रविवार को हजारों की संख्या में ईसाई धर्मावलंबी एकत्रित हुए
न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल
संतोष कुमार, अनुमंडल ब्यूरो
– अमिट लेख
त्रिवेणीगंज, (सुपौल)। नगर परिषद स्थित लतौना मिशन चर्च परिसर में रविवार को हजारों की संख्या में ईसाई धर्मावलंबी एकत्रित हुए। सभी ने हर्षोल्लास के साथ जुलूस की शक्ल में ख्रीस्त हमारा राजा है।
ख्रीस्त राजा की जय जय जयकार करते हुए ख्रीस्त राजा है। हमारा प्रभु गीत गाते परिक्रमा करते हुए लतौना मिशन चर्च में प्रवेश किया। भव्य शोभायात्रा के आरंभ में पारलौकिक राजत्व का आशीष एवं आराधना फादर जीवन इसहाफ द्वारा किया गया। विशाल शोभायात्रा की अगुवाई सेंट मैरिज स्कूल की बच्चियों ने मुख्य मार्ग पर पुष्प बिखेरते हुए किया।
फादर विंसेंट डी पॉल ने बताया कि ख्रीस्त राजा पर्व मनाने के पीछे ईसाइयों का मानना है कि ख्रीस्त केवल विश्व के ही नहीं बल्कि स्वर्ग के भी राजा हैं। मान्यता के अनुसार यह पर्व वर्ष के अंतिम पूजन रविवार को मनाया जाता है। ईसा मसीह ऐसे राजा हैं। जिनका राज्य सर्वव्यापी है। इससे जुड़ी एक घटना यह है कि जब ईसा मसीह को क्रूस पर लटकाया गया था। और वे भयंकर पीड़ा से जूझ रहे थे।
तब राजपाल ने अपने अभियोग पत्र में यह लिख कर टांग दिया था कि ईसा यहूदियों के राजा हैं। बाद में राजपाल को ईसा मसीह की सच्चाई का पता चला। तब से ईसा मसीह को ख्रीस्त राजाओं का राजा कहा जाने लगा। फादर डेविड ने कहा कि ईसा मसीह को इस धरती का नहीं बल्कि स्वर्ग का भी राजा माना गया है। सर्वव्यापी राजा जिसका राज्य अनंत है। और पृथ्वी पर राजाओं का राजा माना गया है।
वर्ष 1925 में पोप ग्यारवें के द्वारा ख्रीस्त को राजा माना गया है और तभी से आज के दिन ख्रीस्त राजा की जय जयकार करते शोभायात्रा निकाली जाती है। आज के दिन प्रभु यीशु ख्रीस्त को ईसाई समुदाय अपना राजा घोषित करते हैं। वह राजा जो हमें बचाने आया है। हमारे साथ रहता है। हमारी सुधि लेता है। और हमारे सुख-दुख में परिवार के साथ भी रहता है। इस शोभा यात्रा में सैकड़ो की संख्या में ईसाई धर्म के पुरोहित धर्म बहनें एवं अन्य लोग शामिल थे।