जानें क्या है पूरा माजरा
न्यूज़ डेस्क,पटना
दिवाकर पाण्डेय
अमिट लेख
पटना (विशेष ब्यूरो) : बिहार से ऐसी कहानी सामने आई है। जिसमें कत्ल की वारदात के लगभग दो साल बाद मिले खून के एक धब्बे ने राज से पर्दा उठाने में मदद की। बड़ी बात यह है कि महिला की हत्या किसी अन्य ने नही बल्कि उसके अपने पति ने ही की थी और इसके बाद गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी। अब जबकि राज खुल गया है तो आरोपी जेल की सलाखों के पीछे है। आइए इस दिलचस्प मामले को जरा विस्तार से जानते है। मामला राज्य के राजधानी नगर पटना का है। पुलिस के मुताबिक फरवरी 2022 में मुरली चक इलाके में रहने वाले धीर नामक एक युवक ने अपनी पत्नी के लापता हो जाने के संबंध में शिकायत दी थी। एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच-पड़ताल शुरू की ही थी कि थाना प्रभारी का तबादला हो गया, जिसके चलते मामला ठंडा पड़ गया। बाद में नए थाना प्रभारी ने नए सिरे से छानबीन शुरू की तो शक की सुई बार-बार धीरज पर ही जाकर अटक रही थी। इस बारे में एयरपोर्ट थाने के प्रभारी विनोद पीटर ने बताया कि पुलिस को हाल ही में (दिसंबर 2023 में) फोरेंसिक टीम ने जब धीरज के घर का दोबारा मुआयना किया तो वहां से खून के नमूने लिए गए। इसके बाद जैसा कि पहले से ही धीरज पर शक था, 681 दिन के बाद 18 तारीख को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अब भी पूछताछ में वह लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा, मगर खून की फोरेंसिक जांच के बाद जब धीरज का नार्को टेस्ट करवाया गया तो सारा राज खुल गया। फिलहाल उसे जेल भेज दिया गया है। जहां तक हत्या के कारण की बात है, पुलिस के मुताबिक इस बारे में आरोपी धीरज ने बताया कि उसकी बीवी के उसके दोस्त के साथ नाजायज संबंध बन गए थे। उन दोनों की नजदीकियों का पता चलने के बाद वह बर्दाश्त नहीं कर सका। इसके बाद उसने अपने घर में ही पत्नी की हत्या कर दी। बाद में अपने चौपहिया वाहन से लाश को ठिकाने लगाया और वापस आकर पूरे गाड़ी के साथ-साथ पूरे घर को भी धो दिया। अपने आप को बचाने के लिए उसने बाद में अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।