अपर लोक अभियोजक, अपर सत्र न्यायालय, सप्तम, सुपौल यथा सारंग कुमारी, रामजी प्रसाद एवं अन्य के द्वारा जिलाधिकारी, सुपौल को आवेदन समर्पित किया गया है
न्यूज़ डेस्क, सुपौल ब्यूरो
जितेन्द्र कुमार
– अमिट लेख
सुपौल, (जिला ब्यूरो)। अपर लोक अभियोजक, अपर सत्र न्यायालय, सप्तम, सुपौल यथा सारंग कुमारी, रामजी प्रसाद एवं अन्य के द्वारा जिलाधिकारी, सुपौल को आवेदन समर्पित किया गया है। अपर लोक अभियोजक, अपर सत्र न्यायालय, सप्तम, सुपौल द्वारा संयुक्त रूप से समर्पित आवेदन में जिलाधिकारी, सुपौल से अनुरोध किया गया है विद्वान अपर सत्र न्यायाधीश, सप्तम, सुपौल के न्यायालय में लंबित विभिन्न सत्र वादों में अभियोजन साक्ष्य प्रस्तुतीकरण हेतु अपेक्षित समस्त विधिक प्रावधानों के अनुपालन के बिना ही माननीय न्यायालय द्वारा सरकार के विरुद्ध आदेश पारित किया जा रहा है, जिससे ऐसा परिलक्षित होता है कि विद्वान न्यायालय द्वारा पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर आदेश पारित किया जा रहा है, जिसकी जानकारी अभियोजन को भी नहीं दी जा रही है। आवेदन में यह भी शिकायत की गई है कि विद्वान न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीश, सप्तम, सुपौल द्वारा सत्र वाद संख्या- 222/2021, 358/2021, 196/2020, 266/2021 व 362/2022 में पूर्व पारित आदेशों क्रमशः दिनांक 24.08.2023, दिनांक 27.09.2023, दिनांक 09.10.2023, दिनांक 11.09.2023 व दिनांक 21.09.2023 का अवलोकन किया जा सकता है। साथ ही यह भी उल्लेख किया गया है कि अभियोजन के तरफ से वर्तमान परिस्थिति में स्वस्थ मानसिकता के साथ माननीय न्यायालय, अपर सत्र न्यायाधीश, सप्तम, सुपौल के न्यायालय में कार्य किया जाना संभव नहीं रह गया है। पूर्व में भी माननीय अपर सत्र न्यायाधीश, सप्तम, सुपौल के कार्यकलापों के विरुद्ध जिला विधिक संघ, सुपौल द्वारा करीब एक माह से अधिक समय तक उनके न्यायालय का बहिष्कार किया गया था। समर्पित आवेदन के द्वारा जिलाधिकारी, सुपौल से माननीय न्यायालय, अपर सत्र न्यायाधीश, सप्तम, सुपौल के न्यायालय में लंबित किसी अन्य सत्र न्यायालय में स्थानांतरण करवाये जाने हेतु अपने स्तर से सकारात्मक कार्रवाई करने हेतु अनुरोध किया गया है।
साभार : जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, सुपौल।