बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह की रिपोर्ट :
ब्रिटिश हुकूमत ने एक षड्यंत्र के तहत 1897 में महज 27 वर्षीया महारानी को मानसिक रोगी बता किया था इलाहाबाद में निर्वासित रहने को मजबूर
निर्वासित जीवन में ही महारानी ने अपने राज कोष से कराया था लाखों की लागत से महारानी जानकी कुंवर सदर अस्पताल का निर्माण
कुल 57 वर्षों तक इलाहाबाद स्थित बेतिया राज महल में निर्वासित रहते हुए 27 नवंबर 1954 को 84 वर्ष की आयु में हुआ था महारानी का देहावसान
संपादकीय डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिख कर नगर के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय का नामकरण महारानी जानकी कुंवर चिकित्सा महाविद्यालय करने की अपील की है एवं महापौर ने अपनी अनुशंसा को उक्त पत्र के रूप मे प्रेषित किया है। महापौर श्रीमती सिकारिया ने अपने भावपूर्ण पत्र में मुख्यमंत्री को निवेदन पूर्वक लिखा है कि आप स्वयं अवगत हैं कि बेतिया मे अंग्रेजी शासन का समर्थन नहीं करने के कारण बेतिया राजघराने को ब्रिटिश हुक्मरानों के कोप का शिकार होना पड़ा।
एक षड्यंत्र के तहत 1897 में महज 27 वर्षीया महारानी जानकी कुंवर को बीमार घोषित करते हुए तत्कालीन ब्रिटिश हुकूमत ने महारानी के निःसंतान होने के कारण बेतिया राज को कोर्ट ऑफ वार्ड्स घोषित कर के निर्वासित कर दिया। तब से 84 वर्ष की लंबी आयु तक करीब 57 वर्षों तक बेतियाराज की महारानी को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद स्थित अपने निजी आवास में निर्वासित रहते हुए जीवन व्यतित करना पड़ा था। श्रीमती सिकारिया ने माननीय मुख्यमंत्री को यह भी बताया है कि महारानी जानकी कुंवर जी का 27 नवंबर 1954 को इलाहाबाद के 07 अटैची रोड स्थित, बेतिया राज के महल में देहावसान हो गया। वही अपने जीवन काल में ही अपनी तत्कालीन प्रजा की चिकित्सा के लिए यह अस्पताल बनवाया था।
महापौर ने यह भी कहा है कि महारानी जानकी कुंवर सदर अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाने का सपना लिए महारानी स्वर्ग सिधार गईं। उन्होंने प्रार्थना पूर्वक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा है कि आपके द्वारा महारानी के सपना के अनुरूप मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का पुनीत कार्य किया गया है। बावजूद इसके करोड़ों का भूखंड बेतिया राज का होने और सदर अस्पताल महारानी के नाम पर स्थापित होने के बाद भी मेडिकल कॉलेज का नामकरण राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय कर दिया जाना न्यायोचित नहीं होने के साथ बेतिया के लाखों श्रद्धालुओं के मन मे महारानी जानकी कुंवर जी के प्रति श्रद्धा की भावनाओं को ठेस पहुंच रही है। श्रीमती सिकारिया ने अपने उक्त पत्र के अंत लिखा है कि आप लोकप्रिय मुख्यमंत्री जी से मेरा सादर निवेदन है कि हमारे आदरणीय अभिभावक और जिला प्रसिद्ध समाजसेवी सह वरीय चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनएन शाही के अनुरोध के अनुरूप बेतिया के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय का नामकरण महारानी जानकी कुंवर मेडिकल कॉलेज के रूप में स्वीकार करने की कृपा की जाय।