तीस शराब कारोबारी गिरफ्तार
न्यूज़ डेस्क,पटना
दिवाकर पाण्डेय
अमिट लेख
पटना (विशेष ब्यूरो) : शराब की तस्करी पर रोक लगाने के लिए उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग की ओर से इस्तेमाल किया जाने वाला ड्रोन काफी कारगर साबित हुआ है। पिछले छह माह में ड्रोन के जरिये शहर में 14 ऐसे इलाके चिह्नित किए गए जहां देशी शराब बनाई जा रही थी। छापेमारी हुई तो इन इलाकों से इस दौरान तीन लाख लीटर से अधिक शराब बरामद की गई। शराब बनाने की सामग्री भी नष्ट की गई। नए साल के आगमन पर शहर में शराब की तस्करी अधिक होने की संभावना है इसलिए विभाग के अधिकारियों सादे लिबास में भी कई जगहों पर तैनात किए गए हैं। शहरी क्षेत्र में सबसे अधिक शराब की तस्करी और पीने वालों की संख्या अधिक है। शहर में विदेशी शराब तथा ग्रामीण इलाके में देसी शराब अधिक बरामद की जा रही है। नए साल पर तस्करी की अधिक संभावना है। अगले दो तीन दिनों तक शहर और आसपास के इलाके में शराब की तस्करी अधिक होने की आशंका जताई जा रही है। छापेमारी टीम में शामिल अधिकारियों का कहना है कि अब तो पटना एयरपोर्ट पर उतरने और दूसरे राज्यों में जाने वाले लोगों से भी शराब की बरामदगी होने लगी है। एक टीम यहां भी तैनात है जो जहाज से उतरने वाले यात्रियों पर नजर रख रही है।
पिछले छह माह में एयरपोर्ट के पास से शराब के साथ 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिछले एक साल में शराब की तस्करी का काम तेजी से बढ़ा है। छापेमारी की जाती है, लेकिन उन इलाकों में शराब बनाने और अवैध तरीके से सप्लाई करने का काम हो रहा है। इस धंधे में कई संभ्रात परिवारों के युवा भी हैं जो अवैध तरीके से तस्करी कर पैसा कमा रहे हैं। उनकी मुखबिरी की जाती है तथा उसे पकड़ा भी जाता है लेकिन मामले कम नहीं हो रहे हैं। अधिकारी कहते हैं कि पटना शहर में होम डिलीवरी करने वालों की संख्या भी पहले की तुलना में बढ़ गई है।गोविन्दपुर,चुल्हाईचक, छेदीटोला, सबरी, हेंडेर, भेलवारा, माधोपुर, बड़ी कुरकुरी, छोटी कुरकुरी, बाटा मुसहरी, महुआबाग, बाइपास, बेबरसौखी के अलावा राघोपुर से पटना सिटी के कई इलाकों में शराब बरामद की गई है। इन जगहों पर ड्रोन के जरिये देसी शराब बनाने के उपकरण और सामग्री भी जब्त किया गया। इन इलाकों से ही पटना शहर और आसपास के इलाके में देसी शराब की अवैध तरीके से सप्लाई की जा रही है। पहली जनवरी को शराब पीने वालों की संख्या अधिक होने की आशंका है इसलिए उत्पाद विभाग ने चार दारोगा के नेतृत्व में चार अलग अलग टीमों का गठन किया है, जिसमें 40 सिपाही शामिल किए गए हैं। सुबह पांच बजे से देर रात तक संबंधित इलाकों में छापेमारी करने को कहा गया है। इधर रविवार को भी गोपनीय सूचना पर शहर के कई इलाकों में छापेमारी की गई।