेकर वीटीआर ने गौरव हासिल किया है, वीटीआर में 55 के क़रीब वयस्क बाघ व बाघिन की तादाद हैं जिनमे शावक शामिल नहीं हैं। लिहाजा वन्य जीवों के संरक्षण को लेकर पुनः यहां क़वायद तेज़ कर दी गई है औऱ जंगल में जानवरो का शिकार किस लिए और क्यो किया जाता है,जानवरो के शरीर के अलग अलग पार्ट का स्मगलिंग कैसे किया जाता है, जानवरो को कैसे पहचाने,शिकार किस जानवर का अंतर्राष्ट्रीय मार्किट में अलग अलग क्या रेट होते हैं इन सब की जानकारी प्रोजेक्ट मैनेजर व ट्रेनर अधिकारियों के साथ साथ कर्मचारियों को दे रहे हैं ताक़ि वन जीवों के शिकार व तस्करी पर रोक लगाने में मदद मिल सके। इधर छिपकली के जैसा दिखने वाले जीव के बारे में बताया जा रहा है कि ये सांडा है जिससे तेल निकाला जाता है जो गेठिया व जोड़ों के दर्द में काम आता है। जिसकी भी यहां खूब तस्करी की जाती रही है। ख़ास बात यह है कि वीटीआर में वन्य प्राणियों के शिकार करने औजार की जानकारी कार्यशाला के ज़रिए दी जा रही है क्योंकि कुछ जानवरो के मांस, खाल, हड्डी, सिंग, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लाखों व करोड़ो में बिकते हैं और वीटीआर ऐसा जंगल है जहां दुर्लभ व अजूबा प्रजाति के जानवर पाए जाते हैं। इसी के मद्देनजर नेचर एनवारनमेंट वाइल्ड लाइफ सोसायटी व डब्ल्यूटीआई के सौजन्य से एक दिवसीय विशेष कार्यशाला का आयोजन कर विभाग द्वारा कर्मियों को ट्रेंड किया गया। जिसमें बिहार पुलिस, एसएसबी व वन विभाग के कर्मी भी शामिल रहे। बता दें कि वीटीआर में 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक वन्य प्राणी सप्ताह मनाया जा रहा है जिसमें यह कार्यशाला बेहद महत्वपूर्ण है जिसमें नेचर एनवारनमेंट वाइल्ड लाइफ सोसायटी के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक और डब्ल्यूटीआई के पावेल घोष ने कार्यशाला में शामिल लोगों को ख़ास जानकारियां दीं।