जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :
वन विभाग के दरोगा को गिरफ्तार कर पटना पुलिस ले गई अपने साथ
सिपाही भर्ती परीक्षा में खुलेंगे कई राज
सुपौल पुलिस ने की वन विभाग दरोगा की गिरफ्तारी का पुष्टि
न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल
संतोष कुमार
– अमिट लेख
सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। जिले के करजाइन थाना क्षेत्र से सिपाही भर्ती परीक्षा मामले में पटना पुलिस ने सेटर गैंग के साथ संलिप्त एक दारोगा को दबोच लिया है। कैंडिडेट और उसके बीच सात लाख रुपए में डील तय हुई थी।
बिहार पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा से जुड़े एक सेटर गैंग का पटना पुलिस ने खुलासा किया संदिग्धों से हुई पूछताछ के बाद गैंग के तार अब सुपौल से भी जुड़ गए हैं। पुलिस पूछताछ में हिरासत में लिए गए संदिग्धों ने सुपौल जिले के करजाइन थाना क्षेत्र निवासी एक दरोगा का नाम भी लिया है।
इसके बाद पटना के कोतवाली थाने की एक पुलिस टीम बुधवार को देर रात सुपौल पहुंची और करजाइन थाने की पुलिस के सहयोग से आरोपी वन विभाग के दारोगा करजाइन थाना क्षेत्र निवासी विजय रजक को बुधवार की देर रात से ही थाने में डिटेन कर लिया। हालांकि मामले में सुपौल पुलिस पूरे दिन खुलकर कुछ भी बोलने से परहेज करती रही। इधर, सेटर गैंग में शामिल होने के आरोपी दारोगा विजय रजक से पूछताछ के लिए गुरुवार की शाम करीब छः बजे पटना पुलिस की एक टीम दोबारा सुपौल के करजाइन थाने पहुंची। जहां थाने में कागजी प्रक्रिया पूरी करने करने के बाद शाम करीब सात बजे दारोगा विजय रजक को पटना पुलिस अपने साथ ले गई।
इस बीच पटना पुलिस की टीम ने दारोगा विजय के अलग अलग ठिकानों से अहम कागजात भी जब किया है पटना के एक होटल से बुधवार को पुलिस ने तीन संदिग्ध प्रेम प्रकाश, रामाशीष पासवान और चंदन को हिरासत में लिया था। संदिग्धों के पास से पटना पुलिस ने कुल आठ अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, चेक बुक, कैश, मोबाइल सहित अन्य कई जरूरी कागजात बरामद किए थे। प्रेम प्रकाश और रामाशीष पासवान अररिया जिले के नरपतगंज थाना इलाके के निवासी हैं। और एक-दूसरे को पहले से जानते हैं। प्रेम प्रकाश खुद को खेतिहर किसान बता रहा है। हालांकि पटना पुलिस उसे पूरे गैंग का मास्टरमाइंड मान कर जांच आगे बढ़ा रही है। वहीं रामाशीष पासवान खुद भी परीक्षा में शामिल एक अभ्यर्थी है। पुलिस पूछताछ में आया दरोगा विजय रजक का नाम पुलिस पूछताछ में संदिग्ध रामाशीष पासवान ने बताया कि पुलिस गिरफ्त में उसकी और उसके साथ आए दो अन्य लोगों की भी मुलाकात वन विभाग के दारोगा विजय रजक से सुपौल कोर्ट में हुई थी। वहां विजय ने पैसों के बल पर सिपाही भर्ती परीक्षा में सेटिंग का भरोसा तीनों को दिया था।
इसके बाद रामाशीष और दारोगा विजय के बीच फोन पर कई बार बातचीत भी हुई। इधर, पटना के कोतवाली थाना के एएसआई सुनील कुमार सिंह ने बताया कि थाना कांड संख्या 519/24 में गिरफ्तारी की गई है। वही करजाइन थानाध्यक्ष लालजी प्रसाद ने बताया कि देर रात पटना पुलिस को सहयोग कर विजय रजक को गिरफ्तार किया गया है। पटना पुलिस विजय को अपने साथ ले गई है। कुछ जरूरी दस्तावेज भी पुलिस टीम साथ ले गई है। वही, एसपी शैशव यादव ने बताया मामला पटना पुलिस के क्षेत्राधीन है। पटना पुलिस द्वारा जो सहयोग मांगी गई, सुपौल पुलिस ने उसमें सहायता मुहैया कराई है।