जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :
परिजन बोले- ‘दोस्त ने कोल्ड ड्रिंक में जहर मिलाकर पिला दिया
सुपौल कोर्ट पेशी से लौट रहे कैदी की अचानक बिगड़ी तबीयत
परिजन ने साजिश के तहत हत्या की जताई आशंका
न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल
संतोष कुमार
– अमिट लेख
सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। अररिया जेल में बंद कैदी की सुपौल कोर्ट में पेशी से लौटने के दौरान तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। अररिया जेल में विचाराधीन कैदी विवेक कुमार उर्फ लाल यादव की सुपौल कोर्ट से पेशी से लौटते वक्त तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। उसे पूर्णिया के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। हत्याकांड के मामले में विवेक आरोपी था। बुधवार को सुपौल कोर्ट में पेशी कराने को लेकर अररिया मंडल कारा पुलिस उसे सुपौल लाई थी। शाम को कैदी को अररिया मंडल कारा ले जाया गया था।
लेकिन उसकी तबीयत बिगड़ने के बाद सदर अस्पताल पूर्णिया में भर्ती कराया गया था। विवेक पर किशनपुर, भपटियाही, सुपौल सहित अन्य थाने में भी केस दर्ज हैं। घटना के बाद से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मृतक की मां पंचायत समिति सदस्य इंद्रकला देवी, बड़े भाई दीपक कुमार, हितेश कुमार सहित अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। जानकारी के मुताबिक तीन मई 2019 की शाम सरायगढ़ पंचायत के मोबाइल दुकानदार भूपेंद्र कुमार यादव की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद उसके परिजनों ने सरायगढ़ पंचायत के गंगापुर निवासी विवेक कुमार सहित अन्य लोगों के विरुद्ध किशनपुर थाना में केस दर्ज कराया था। हत्याकांड में विवेक कुमार उर्फ लाल यादव की गिरफ्तारी के बाद से सुपौल जेल में था। मृतक के जीजा ने बताया कि विगत वर्ष सितंबर माह में ही विवेक के पिता शिव कुमार यादव की बीमारी से मौत हो गई थी पिता सुपौल के सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के पूर्व प्रमुख थे। वहीं इस मामले में पुलिस लापरवाही की भी बात लोग कर रहे हैं। मृतक विवेक के परिजनों का कहना है कि हत्या के एक मामले में पिछले 5 साल से सुपौल जेल मैं बंद था। लोकसभा चुनाव से पहले अररिया जेल भेजा गया था। जल्द ही उसकी रिहाई होनी थी। बुधवार को पेशी के बाद कुछ दोस्त उससे मिलने आए थे। और उन्होंने ही उसे कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए दी थी। घटना के बाद कैदी को जेल पुलिस मंडल कारा लाने के बजाए इलाज के लिए पूर्णिया ले गए। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पहले ही हो चुकी थी मौत :
जेल पुलिस की ओर से मिली सूचना पाकर जब तक परिजन पहुंचे, विवेक की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने बताया कि इस दौरान उन्होंने विवेक को ले जाते हुए एक तस्वीर और वीडियो भी मोबाइल में कैद किया था। ये वीडियो भी मौत के बाद सामने आया है। चार सेकेंड के इस वीडियो में विवेक जेल पुलिस की सुरक्षा में पुलिस वैन में बैठा दिख रहा है। साथ ही हाथ में कोल्ड ड्रिंक की बोतल भी दिखाई दे रही है। फिलहाल मृतक के शव का मजिस्ट्रेट की निगरानी में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने इस मामले पर कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया है।