



बगहा पुलिस जिला से संवाददाता की रिपोर्ट :
बुधवार को जल संसाधन विभाग की टीम के द्वारा जिओ बैग व हाथी पांव के सहारे कटाव रोधी कार्य कर कटाव रोकने का प्रयास किया गया लेकिन यह प्रयास असफल रहा
न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला
जगमोहन काज़ी
– अमिट लेख
बगहा, (ए.एल.न्यूज़)। मधुबनी प्रखंड के सिसई पंचायत के नरहवा से समीप गंडक उग्र हो गई है। नदी नरहवा के समीप तेजी से कटाव कर रही है।

अब तक नरहवा गांव के 50 से अधिक घर नदी की धारा में विलिन हो चुके हैं। वहीं लगभग 1000 एकड़ में लगी फसल भी नदी की धारा में पूरी तरह से कट गई है। बुधवार की देर रात नैनहा से चंपारण तटबंध को जोड़ने वाले सड़क को नरहवां गांव के पास नदी ने काट दिया है।

नदी के उग्र रूप को देखते हुए नरहवा के ग्रामीण रतजगा जगह कर रहे हैं। वहीं गुरुवार को दर्जनों की संख्या में ग्रामीण अपने घरों को स्वयं तोड़ रहे थे। घर के जरूरी सामानों को लोग सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं। नदी की उग्र रूप को देखते हुए गुरुवार को मधुबनी बीडीओ कुंदन कुमार एवं सीओ नंदलाल राम नेे कटाव स्थल का जायजा किया। सीओ नंद लाल राम ने बताया कि नरहवा के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है।

पीड़ित परिवारों को प्लास्टिक सीट उपलब्ध करा दिया गया हैं। उन्होंने बताया कि अंचल प्रशासन की ओर से राहत शिविर का आयोजन कर लोगों को राहत मुहैया कराने की कवायद शुरू कर दी गई है। वहीं पंचायत के मुखिया कृष्ण यादव ने बताया कि नदी की तेज धारा में अब तक 50 से अधिक घर बह गए हैं। नरहवा मुख्य सड़क भी नदी की चपेट में आ गया है। ऐसे में लोग पूरी तरह से नदी के कटाव को लेकर भयभीत है। उन्होंने बताया कि बुधवार को जल संसाधन विभाग की टीम की ओर से कटावरोधी कार्य किया जा रहा था। लेकिन जल संसाधन विभाग की ओर से किया जा रहा काटावरोधी कार्य नदी की तेज धारा के आगे ध्वस्त हो गया। उन्होंने बताया कि बुधवार को जल संसाधन विभाग की टीम के द्वारा जिओ बैग व हाथी पांव के सहारे कटाव रोधी कार्य कर कटाव रोकने का प्रयास किया गया लेकिन यह प्रयास असफल रहा। जिसके बाद गुरुवार को जल संसाधन विभाग की टीम के द्वारा कटावरोधी कार्य को रोक दिया गया हैं। जल संसाधन विभाग की ओर से कटावरोधी कार्य रोके जाने से स्थानीय लोगों में रोष पनप रहा है एवं इसको लेकर लोग प्रशासनिक उदासीनता का आरोप लगा रहे हैं। जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता राजेश कुमार ने बताया कि नरहवा के पास नदी का करंट काफी तेज है। नदी की धार तेज होने के कारण कटावरोधी कार्य करने में परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि जिओ बैग व सेंड बैंग के सहारे पहले कटावरोधी शुरू किया गया था। लेकिन नदी की धार तेज होने के कारण कटावरोधी कार्य नदी की धारा में विलीन हो गई। अब हाथी पांव के सहारे कार्य किया जा रहा है, लेकिन यह कार्य भी नदी की धारा के आगे नहीं टिक पा रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसे में आसपास के लोगों को क्षेत्र खाली करने को लेकर की अपील की जा रही है।