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Post: बंगाल टाईगर की दहाड़ से थर्राया ई टाईप कॉलोनी, मवेशियों में मची भगदड़

बंगाल टाईगर की दहाड़ से थर्राया ई टाईप कॉलोनी, मवेशियों में मची भगदड़

जिला ब्यूरो नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट :

बतातें चलें कि पूरा वाल्मीकिनगर क्षेत्र परिसर और वीटीआर जंगल के बीच किसी भी तरह का घेरा या बाड़ नहीं है, जिसकारण जंगली जीव जंतु रिहायशी इलाकों में बेरोकटोक चहलकदमी करते देखे जा सकते हैं

न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला 

नसीम खान “क्या”

– अमिट लेख

बगहा, (ए.एल.न्यूज़)। वीटीआर के बीचों बीच बसा जलसंसाधन विभाग का ई टाइप कॉलोनी जो जटाशंकर चेकनाका से सटा हुआ है। रात के करीब एक बज रहे होंगें, लोग गहरी नींद के आगोश में थे। तभी ई टाइप कॉलोनी के कॉर्नर से चेकनाका जाने वाले शॉर्टकट रास्ते के समीप बंगाल टाईगर की तेज दहाड़ से जंगल समेत ई टाइप कॉलोनी थर्रा गया।

इस दहाड़ से आवारा व पालतू मवेशियों में भगदड़ मच गई। चारो तरफ थोड़ी देर के लिए सन्नाटा छा गया,सिर्फ भगदड़ की आवाज़ सन्नाटे की चीरती रही।वहीं मौके पर खड़े सांड ने टाईगर की चुनौती को स्वीकार करते हुए ताल ठोकने शुरू किए और बार बार सांड ने भी दहाड़ लगानी शुरू की इस दहाड़ से कई लोगों की नींद टूट गई।हालांकि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।बतादें की ई टाइप कॉलोनी परिक्षेत्र मवेशियों के लिए एक बढ़िया चारागाह है,जहां खेत खलिहान नहीं है बल्कि सिर्फ जंगल ही जंगल है।जहां दूर दराज के पशुपालक अपनी अक्षम मवेशियों को ट्रेक्टर ट्रॉली में लादकर इस क्षेत्र में छोड़ जाते है। ऐसे में टाइगर का भोजन प्रचुरता में उपलब्ध हो जाता है। बतादें की आए दिन टाइगर का ये आवारा खुले में छोड़े गए जानवर शिकार होते रहते है। बतातें चलें कि पूरा वाल्मीकिनगर क्षेत्र परिसर और वीटीआर जंगल के बीच किसी भी तरह का घेरा या बाड़ नहीं है, जिसकारण जंगली जीव जंतु रिहायशी इलाकों में बेरोकटोक चहलकदमी करते देखे जा सकते हैं। रेंजर राजकुमार पासवान ने बताया कि वीटीआर जंगल से सटे ग्रामीण देर रात्रि को शौच आदि के लिए जंगल की तरफ नहीं जाए,अगर कोई विषम स्थिति बने या दिखे तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें।

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