हमारे विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोट :
जमीन रजिस्ट्री नही होने से किसी की बेटी की शादी तो, किसी को पैसे की कमी से नही हो रहा ईलाज, बिचौलियो का धंधा चौपट
न्यूज डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना/मोतिहारी, (विशेष ब्यूरो)। प्रति दिन रजिस्ट्री ऑफिस परिसर में जमीन खरीद व फरोख्त सम्बन्धित लोगों की भीड़ से गुलजार रहता था जिला निबंधन कार्यालय व अनुमंडलिये निबंधन कार्यालय परन्तु सरकार द्वारा जारी नये फरमान से सन्नाटा पसरा हुआ है। अधिकारी एवं कर्मी अपने-अपने स्थान पर मौजूद है लेकिन खरीद व बिक्री करने वाले लोग नदारत हैं। शादी विवाह के मौसम में सरकार द्वारा जारी नये फरमान से लोगों के बीच समस्या उत्पन्न हो गई है। इसके अलावा जमीन रहते हुए बीमार लोगों का इलाज समेत अन्य जरूरतें प्रभावित हो रही है। क्योंकि जमीन के नाम पर खरीदने वाले फुटी कौड़ी देने को तैयार नहीं हैं । हालांकि सरकार द्वारा नया भू अधिनियम लागू करने से भविष्य में जमीनी विवाद में कमी आएगी लेकिन तत्काल लोगों की परेशानी बढ़ गई है। सुत्रों से मिली जानकारी अनुसार स्थानीय निबंधन कार्यालय में बीते 22 फरवरी के बाद जमीन खरीद फरोख्त में भारी गिरावट आई है बीते 22 फरवरी से 1 मार्च तक मात्र 20 डीड तैयार किया गया है। जबकि पूर्व में प्रति दिन औसतन 25 से 30 डीड तैयार होता था तथा जिनके नाम से जमीन जमाबंदी होगी लीगली वही बिक्री कर सकते हैं। दुसरी तरफ पुश्तैनी जमीन बिक्री के लिए आपसी बंटवारा अनिवार्य हो गया है। बटवारा के लिए वंशावली लगेगा उसके बाद बटवारा डीड तैयार कर रजिस्टार के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।