विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :
निगरानी जांच में दोषी पाये गये 2126 शिक्षकों पर प्राथमिकी हुई थी दर्ज
न्यूज डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (ब्यूरो रिपोर्ट)। शिक्षा विभाग ने सभी जिलों को निगरानी जांच में दोषी सभी शिक्षकों की सेवा समाप्ति का आदेश दिया है। विभाग ने इस बात पर नाराजगी जतायी है कि अबतक ऐसे 815 शिक्षकों को सेवा से हटाने की कार्रवाई लंबित है। इसलिए 15 दिनों के अंदर इन शिक्षकों की सेवा समाप्ति कर, इसकी रिपोर्ट विभाग को भेजने के लिए कहा गया है। प्राथमिक शिक्षा निदेशक मिथिलेश मिश्र ने इसको लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजा है। उन्होंने कहा है कि याचिका संख्या 17115/2019 के आलोक में निगरानी जांच में दोषी पाये गये 2126 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। दर्ज प्राथमिकी में शामिल इन सभी शिक्षकों की सेवा समाप्त करने का निर्देश विभाग ने दिया था। इसको लेकर जिलों से प्राप्त रिपोर्ट से अनुसार 2126 में से मात्र 1310 की ही सेवा विभिन्न नियोजन इकाइयों के द्वारा समाप्त की गयी है। शेष 815 की सेवा समाप्ति की कार्रवाई अब-तक लंबित है। विभाग ने जिन 815 शिक्षकों की सेवा समाप्ति का निर्देश दिया है, उनमें सबसे अधिक 116 भागलपुर जिले के हैं। इसके अलवा सबसे अधिक जमुई के 84, दरभंगा के 69, समस्तीपुर के 55, गोपालगंज के 51, मुंगेर के 44 और खगड़िया के 42 शिक्षक शामिल हैं। वहीं, बक्सर, सीवान, सहरसा, कटिहार, बेगूसराय में शून्य शिक्षक हैं। पटना में 45 शिक्षकों पर कार्रवाई होनी थी, जिनमें दो पर मामला लंबित है। आपको बता दें कि बिहार में शिक्षक भर्ती के लिए तीसरे चरण की परीक्षा (BPSC TRE-3) को पेपर लीक होने के चलते रद्द कर दिया गया है। यह परीक्षा 15 मार्च 2024 को हुई थी। ईओयू ने परीक्षा शुरू होने से पहले पेपर लीक होने की जानकारी दी थी जिसके बाद आयोग और ईओयू इसे लेकर आमने-सामने आ गए थे। आयोग ने अब ईओयू की रिपोर्ट मिलने के बाद परीक्षा रद्द कर दी है। इधर ईओयू पेपर लीक के आरोपियों की तलाश कर मामले की जांच शुरू कर दी है।