बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह की रिपोर्ट :
सुरक्षा के मद्देनजर नाव के परिचालन पर रहेगी रोक
उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्ती से पेश आएगा प्रशासन
बाढ़ से बचाव को लेकर जिलाधिकारी ने विभिन्न वार्डों का लिया जायजा
कार्यपालक अभियंता, बाढ़ प्रमंडल, बगहा सहित अन्य अभियंताओं को 24×7 पेट्रोलिंग करने का दिया निर्देश
कटाव होने वाले स्थलों पर तत्काल कटाव निरोधी कार्य कराने का निर्देश
संपादकीय डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। बाढ़ से बचाव के दृष्टिकोण से जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने बगहा अनुमंडल के पारस नगर, शास्त्री नगर के विभिन्न वार्डों का जायजा लिया।
साथ ही किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए संबंधित सभी अधिकारियों को पूरी तरह मुस्तैद रहने तथा सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित कराने हेतु निर्देशित किया। जिलाधिकारी के द्वारा ग्रामीणों से ख़ैरियत की जानकारी ली गयी। ग्रामीणों ने कहा कि अभी कोई समस्या नहीं है। उन्होंने बताया गया कि वर्ष 2017 में पानी घरों में प्रवेश कर गया था, उसके बाद से पानी का प्रवेश नहीं हुआ है। जिलाधिकारी ने कहा कि अनावश्यक रूप से नदी के किनारे नहीं जाए। नाव के परिचालन पर बिल्कुल रोक रहेगी। नाव का परिचालन करने वालों के विरुद्ध सख्ती करने हेतु निर्देशित किया गया। मीडिया प्रतिनिधिगणों से बात करते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि गंडक बराज पर पानी का दबाव बढ़ा था, जिसको लेकर जिला प्रशासन अलर्ट है। नदियों के किनारे, निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को चिन्हित करते हुए ऊँचे स्थानों पर लाया जा रहा है। नाव का परिचालन बंद करवा दिया गया है। बाढ़ से बचाव हेतु लगातार माइकिंग करायी जा रही है। इस कार्य में पुलिस प्रशासन का सहयोग मिल रहा है। जिलाधिकारी ने अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी को विस्तृत माइकिंग कराने का निर्देश दिया गया। संध्या काल में भी माइकिंग कराने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को किसी भी आपात स्थिति से बचाव के प्रति आश्वस्त किया गया तथा जानकारी दी गयी कि बाढ़ से बचाव हेतु एस०डी०आर०एफ०, एन०डी०आर०एफ० की टीम बगहा में उपलब्ध है। कार्यपालक अभियंता, बाढ़ प्रमंडल, बगहा सहित अन्य अभियंताओं को 24×7 पेट्रोलिंग करने का निर्देश दिया गया। किसी भी प्रकार की आपात स्थिति की जानकारी देने एवं उसका निराकरण कराने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय द्वारा बाढ़ आपदा से जुड़े अन्य कई निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिया गया है, जो इस प्रकार है।
1. सभी संबंधित पदाधिकारियों को बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में 24 घंटे निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।
2. सभी पदाधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है।
3. गंडक नदी तथा सीमावर्ती क्षेत्र में बहने वाली अन्य पहाड़ी नदियों के तटीय इलाकों में माईकिंग के माध्यम से ग्रामीणों को अलर्ट कराने का निर्देश दिया गया है।
4. आवश्यकतानुसार निचले/बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को ऊँचे चिन्हित स्थलों पर शिफ्टिंग कराने का निदेश दिया गया है।
5. सामुदायिक किचेन/राहत शिविर का संचालन कराने का निर्देश दिया गया है।
6. जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को कटाव होने वाले स्थलों पर तत्काल कटाव निरोधी कार्य कराने का निर्देश दिया गया है।
7. नाव के सामान्य परिचालन पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया है।
8. बगहा अनुमंडल के नेपाल के सीमावर्ती अनुमंडल होने तथा गंडक नदी के किनारे अवस्थित हेने के कारण एस.डी.आर.एफ. की एक टीम को एहतियातन बगहा अनुमंडल में प्रतिनियुक्त किया गया है।
9. अतिरिक्त एस.डी.आर.एफ. की एक टीम की मांग आपदा प्रबंधन विभाग से की गई है।
10. बाढ़ राहत सामग्रियों की आपूर्ति से संबंधित भेंडरों को भी तैयारी स्थिति में रहने का निदेश दिया गया है।
11. बाढ़ से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्र के भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी/कर्मी एवं एंबुलेट्री वैन को चिकित्सक सहित आवश्यक दवा/उपकरण के साथ अलर्ट मोड में रहने का निदेश दिया गया है।
12. बाढ़ की आपात स्थिति होने पर बाढ़ राहत वितरण के निमित्त पैकेजिंग हेतु जिला मुख्यालय/अंचल मुख्यालय स्तर पर उपयुक्त स्थान एवं पर्याप्त संख्या में मानव बल को चिन्हित किया जा रहा है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, बगहा, सुशांत कुमार सरोज, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी, बगहा, गौरव कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सुजीत कुमार, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ प्रमंडल, बगहा, अंचल अधिकारी, बगहा-1, प्रखंड विकास पदाधिकारी, बगहा-1 सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान माननीय विधान पार्षद, भीष्म सहनी सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।