



छपरा से हमारे प्रमंडलीय ब्यूरो का संकलन :
मनोज भावुक ने कहा – परिवार संग देखने योग्य है ‘आपन कहाये वाला के बा’
गीतकार-अभिनेता मनोज भावुक बोले, भोजपुरी सिनेमा का गौरव लौटाएगी ‘आपन कहाये वाला के बा’
‘आपन कहाये वाला के बा’ बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देती है : मनोज भावुक
न्यूज़ डेस्क, छपरा/सारण
संवाददाता
– अमिट लेख
एकमा, (सारण)। वरिष्ठ साहित्यकार व अभिनेता मनोज भावुक ने कहा है कि भोजपुरी सिनेमा पर लगे कलंकों को मिटाने और सकारात्मक पहचान दिलाने की क्षमता हाल ही में प्रदर्शित फ़िल्म ‘आपन कहाये वाला के बा’ में है, जिसका वह स्वयं हिस्सा हैं।

जिसके लिए सभी गीतों को उन्होंने खुद लिखा है। मनोज भावुक ने बताया कि यह फ़िल्म पूरी तरह पारिवारिक और सार्थक है, जिसे पूरा परिवार निःसंकोच साथ बैठकर देख सकता है। इसमें न तो अनावश्यक दृश्य हैं और न ही फालतू संवाद। फ़िल्म गीत-संगीत, कथा-पटकथा, अभिनय व निर्देशन के दम पर दर्शकों को बांधने में सफल है। उन्होंने निर्देशक रजनीश मिश्रा और कलाकारों की तारीफ़ करते हुए कहा कि बिना किसी तथाकथित स्टार के भी फ़िल्म सफल हो सकती है, अगर उसकी प्रस्तुति सशक्त हो। इस फ़िल्म के जरिये भोजपुरी समाज को एक नई राह दिखाने और जोड़ने-संवारने का प्रयास किया गया है। श्री भावुक ने कहा कि वे केवल अभिनेता होने के नाते नहीं बल्कि दर्शक के तौर पर भी फ़िल्म देखकर संतुष्ट हैं। उन्होंने भोजपुरी सिनेमा प्रेमियों से अपील की है कि वे फ़िल्म अवश्य देखें और अपनी बेबाक प्रतिक्रिया दें। उधर फिल्म को यूट्यूब लिंक के माध्यम से देखने के बाद शिक्षाविद व पत्रकार के. के. सिंह सेंगर ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि भोजपुरी सिनेमा व समाज में सकारात्मक बदलाव की मिसाल है फिल्म ‘आपन कहाये वाला के बा’।