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जिलाध्यक्ष टेट स्टेट उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ भोजपुर अजय कुमार सिंह एवं महासचिव कुन्दन सिंह-ने महागठबंधन की सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार विद्यालय अध्यापक नियमावली 2023 स्थानीय निकाय से नियोजित शिक्षको के साथ भद्दा मजाक है
अरुण कुमार ओझा
– अमिट लेख
आरा/भोजपुर। पीरा भाेजपुर बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा भोजपुर के अध्यक्ष मंडल सदस्य सह् जिलाध्यक्ष टेट एसटेट उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ भोजपुर अजय कुमार सिंह एवं महासचिव कुन्दन सिंह-ने महागठबंधन की सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार विद्यालय अध्यापक नियमावली 2023 स्थानीय निकाय से नियोजित शिक्षको के साथ भद्दा मजाक है। वर्षो से राज्य कर्मी, ऐच्छिक स्थानांतरण, पुरानी सेवाशर्त की राह देख रहे बिहार के चार लाख नियोजित शिक्षको के चालीस लाख परिजनो के साथ क्रूर मजाक है। जिस महागठबंधन सरकार को सत्ता मे लाने के लिए नियोजित शिक्षको एवं उनके परिजन ने चुनाव मे भरपुर सहयोग एवं समर्थन किया, वही सरकार अपने एक फैसले से वर्षो से ऐच्छिक स्थानांतरण की माध्यम से ससुराल जाने, कई वाट ढूंढती लाखो महिला शिक्षको की आशा पर तुषाड़ापात हो गया। प्रदेश उपाध्यक्ष जयप्रकाश एवं शाहाबाद प्रमण्डल के प्रभारी डा. शिव कुमार प्रसाद ने कहा सरकार की नियोजित शिक्षको के खिलाफ आरंभ काल से दोहरी मानसिकता रही है,
माननीय सर्वोच्च न्यायालय के सुझाव, अन्य प्रदेश के भाति नियुक्ति के विरूद्ध नियोजन कर दिया। सरकार की कुत्सित षडयंत्र के खिलाफ जिले भर के शिक्षक 26 अप्रैल को रमना मैदान झंडोत्तोलन स्थान पहुंच कर अभी नही तो कभी नही के संकल्प के साथ बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले एकजुट होकर हुंकार भरेंगे। मौके पर, नीतेश यादव, मुक्ति नाथ दूबे शशांक पाण्डेय, अमिय भूषण, शशि कुमार सिंह, नरेंद्र कुमार, अशोक सिंह, अर्चना कुमारी, राकेश कुमार, आरिफ रौनक, जितेंद्र पटेल ,अभिनव सिंह, विकास सिंह ,मोहन कुशवाहा, जयप्रकाश मिश्र, वरूण ओझा, शिशिर सिंह, सर्वाधर सिंह, कुमार पंकज पाठक, नमर्ता वर्मा, वीनिता सिंह, तनु प्रिया, सत्येन्द्र यादव, पंकज शर्मा, कैशल सिंह, सैकड़ो शिक्षको ने हुंकार भरते हुये सरकार के इस अन्यायपूर्ण नियमावली के विरुद्ध सड़क पर उतरने की बात कही।