AMIT LEKH

Post: जिलाधिकारी ने कम होते जलस्तर के दृष्टिगत बैरिया प्रखंड अंतर्गत गण्डक नदी के किनारे गांवों का किया दौरा

जिलाधिकारी ने कम होते जलस्तर के दृष्टिगत बैरिया प्रखंड अंतर्गत गण्डक नदी के किनारे गांवों का किया दौरा

बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह की रिपोर्ट :

दल-बल के साथ बांध, तटबंध, जल अवरोध और मरम्मत का निरीक्षण करने पहुँचे जिलाधिकारी

पटजिरवा घाट, घोड़हिया घाट, सिंघही घाट एवं पिपरा घाट पहुंच वस्तुस्थिति का लिया जायजा

कार्यपालक अभियंता, जल निस्सरण प्रमंडल को निर्देश जलस्तर कम होने के उपरांत कटाव से बचाव हेतु क्या-क्या वर्क किया जा सकता है, इसका आकलन करते हुए विस्तृत प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश

संपादकीय डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

मोहन सिंह

– अमिट लेख

बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय आज दल-बल के साथ जलस्तर, कटाव और तटबंधों के रख-रखाव का मुआयना करने बैरिया प्रखंड के कई गांवों का दौरा किए।

फोटो : मोहन सिंह

इस दौरान जिलाधिकारी बैरिया प्रखंड अंतर्गत पटजिरवा घाट, घोड़हिया घाट, सिंघही घाट एवं पिपरा घाट पहुंचे और वस्तुस्थिति का जायजा लिए। इस दौरान अधिकारियों एवं ग्रामीणों से फीडबैक भी लिए। जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, जल निस्सरण प्रमंडल को निर्देश दिया कि जलस्तर कम होने के उपरांत कटाव से बचाव हेतु क्या-क्या वर्क किया जा सकता है, इसका आकलन करते हुए विस्तृत एवं सुदृढ़ प्रतिवेदन समर्पित करेंगे।

छाया : अमिट लेख

उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी को लगातार सजग एवं सचेत रहकर तटबंधों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी महोदय को कई बातों से अवगत कराया गया। उन्होंने जिलाधिकारी से आग्रह किया कि जो भी काम हो वह स्थाई प्रवृत्ति का हो, जिससे कि आने वाले भविष्य में उन्हें बाढ़ एवं कटाव का भय ना सताए। निरीक्षण स्थल पर मौजूद ग्रामीणों से जिलाधिकारी ने सीधा सवाल पूछा कि किस तरह से इस समस्या से लड़ा जा सकता है, जिस पर अच्छी-खासी राय लोगों ने व्यक्त की। जिलाधिकारी ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि इसका समाधान नदी के अविरल धारा को प्रवाहमान बनाकर किया जा सकता है। अगर नदी की सफाई हो, उसमें बैठे गाद हटा दिया जाए तो बाढ़ की समस्या से लड़ना आसान हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह काम वाल्मीकिनगर से शुरू कर अंतिम छोर तक करना होगा। साथ ही जहाँ जरूरत हो वहाँ बोल्डर के द्वारा किनारों को कटाव से बचाया जा सकता है। उन्होंने कार्यपालक अभियंता, जल निस्सरण को भी हालात पर चौबीस घंटे नजर रखने के लिए कहा। यह भी दिशा-निर्देश दिया की दो कनीय अभियंता एवं एक सहायक अभियंता यहाँ पर कैंप करेंगे, जो बाढ़ एवं कटाव के हालात पर लगातार नजर रखेंगे। जिलाधिकारी महोदय की तत्परता को देखते हुए ग्रामीणों ने संतोष जाहिर किया। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों के बीच से विनोद कुमार यादव, प्यारे लाल पटेल, जहांगीर आलम, सर देव प्रसाद कुशवाहा ने अपनी बात रखी।

इस अवसर पर अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया सदर, विनोद कुमार, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, रामानुज प्रसाद सिंह, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सुजीत कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी, बैरिया, कर्मजीत राम, अंचलाधिकारी, बैरिया, मुकेश कुमार, कार्यपालक अभियंता, जल निस्सरण, संजय कुमार सहित अन्य अधिकारी जल निस्सरण प्रमंडल के सहायक एवं कनीय अभियंता , जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।

Comments are closed.

Recent Post