“बॉबी” करेगा अपराध और अपराधियों की पहचान, वीटीआर को प्रशिक्षित चौपाया जवानों से मिला सुरक्षा कवच
वाल्मीकि नगर से नंदलाल पटेल की रिपोर्ट :
वाल्मीकिनगर, (अमिट लेख)। डॉग स्वाइड से लैस होना वीटीआर का एक उपलब्धि है। वाल्मिकी टाइगर रिजर्व के चप्पे चप्पे की निगरानी करेगा ‘बाॅबी’। हरियाणा के पंचकूला कुत्ता प्रशिक्षण केंद्र से प्रशिक्षित इस डाॅग को फिलहाल गोवर्धना में रखा गया है। जो बाघ की हड्डी और त्वचा, तेंदुए की हड्डी और त्वचा और खाल का पता लगाने के लिए दक्ष है। इस कुत्ते को शिकारियों का पीछा करने के लिए भी प्रशिक्षित किया गया है।
वीटीआर में होने वाली घटनाओं को लेकर अब अधिकारियों को खुलासा के लिए कड़ी मेहनत नहीं करनी होगी और जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा। अब टाइगर रिजर्व के पास खुद का खोजी जवान मौजूद रहेंगे। कुत्तोँ के सहयोग से घटना के खुलासे के लिए दो वन कर्मियों को भी प्रशिक्षित किया गया है। डॉग हैन्डलर के नाम क्रमशः ज्योति प्रकाश सिंह एवं विकास तिवारी है। टाइगर प्रोजेक्ट बनने के बाद टाइगर रिजर्व का सुरक्षा कवच मजबूत होता जा रहा है। अब यहां होने वाले अपराधों का जल्द खुलासा कर लिया जाएगा। डॉग स्वाइड से लैस होना वीटीआर के लिए एक उपलब्धि है। दो कर्मियों को भी इसका प्रशिक्षण दिलाया गया है। बड़े काम आते हैं स्निफर डॉग: बड़े-बड़े जंगलों में शिकारी कहां घात लगाकर जानवरों का शिकार कर लेते हैं, यह पता लगाना बहुत मुश्किल काम है। ऐसे में ये स्निफर डॉग बहुत काम आते है। ये सूंघकर भी शिकारियों का पता लगा सकते हैं। इसके लिए इस कुत्ते को अलग-अलग जानकरों के खाल की पहचान कराई जा रही है। जैसे ही इन्हें किसी शिकारियों या किसी मृत जानवर की बू मिलेगी ये तुरंत अलर्ट कर देंगे।