नीतीश के एनडीए में जाने की सियासी जमीन तैयार
न्यूज डेस्क पटना
दिवाकर पाण्डेय
पटना(विशेष ब्यूरो)।नीतीश कुमार को लेकर बीजेपी नेताओं के नरम पड़ते तेवर, पीएम मोदी के बिहार दौरे का आगे बढ़ना और इस बीच राज्य सभा के उप सभापति,जदयू नेता लेकिन पीएम मोदी के बेहद करीबी हरिवंश का पटना पहुंचना बिहार की राजनीति के लिए बेहद खास है।राजनीतिक गलियारे में नीतीश कुमार के फिर से बीजेपी के साथ जाने की अटकलें तेज हो गई है। नीतीश कुमार इंडी गठबंधन के सूत्रधार जरुर हैं लेकिन स्टीयरिंग सीट पर कांग्रेस के बैठ जाने और कोई महत्वपूर्ण जिम्मेवारी नहीं मिलने से नाराज है।
नीतीश कुमार भाजपा के साथ लंबी पारी खेल चुके है। केंद्र से लेकर बिहार तक भाजपा से उनकी नजदीकी दो दशक तक रही है। भाजपा नेताओं की पुण्यतिथि या जयंती समारोह आयोजित करने में नीतीश तनिक भी संकोच नहीं करते। पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठने में भी उन्हें संकोच नहीं होता। सीधे शब्दों में कहें तो नीतीश के दोनों हाथ में लड्डू है। उनके एक हाथ में इंडी अलायंस है तो दुसरे हाथ में एनडीए। अब उनका मन कि वे किस हाथ का लड्डू इस बार लोकसभा चुनाव में ग्रहण करते है।