विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :
पेपर लीक मामले में केंद्रीय चयन परिषद सिपाही भर्ती के तत्कालीन अध्यक्ष सह पूर्व डीजीपी एसके सिंघल से पूछताछ की गई है
न्यूज डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (ब्यूरो न्यूज़)। सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में केंद्रीय चयन परिषद सिपाही भर्ती के तत्कालीन अध्यक्ष सह पूर्व डीजीपी एसके सिंघल से पूछताछ की गई है। इस मामले की जांच के लिए ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) के स्तर पर गठित एसआईटी की टीम ने पूर्व डीजीपी के पटना के बेली रोड स्थित सरकारी आवास पर जाकर पूछताछ की। एसपी के नेतृत्व में गई टीम ने करीब एक घंटे तक उनसे कई पहलुओं से संबंधित सवाल किए। पेपर लीक होने के कारणों और इसके लीक होने से जुड़ी संभावनाओं को लेकर कई स्तर पर जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की गई। पूछताछ के दौरान पूर्व डीजीपी ने सभी सवालों के जवाब पूरी सहजता के साथ दिए और जांच पदाधिकारियों को हर तरह से सहयोग किया। चयन पर्षद का अध्यक्ष होने के नाते उनके स्तर पर क्या कोई चूक हुई या इतना गोपनीय मामला होने के बाद भी किस तरह से पेपर लीक हुआ, इसकी जानकारी एकत्र की गई। पेपर की छपाई से लेकर इसके आने और वितरण तक की पूरी प्रक्रिया के बारे में भी जांच टीम ने जानकारी एकत्र की। राज्य में 1 अक्टूबर 2023 को सिपाही के 21 हजार से अधिक पदों पर बहाली के लिए परीक्षा हुई थी। परीक्षा शुरू होने से ठीक पहले इसका प्रश्न-पत्र वायरल हो गया था। इस पूरे मामले की जांच करने के लिए 31 अक्टूबर 2023 को ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लो की अगुवाई में 22 सदस्यीय एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया गया था। यह टीम इस मामले से संबंधित कई बातों की जांच कर रही है। इस मामले में कई अब तक कई संवेदनशील जानकारी जांच टीम के हाथ लग चुकी है। हालांकि अभी इससे संबंधित कई पहलुओं की गहन पड़ताल चल रही है।मामले का खुलासा होने के बाद राज्य सरकार ने तत्कालीन अध्यक्ष एसके सिंघल को पद से हटा दिया था। इसके बाद 7 मार्च 2024 को केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के पटना के हार्डिंग रोड स्थित नए व पुरानी सचिवालय के पास मौजूद पुराने कार्यालय की तलाशी की गई थी। इस दौरान बड़ी संख्या में कंप्यूटर, लैपटॉप से लेकर अन्य दस्तावेज जब्त किए गए थे। इनकी जांच में कई बातें सामने आई थी।