



बेतिया से उप-संपादक का चश्मा :
“मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में महिला संवाद समीक्षा बैठक: पेंशन बढ़ी, प्रत्येक पंचायत में विवाह भवन एवं प्रखंडों में ‘दीदी की रसोई’’
महिलाओं की आकांक्षाओं पर सरकार की हामी: सामाजिक सुरक्षा पेंशन ₹400 से बढ़कर ₹1100, प्रत्येक पंचायत में विवाह भवन को मंजूरी”
समीक्षात्मक बैठक में वर्चुअल माध्यम से जुड़े जिले के जिलाधिकारी
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
मोहन सिंह
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में महिला संवाद कार्यक्रम की समीक्षात्मक बैठक में वर्चुअल माध्यम से सम्पन्न हुई। जिसमें जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार, उप विकास आयुक्त, सुमित कुमार एवं अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी के साथ पश्चिम चंपारण जिले के सभी संकुल संघों का नेतृत्व करने वाली दीदियाँ शामिल हुईं। मुख्यमंत्री ने इस समीक्षात्मक बैठक में महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की आकांक्षाओं और उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप बहुत सारे फैसले लिए। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत विधवा महिलाओं, वृद्धजनों और दिव्यांगजनों को प्रत्येक माह मिलने वाली राशि को 400 रुपया से बढ़ाकर 1100 रुपया कर दिया है। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ने संवाद कार्यक्रम के दौरान बड़े पैमाने पर आए विवाह भवन की माँग को स्वीकार करते हुए प्रत्येक पंचायत में विवाह भवन बनाने को भी मंज़ूरी दे दी है। इसके अतिरिक्त इस बैठक में प्रत्येक प्रखंड कार्यालय में दीदी की रसोई के संचालन का निदेश दिया। संवाद हाल देशरत्न मार्ग, पटना में आयोजित इस बैठक में सत्याग्रह जीविका महिला संकुल संघ बगहा-2 प्रखंड की रंजिता काजी को भी आमंत्रित किया गया था। रंजित काजी ने मुख्यमंत्री के समक्ष महिला सशक्तिकरण के लिए जीविका जैसी परियोजना के संचालन के लिए सभी जीविका दीदियों की तरफ़ से उनका आभार व्यक्त किया। महिला संवाद कार्यक्रम के लिए भी उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री का शुक्रिया अदा करते हुए बताया इस कार्यक्रम ने महिलाओं को अपनी बात रखने का मंच प्रदान किया है। साथ ही साथ “जीविका निधि बैंक” की स्थापना पर खुशी जाहिर किया और साथ ही साथ उन्होंने मुखमंत्री के सामने जीविका दीदियों को बैंक से मिल रही राशि में ब्याज दर में कमी और ऋण की राशि को बढ़ाने की बात भी रखी। कार्यक्रम की समाप्ति पर जिलाधिकारी ने महिला संवाद को सफल बनाने और महिलाओं की आकांक्षाओं की प्रविष्टि और उनके निष्पादन के लिए पश्चिम चंपारण की जीविका दीदियों और कर्मियों की सराहना की ।