सैकड़ों आदमी के बीच में शाहबुद्दीन ने अपने माता-पिता की पहचान
न्यूज़ डेस्क, सुपौल न्यूज़
संतोष कुमार
-अमिट लेख
त्रिवेणीगंज, (सुपौल) । करीब 25 वर्ष पूर्व रोजी-रोटी की तलाश में परदेश कमाने गया। एक बच्चा को बेच दिया गया था। इतने लंबे अरसे के बाद अब जब उसके घर वालों को उसके सकुशल होने की सूचना मिलने पर परिजनों की खुशी की सहज ही कल्पना की जा सकती है। अपने बेटे को सकुशल मिलने पर खुशी से उसकी मां-पिता की आंखों में आंसू छलक गए हैं। जानकारी के अनुसार जिले के पिपरा थाना क्षेत्र के क्षेत्र कटैया गौठ निवासी मो.शमसुल का 10 बर्षीय पुत्र मोहम्मद शाहबुद्दीन विगत 25 साल पूर्व अपने ही गांव के एक ठठेरी परिवार के दामाद अपने साथ यह कह कर ले गया चलो पंजाब जाते हैं।
रोजी रोटी के लिए जालंधर गया जहां उसके पुत्र को बेच दिया गया। काफी खोजबीन के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं मिलने पर अंतत: लापता लड़की का मां पिता लोग बाद में घर वापस लौट गए। पीड़ित युवक ने बताया कि गांव के एक ठठेरी परिवार के दामाद ने 10 वर्ष की उम्र में मुझे बहलाकर जालंधर लेकर चला गया और एक पंजाबी के हाथों बेच दिया। पंजाबी के घर चारा काटकर कर मवेशी को खिलाता था। जबरन मुझे आने नहीं देता था। मैं वहां से किसी तरह भाग कर शनिवार को मुरलीगंज आया वहां से किसी त्रिवेणीगंज पहुंचा। बाजार में दो दिन तक भटकता रहा किसी ने मेरा फोटो फेसबुक पर वारयल कर दिया। जिसके बाद फेसबुक पर फोटो देखते ही मेरे माता-पिता त्रिवेणीगंज पहुंच गए। जहां युवक ने सैकड़ों आदमी के बीच अपने माता-पिता की पहचान की है।