बिहार में शिक्षा विभाग एक के बाद एक करके कई नये प्रयोग कर रहा है और स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था की सुधार के लिए कई नए कदम उठा रहा है
न्यूज़ डेस्क, मोतिहारी ब्यूरो
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
मोतिहारी, (जिला ब्यूरो)। बिहार में शिक्षा विभाग एक के बाद एक करके कई नये प्रयोग कर रहा है और स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था की सुधार के लिए कई नए कदम उठा रहा है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के नए-नए फरमान जारी होने के बाद अब एक के बाद एक करके अलग-अलग मामलों में कार्रवाई की जा रही है।
अपर मुख्य सचिव लगातार जिलों का दौरा कर रहे हैं और स्कूलों में निरीक्षण कर रहे है। इधर एक जिले के 900 विद्यालयों के हेडमास्टरों पर कार्रवाई की गयी और उनके वेतन पर रोक लगा दिया गया। जिले के डीइओ ने ये कार्रवाई की है। जिसके बाद अन्य जिलों में भी इसे लेकर हड़कंप मचा हुआ है। उधर, नियोजित शिक्षकों की सैलरी से जुड़ी भी बड़ी जानकारी सामने आयी है। शिक्षा विभाग ने इस ओर निर्देश भी जारी किए है। मेधासॉफ्ट पोर्टल पर वित्तीय वर्ष 1023-24 के लिए लाभुकों का डाटा इंट्री नहीं करना मोतिहारी के करीब 900 प्रधानाध्यापकों व प्रभारी प्रधानाध्यापकों को महंगा पड़ा है। डीइओ ने एक भी इंट्री नहीं करने वाले प्रधानाध्यापकों का वेतन स्थगित कर दिया है। डीइओ संजय कुमार ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की है और वेतन पर फिलहाल रोक लगा दी है। डीइओ ने बताया कि विभागीय निर्देश के आलोक में 30 सितंबर तक मेधा सॉफ्ट पोर्टल पर लाभुकों का डाटा इंट्री किया जाना था पर करीब 900 विद्यालयों के द्वारा इंट्री शुरू नहीं किया गया है। जो कार्य के प्रति लापरवाही है। डीइओ ने संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक को पत्र लिखा है. कार्रवाई के दायरे में कल्याणपुर प्रखंड के 74, पीपरा कोठी के पांच,केसरिया के 60, कोटवा के 18, मधुबन के 27, मेहसी के 68, मोतिहारी के 87, पहाडपुर के 38, पकडीदयाल के 12, पताही के 51, फेनहरा के 30, रामगढ़वा के 40, रक्सौल के 41, संग्रामपुर के 71, सुगौली के 20, तेतरिया के 14, तुरकौलिया के 36, आदापुर के 51, अरेराज के 65, बंजरिया के 28, बनकटवा के 19, चकिया के 41, छौड़ादानो के 44, चिरैया के 61, ढाका के 27, घोडासहन के 30 व हरसिद्धि के 46 विद्यालय हैं। वहीं इस कार्रवाई से अब इन प्रधानाध्यापकों की परेशानी बढ़ गयी है।