27 अप्रैल को रोजी-रोटी, वास-आवास और सम्मानपूर्ण जीवन के लिए साम्प्रदायिक सद्भाव व शांति के लिए सभी प्रखंड कार्यालयों पर होगा प्रदर्शन
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा ने मनरेगा मजदूरों-गरीबों के अधिकारों पर मोदी सरकार के हमला के खिलाफ और रोजी- रोटी, वास आवास और सम्मानपूर्ण जीवन के लिए। साम्प्रदायिक सद्भाव व शांति के लिए 27 अप्रैल को सभी प्रखंड कार्यालयों पर प्रदर्शन की तैयारी को लेकर खेग्रामस के बैनर तले हरिबाटीका चौक स्थित सुकन्या उत्सव भवन में, जन कन्वेंशन का आयोजन किया।
कन्वेंशन की अध्यक्षता व संचालन संजय राम ने किया। जबकि, पिपरासी प्रखण्ड के मुखिया राजकुमार साहनी, मुखिया जोखन बैठा, सुरेन्द्र चौधरी, सीताराम राम, भीखारी प्रसाद, जवाहर प्रसाद आदि ने किया, कन्वेंशन के मुख्य अतिथि सिकटा विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने अपने-अपने विचारों से कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि। भाजपा दलित-अतिपिछड़े-पिछड़े समुदाय के बेरोज़गार युवकों को सचेत रूप से आगे करके हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ देने का प्रयास कर रही है। माले विधायक ने कहा कि सदियों से इस देश में कायम गंगा-जमुनी तहज़ीब सबसे बड़ी बाधा है। इसलिए उसका हमला राजनैतिक-सामाजिक-शैक्षणिक व सांस्कृतिक सभी स्तरों पर है। ऐसे में अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा मोदी सरकार ने मनरेगा मजदूरों-गरीबों के अधिकारों पर हमला कर रहीं हैं, इसके खिलाफ रोजी-रोटी, वास-आवास, जमीन और सम्मानपूर्ण जीवन के लिए साम्प्रदायिक सद्भाव व शांति के लिए सभी प्रखंड कार्यालयों पर अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा 27 अप्रैल को प्रदर्शन करेगा। आगे, कहा कि मोदी सरकार मनरेगा मजदूरी कम कर दिया है। वही विलंबित से भुगतान कर रहीं हैं या नहीं कर रहीं हैं। यहा तक सरकार ने केंद्रीय बजट में मनरेगा के मद में आवंटन को कम कर दिया है। इसके साथ-साथ सभी सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं के बजट में कटौती करके मनरेगा को खत्म करने पर तुली हुई है। खेग्रामस, केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन ₹429, को आधार मान कर मजदूरी तय करने के लिए मांग करती है। माले विधायक ने मनरेगा के काम में डिजिटल हाजिरी बनाने की तीखी आलोचना किया। खेग्रामस जिला अध्यक्ष संजय राम ने कहा कि मोदी सरकार का उद्देश्य सस्ते ग्रामीण श्रम बल को लूटना है, जो आगे चलकर जबरन पलायन में इजाफा करेगा। इस अवसर पर संजय बंधु राम, प्रकाश माझी, ठाकुर पटेल, भरत राम, लालजी यादव, सुरेन्द्र चौधरी, जवाहर प्रसाद, ताजुद्दीन मंत्री, अमेरिका राम, मुखिया राजकुमार साहनी, संजय मुखिया आदि नेताओं ने भी खेत मजदूरों- गरीबों का कन्वेंशन को संबोधित किया।