बेतिया से हमारे जिला ब्यूरो की रिपोर्ट :
पीड़ित किशोरी को अब इस मामले में माननीय न्यायालय पर हीं भरोसा है, उसने साफ कहा की कोर्ट में हाक़िम ने पूरी तन्मयता से उसकी बातों को सुना है
लड़की के पिता कृष्णा प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि पुलिस लड़की के इस मामले को अबतक रफा-दफा करने में जुटी है
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
अमित तिवारी
– अमिट लेख
बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। पुलिस अधीक्षक बेतिया के निर्देशन के बाद दर्ज किये गये लौरिया पुलिस थाना कांड संख्या 236/2025 से जुड़ी पीड़ित किशोरी ने लड़कियों के अचानक गुमशुदगी के पीछे जिले में बढ़ चुके मानव तस्करी में पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाने का हौसला दिखाया है। उक्त प्रसंग में पीड़ित नाबालिग़ किशोरी ने माननीय न्यायालय में लौरिया पुलिस थाने के थानेदार सहित उक्त वाद के जांच अधिकारी देवशरण महतो जो अभी चौतरवा थाना में पदस्थापित हैँ के विरुद्ध कई मौखिक आरोप लगाये हैँ।

बताते चले की लौरिया थाना अंतर्गत सौराहा निवासी तेतरी देवी ने दिनांक 26/04/2025 को पहली बार कक्षा 10वीं में पढ़ने वाली अपनी छोटी और नाबालिग बेटी के अपहरण होने के बाद स्थानीय थाना में मुन्ना उर्फ़ इमरोज जो बरवा शेख टोली निवासी इमरोज हक़ का पुत्र है को नामजद करते हुये एक आवेदन देते हुये अपहरणकर्ता के विरुद्ध उचित कानूनी कारर्वायी करने का अनुरोध किया। बकौल, पीड़िता जिसे अनदेखी कर थानेदार ने अपने माध्यम से उसे तीन दिनों के भीतर अपहरणकर्ता मुन्ना से बातचीत कर उसे वापस करा मामले को चलता कर दिया (बकौल पीड़ित किशोरी अपहरणकर्ता उसे गोरखपुर लेकर कहीं और भेजने की कोशिश में थे)। बकौल पीड़िता के परिजन इस घटना के बीत जाने पर पुनः पुलिसिया सांठ-गाँठ के बूते अपहरणकर्ता मुन्ना पीड़िता को करीब डेढ़ माह बाद अपने दो-तीन साथियों के सहारे सड़क मार्ग से गुजरते क्रम में जबरन मुंह दबा बेहोश कर बोलेरो में लेकर चलते बना, घटना की जानकारी होने पर नाबालिग़ लड़की के परिजन एक बार फिर से पुलिस थाने का चक्कर लगाने लगे परन्तु थानेदार द्वारा उल्टे उनको फ़जीहत कर चलता किया जाता रहा। जब बेटी के अपहरण की दुबारा हुई घटना से जुड़ी प्राथमिकी लौरिया थाना में दर्ज नहीं की जा सकी, तो, हार-थक कर परिजनों ने बेतिया पुलिस कप्तान से इस आशय की गुहार लगायी। तेतरी देवी के अनुसार जब एसपी साहब ने इस मामले में लौरिया थाना में दबिश दी तब जाकर उसकी नाबालिग बेटी का मामला थाने में दर्ज किया गया। नाबालिग लड़की जिसे अपहरण कर मुन्ना अपने किन्हीं साथियों के साथ दिल्ली लेकर गया था, जहाँ से संभवतः मुन्ना उसकी बेटी को बेचने की जुगत में था। लेकिन, इस बार भी पुलिस ने बकायदा अपहरणकर्ता से बातचीत कर उसे वापस बुला लिया, तथा काण्ड दैनिकी में अपने मन-माफिक बरामदगी का प्रसंग उल्लेखित कर आरोपियों को बचाने का जुगत किये। जबकि, पीड़िता के अनुसार जब पुलिस थाना से मुन्ना पर लड़की पहुँचाने की दबीश दी गयी तो उसे ट्रेन से अपहरणकर्ताओं द्वारा बगहा तक लाया गया तथा बगहा से उसे लौरिया पुलिस अपने साथ लेकर पुलिस थाना चली आयी, जबकि लौरिया पुलिस ने काण्ड दैनिकी में कुछ और हीं उल्लेखित किया है।

‘अमिट लेख’ को बताते हुये पीड़ित नाबालिग़ लड़की के पिता कृष्णा प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि पुलिस लड़की के इस मामले को अबतक रफा-दफा करने में जुटी है, राम जाने उन आरोपियों से लौरिया पुलिस को कैसी हमदर्दी है। जबकि परिजन और पीड़ित जो 10 वीं की छात्रा थी, इस मामले में आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कारर्वायी करने की मांग पर अड़े हैँ। जिससे खिन्न हो लौरिया थानेदार ने कृष्णा कुशवाहा को लड़की बरामदगी के बाद उल्टे थाने में फ़जीहत करते हुये प्रताड़ित भी किया, और एक महिला आरक्षी द्वारा पीड़िता को भी उसके माँ-बाप को जेल भेजने की धमकी दी गई। पीड़ित किशोरी के अनुसार उसने इस आशय की मौखिक जानकारी माननीय न्यायालय को दी है तथा मामले में दर्ज प्राथमिकी अथवा उसके द्वारा दिये बयान को पुलिसिया दबाव का नतीजा बता माननीय न्यायालय से न्याय की गुहार लगायी है। पीड़ित किशोरी के अनुसार इस घटना ने उसका पूरा जीवन हीं बदल डाला है, गरीब माता-पिता पुलिस के संरक्षण में खुल्लम-खुल्ला घूम रहे मामले के आरोपियों से इस कदर डर चुके हैँ कि उन्होंने, उसके सलामती को लेकर उसकी पढ़ाई हीं बंद करा दी है। पीड़ित किशोरी ने अमिट लेख को यह भी बताया की गरीब की बेटी हूँ इस नाते समाज को सुरक्षा प्रदान करने वाले पुलिस महकमा में लौरिया पुलिस उसके मामले को सत्यता से परे रख, जबरन दबंग आरोपियों को बचाने के नीयति से उसे हीं बदनाम कर मामले को आरोपियों के अनुकूल बनाने की जुगत में हैँ। पीड़ित किशोरी को अब इस मामले में माननीय न्यायालय और बेतिया पुलिस कप्तान पर हीं भरोसा है, हालांकी, उसने साफ कहा की कोर्ट में हाक़िम ने पूरी तन्मयता से उसकी बातों को सुना है, तथा दिनांक 04 दिसंबर 2025 को उसके समक्ष मामले से जुड़े एक पुलिस अधिकारी को हाजिर करा सवाल-जवाब किया है तथा आगामी तिथि तक इस प्रसंग से जुड़े पुलिस कार्यवाही की पुष्टि करते हुये मोबाइल से हुई बातचीत से जुड़े नम्बरों सहित किसी पेनड्राइव को उपलब्ध कराने का निर्देश (मौखिक) दिया है।








